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डेल्टा प्लस को रोकने कडी नाकाबंदी जरूरी

 लापरवाही पड सकती है भारी

  • तीसरी लहर का अब भी बना हुआ है खतरा

अमरावती/प्रतिनिधि दि.4 –  अमरावती जिले में विगत एक माह से कोविड संक्रमण का प्रभाव काफी हद तक कम हो चुका है. किंतु स्वास्थ्य महकमे द्वारा तीसरी लहर को लेकर सतर्कता की चेतावनी जारी की गई है. वहीं इस बीच मंगलवार से लॉकडाउन की शर्तों को शिथिल कर दिया गया है. ऐसे में अब कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों का कडाई के साथ पालन करना बेहद अनिवार्य और महत्वपूर्ण हो गया है. साथ ही चूंकि अब एक जिले से दूसरे जिले में आवाजाही के तमाम साधन खोल दिये गये है. ऐसे में यह भी बेहद जरूरी हो गया है कि, बाहरी जिलों से डेल्टा प्लस वेरियंट का अमरावती में आगमन न हो सके. इसके लिए जिले की सीमाओं पर कडी नाकाबंदी की जाये.
बता दें कि, अमरावती जिले में विगत फरवरी माह से कोविड संक्रमण की दूसरी लहर की शुरूआत हुई थी. जिसके बाद मई माह के अंत तक अमरावती जिले में 72 हजार से अधिक संक्रमित पाये गये और इस दौरान 1 हजार 219 संक्रमितों की मौत भी हुई. उस समय किये गये अध्ययन में पता चला कि, कोविड वायरस के डेल्टा वेरियंट की वजह से संक्रमण में वृध्दि हुई थी, उस वक्त अमरावती जिले की सीमा पर स्थित नागपुर, यवतमाल व अकोला जिले सहित मध्यप्रदेश के भी कुछ जिलों से कोविड संक्रमित मरीज इलाज हेतु भरती कराये गये थे. जिनके साथ बडी संख्या में उनके रिश्तेदार भी अमरावती आये थे. संभवत: इस वजह से अमरावती जिले में वायरस के नये वेरियंट का प्रवेश हुआ था. वहीं अब कोविड वायरस का डेल्टा प्लस नामक एक नया वेरियंट भी पाया गया है, जो पहले की तुलना में कही अधिक संक्रामक और घातक रहने की जानकारी सामने आयी है. ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि, अनलॉक की प्रक्रिया को आगे बढाते समय कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों का बेहद कडाई के साथ पालन किया जाना जरूरी है. अन्यथा अमरावती शहर सहित जिले में कोविड संक्रमण की तीसरी लहर का कहर व असर शुरू होने में समय नहीं लगेगा.

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