15 जनवरी को प्रकल्प ग्रस्तों को मिलेगी मिठी खबर
बलीराजा प्रकल्प संगठन को डीसीएम फडणवीस का पक्का वादा
अमरावती /दि.14– विगत 7 दिसं बर को विदर्भ के प्रकल्प ग्रस्तों व्दारा अपनी मांगो को लेकर विदर्भ बलीराजा प्रकल्पग्रस्त संघर्ष संगठन व्दारा पैदल मोर्चा निकाल कर विधान भवन पर आंदोलन किया गया था. जिसके तहत राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस से संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात करने के बाद उपमुख्यमंत्री व्दारा 15 जनवरी के बाद विदर्भ के सभी प्रकल्प ग्रस्तों के लिए ‘गोड बातमी’ यानी मिठी खबर सुनाने का पक्का वादा किया. यह जानकारी पत्रवार्ता दौरान विदर्भ बलीराजा प्रकल्प ग्रस्त संघर्ष संगठन के मनोज चव्हाण, व सुनिल घटाले ने दी.
स्थानीय राजापेठ स्थित पत्रकार भवन में गुरुवार को आयोजित पत्रपरिषद में जानकारी देते हुए संगठन के सदस्यों ने बताया कि 7 दिसंबर को स्थानीय नेहरु मैदान से प्रकल्प ग्रस्तों की विभिन्न मांगो को लेकर भव्य पैदल मार्च निकाला गया था. जिसमें विदर्भ के हजारों प्रकल्प ग्रस्त शामिल थे. यह मोर्चा नागपुर में 12 दिसंबर को पहुंचा. वही 5-6 हजार प्रकल्प ग्रस्तों ने नागपुर में 3 किमी रास्ते को जाम कर वही अपना भोजन व विश्राम किया. नागपुर पुलिस ने बर्डी गोवारी पुलते के पास ही मोर्चे को रोक लेने से प्रकल्पग्रस्तों ने ठंड में वही रात गुजारी. जिसके बाद दुसरे दिन संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने विधान भवन में 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री से मुलाकात की. इस समय धामनगांव के विधायक प्रताप अडसल, पूर्व सांसद आनंदराव अडसुल, कैप्टन अभिजित अडसुल, विधायक देवेन्द्र भुयार के साथ प्रतिनिधि मंडल के मनोज चव्हाण, सुनिल घटाले, डॉ. भगवान पंडित, नितिन मलमकार ने उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस से मुलाकात कर चर्चा की. जहां डीसीएम से सकारात्मक चर्चा हुई व डीसीएम फडणवीस ने 15 जनवरी को विदर्भ के सभी प्रकल्प ग्रस्तों को मिठी खबर सुनाने का पक्का वादा किया. बैठक दौरान प्रकल्प ग्रस्तों ने सिधे शब्दों में सरकार से कहा कि तुम हमारा ध्यान रखो तो हम 2024 में तुम्हारा ध्यान रखेगे. अगर फिर भी बात नहीं बनी और प्रकल्प ग्रस्तों का ध्यान रख कर मांगे पुरी नहीं की गई तो सभा लेकर सरकार के झुठे वादों का फर्दाफास किया जाएगा तथा आंदोलन का रास्ता वापस अपनाया जाएगा. ऐसी जानकारी भी पत्रपरिषद में संगठन की ओर से दी गई. पत्रवार्ता में संपूर्ण संस्थापक अध्यक्ष मनोज चव्हाण, मुख्य सचिव सुनील घटाले, नितीन मलमकार डॉ. भगवान पंडित, अजय भोयर, गौतम खंडारे, प्रशांत मुरादे, अभय जैन, भुषण चौधरी, सतीश मेटांगे, महादेवराव ठाकरे, राजु लोनकर, विलास गावनेर, शंकरराव तायडे, कृष्णराव वानखडे, प्रमोद खाडे, डिगांबर महल्ले, कमलेश पाईकराव आदि उपस्थित थे.