सायन्सकोर पर पटाखा मार्केट की तैयारी शुरू
-
एक-दो दिन में शुरू हो जायेगी चिल्लर पटाखा बिक्री
-
सरकार के रूख को लेकर बना हुआ है संभ्रम
-
इस बार पटाखा बिक्री पर सरकारी प्रतिबंध लगने के भी आसार
अमरावती/प्रतिनिधि/दि.7 – प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी दीपावली पर्व पर स्थानीय सायन्सकोर मैदान पर चिल्लर पटाखा बिक्री हेतु पटाखा बाजार लगाने की तैयारियां शुरू कर दी गई है. जिसके लिए जिला परिषद की ओर से अमरावती चिल्लर पटाखा विक्रेता संघ को सायन्सकोर मैदान आवंटित कर दिया गया है. जहां पर बांसे-बल्लियों के जरिये पटाखा मार्केट लगाने हेतु अस्थायी दुकाने बनाने का काम शुरू कर दिया गया है. साथ ही स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा भी सभी पटाखा विक्रेताओं के लाईसेन्सों का नूतनीकरण कर दिया गया है. ऐसे में अब इस बात में कोई संदेह नहीं कि, प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी सायन्सकोर मैदान पर पटाखा मार्केट लगने जा रहा है. लेकिन दो दिन पूर्व ही राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने इस बार कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए पटाखा बिक्री एवं आतिषबाजी को प्रतिबंधित करने की बात की गई है. ऐसे में इस समय तक इस बात को लेकर संभ्रम देखा जा रहा है कि, इस बार अमरावती में पटाखा मार्केट लगने के बावजूद पटाखा बिक्री होगी अथवा नहीं.
बता दें कि, प्रति वर्ष पांच दिवसीय दीपोत्सव यानी दीपावली के पर्व पर जबर्दस्त आतिषबाजी की जाती है. अकेले अमरावती में ही करीब तीन से साढे तीन करोड रूपयों के पटाखों की बिक्री दीपावली पर्व के समय होती है. हर बार आतिषबाजी की वजह से निकलनेवाले धुएं के चलते होनेवाले प्रदूषण को लेकर चिंता व्यक्त की जाती है. साथ ही इस बार कोरोना संक्रमण का खतरा रहने के चलते सरकार एवं प्रशासन द्वारा कहा जा रहा है कि, इस वर्ष दीपावली पटाखामुक्त होने चाहिए, ताकि प्रदूषण की वजह से लोगों को श्वसन संबंधी समस्याओं व दिक्कतों का सामना न करना पडे. जिसके लिए राज्य सरकार सहित जिला प्रशासन द्वारा आवाहन जारी किया जा चुका है. हालांकि अभी तक प्रतिबंध की घोषणा नहीं की गई है. ऐसे में शहर में पटाखा मार्केट तो लगने जा रहा है, लेकिन साथ ही यह डर भी है कि, सरकार की ओर से कभी भी पटाखा बिक्री व आतिषबाजी को प्रतिबंधित किया जा सकता है.