* पर थोडी ही देर में गुस्सा पी जाना पडा
अमरावती/दि.20- खेती बाडी पर निर्भर लोगों को बाजार के फंडे कम समझ में आते हैं. महीनों तक बुआई कर फसल का बडी आशा, उम्मीदों से इंतजार करने के बाद जब मार्केट में लाया जाता है तो, बाजार का धारा उन्हें हैरान, परेशान कर देता है. ऐसा ही आज दोपहर फसल मंडी में देखने मिला. जब तिवसा तहसील अंतर्गत धोत्रा और कालागोटा ग्राम से मूंगफली की फसल लेकर किसान मंडी में आए तो, उन्हें कल शुुक्रवार के मुकाबले आधे दाम पर माल मांगा गया. 10-10 क्विंटल माल लेकर आए श्रीकांत सुधाकर राउत और निरंजन वर्मा पवार का कुछ देर के लिए पारा चढ गया था.
राउत और पवार ने अमरावती मंडल से बातचीत में कहा कि, शुक्रवार को मंडी में माल का सैम्पल बताकर गए थे. तब 7 हजार रुपए क्विंटल बताया गया. जिससे आज उन्होंने 2-2 हजार रुपए किराया देकर मालवाहक से मूंगफली मंडी में लाई. उनके पैरों तले जमीन खिसक गई, जब केवल 3500 रुपए भाव में मूंगफली मांगी गई. दोनों ने अनेक लेवाल से पूछपरख की. मगर कोई भी अधिक दाम देने राजी नहीं हुआ. जिससे एकबारगी दोनों युवा किसानों ने माल वापस ले जाने का इरादा किया. 4 हजार रुपए में माल बेचने की तैयारी की. आखिर पुन: ढुलाई, ट्रक भाडा लगने की सोचकर 40 किमी से आए किसानों ने मूंगफली औनेपौने दाम पर बेचने का निर्णय समाचार लिखे जाने तक किया था. उल्लेखनीय है कि मंडी में माल बहुतायत में आने से कहीं टमाटर तो कहीं सब्जियां बैंगन आदि फेंकने पर किसान मजबूर होने के किस्से देखने-सुनने मिल रहे. इसी कडी में अमरावती में आज अपनी मेहनत से उगाई मूंगफली का उचित दाम न मिलने से दोनों नौजवान किसान तमतमाए मगर उन्हें मनमसोसकर रह जाना पडा.