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‘डीपीडीसी’ में किसानों को लेकर मुखर रहे प्रवीण पोटे

फसल मंडी की अव्यवस्था, कृषि कनेक्शन, फसलों के नुकसान व कृषि पंपों का उठाया मसला

  • कृषि, महावितरण व समाजकल्याण के लिए दिये महत्वपूर्ण सुझाव

  • सुपर स्पेशालीटी में मरीजों के परिजनों हेतु डॉरमेटरी बनाने की मांग उठायी

अमरावती/प्रतिनिधि दि.19 – गत रोज जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर की अध्यक्षता में हुई जिला नियोजन समिती की बैठक में पूर्व जिला पालकमंत्री व विधान परिषद सदस्य प्रवीण पोटे पाटील ने जिले के विकास कामों व समस्याओें से संबंधित कई मामले उठाये. साथ ही वे किसानों से संबंधित मामलों को लेकर काफी मूखर रहे. इसके अलावा पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे पाटील ने जिला नियोजन समिती के जरिये स्थानीय प्रशासन के कई विभागों के कामकाज में सुधार करने को लेकर महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये.
जिला नियोजन समिती की बैठक में पूर्व पालकमंत्री व विधायक प्रवीण पोटे पाटील ने दो दिन पूर्व मान्सून की वापसी के दौरान अकस्मात हुई झमाझम बारिश की वजह से कृषि उत्पन्न बाजार समिती में अनाज के भीगने और नुकसान होने का मसला उठाते हुए कहा कि, फसल मंडी में किसानों की उपज को संरक्षित रखने हेतु सरकारी निधी से शेड बनाया गया है. किंतु इस शेड में व्यापारियों का माल रखा जाता है. वहीं किसानों द्वारा बिक्री हेतु लाया गया अनाज खुले में पडा रहता है. जो अक्सर ही बारिश में भीगकर खराब होता है. इस ओर प्रशासन द्वारा तुरंत ध्यान दिया जाना चाहिए. इसके अलावा उन्होंने विगत दिनों हुई अतिवृष्टि के चलते किसानों के खेतों में हुए फसलों के नुकसान का जल्द से जल्द पंचनामा करने और किसानों को सहायता राशि व फसल बीमा योजना का लाभ दिलाने की मांग भी उठायी. साथ ही पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे पाटील ने बताया कि, वर्ष 2017-18 से किसानों द्वारा कृषि पंपों के लिए विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराने हेतु महावितरण के पास आवेदन किया गया है. लेकिन लंबा समय बीत जाने के बावजूद उन्हें अब तक विद्युत कनेक्शन नहीं दिया गया है. अत: किसानों को जल्द से जल्द कृषि पंपों हेतु विद्युत कनेक्शन दिये जाये. साथ ही ग्रामीण इलाकों में बंद पडे ट्रान्सफार्मर को जल्द से जल्द शुरू किया जाये. इसके अलावा उन्होंने महावितरण को यह सुझाव भी दिया कि, इलेक्ट्रिक पोल लगाते समय संबंधित रास्ता किस विभाग का है, यह पहले देखा जाये और रास्ते की हद को तय करते हुए ही इलेक्ट्रिक पोल खडे किये जाये, ताकि रास्ते का निर्माण करते समय महावितरण को पैसे अदा न करने पडे और संबंधित विभाग को भी पोल की शिफ्टींग करने की जरूरत न पडे.
इन सबके साथ ही पूर्व पालकमंत्री व विधायक प्रवीण पोटे पाटील ने यह भी कहा कि, नाविन्यपूर्ण योजना अंतर्गत कृषि विभाग द्वारा किसानों का माल 12 महिने बिक्री व प्रदर्शनी हेतु रखने के लिए शेतकरी सुविधा केंद्र की स्थापना की जाये. जहां पर किसानों द्वारा उगाये जानेवाले साग-सब्जी, फलों व अनाज के लिए बिक्री केंद्र की सुविधा उपलब्ध हो.

  •  रात के समय न की जाये लोडशेडिंग

पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे पाटील के मुताबिक इन दिनों तमाम न्यूज चैनल पर देश में कोयले की किल्लत रहने के चलते विद्युत निर्मिती का प्रमाण घट जाने की खबरें दिखाई जा रही है. ऐसे में इस हेतु अमरावती जिले में आवश्यक नियोजन किया जाये. साथ ही अमरावती जिले में रात के समय बिल्कुल भी लोडशेडिंग न की जाये. इस आशय की मांग करने के साथ ही पूर्व पालकमंत्री पोटे पाटील ने महावितरण को अमरावती जिले में विद्युत आपूर्ति सुचारू रखने हेतु बिजली की मांग व उपलब्धता के बीच संतुलन बनाये रखने का भी सुझाव दिया.

  • व्यवसायिक स्टॉल के इस्तेमाल पर रखी जाये नजर

इस बैठक में पूर्व जिला पालकमंत्री प्रवीण पोटे पाटील ने बताया कि, समाजकल्याण विभाग द्वारा विभिन्न स्थानों पर सडकोें के किनारे व्यवसायिक स्टॉल उपलब्ध कराये गये है, जो अलग-अलग संवर्ग के लाभार्थियों को आवंटित किये गये है. किंतु पाया गया है कि, कई स्थानों पर लाभार्थियों की बजाय इन व्यवसायिक स्टॉलों का किसी अन्य व्यक्ति द्वारा किसी अन्य कार्य के लिए प्रयोग किया जा रहा है. साथ ही कई स्थानों पर व्यवसायिक स्टॉलों को लगाते समय रास्तों से आवाजाही में व्यवधान भी पड रहा है. ऐसे में इस ओर ध्यान देते हुए मनपा की अनुमति लेने और जगह तय करने के बाद ही सरकार सहाय्यित व्यवसायिक स्टॉल लगाये जाये. साथ ही उनके प्रयोग पर भी ध्यान दिया जाये.

  • मरीजों के परिजनों हेतु उपलब्ध हो सुविधा

इसके साथ ही पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे पाटील ने यह भी कहा कि, स्थानीय विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल यानी सुपर स्पेशालीटी हॉस्पिटल में अमरावती शहर व जिले सहित संभाग के दूरदराजवाले क्षेत्रों से वास्ता रखनेवाले मरीज इलाज कराने हेतु आते है. जिनके साथ उनके परिजन भी होते है. किंतु मरीजों के परिजनों हेतु सुपर स्पेशालीटी अस्पताल में निवास की कोई व्यवस्था नहीं है. ऐसे में यह जरूरी है कि नाविन्यपूर्ण योजना के जरिये सुपर स्पेशालीटी अस्पताल सहित जिला सामान्य अस्पताल में मरीजों के परिजनों के रहने हेतु डॉरमेटरी यानी धर्मशाला का निर्माण किया जाये, ताकि उन्हें किसी तरह की असुविधा का सामना न करना पडे. इसके साथ ही उन्होंने अन्य कई विषयों को भी सदन पटल पर रखते हुए जिला नियोजन समिती की अध्यक्षा तथा जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के निर्दशन में लाया. जिसके चलते अध्यक्ष सहित जिला नियोजन समिती की सदस्य सचिव व जिलाधीश पवनीत कौर ने पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे द्वारा उपस्थित किये गये मसलों का समाधान करते हुए संबंधित विभागों को आवश्यक दिशानिर्देश जारी किये.

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