अमरावती/दि.19 – त्रिपुरा में कथित तौर पर घटित घटना का आधार लेते हुए अमरावती में दो समुदायों के बीच टकराववाली स्थिति बनी और इस दौरान पथराव व तोडफोड करने के साथ ही जमकर हिंसा व आगजनी भी हुई. किंतु अब जिला पालकमंत्री द्वारा दावा किया जा रहा है कि, यह सब पूर्व नियोजीत था, तो उन्होंने अब यह खुलासा करना चाहिए कि, यह सब पूर्व नियोजीत कैसे था और यदि यह पूर्व नियोजीत था, तो फिर इसकी भनक सरकार व पुलिस प्रशासन को पहले से क्यों नहीं थी. इस आशय की चुनौती बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक रवि राणा द्वारा जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर को दी गई है.
उल्लेखनीय है कि, गत रोज ही जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने साईबर विभाग की ओर से राज्य सरकार को भेजी गई रिपोर्ट का आधार लेते हुए अमरावती में हुए दंगे को साजीशपूर्वक पूर्व नियोजीत ढंग से अंजाम दिये जाने की बात कही थी. जिस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए विधायक रवि राणा ने कहा कि, सरकार तुम्हारी है, पुलिस विभाग तुम्हारा है. ऐसे में यदि यह सब पूर्व नियोजीत था, तो शुक्रवार की दोपहर शहर में इतना बडा मोर्चा क्यों निकालने दिया गया, इसी तरह यदि दूसरे दिन शनिवार को जो कुछ भी गडबडी हुई, यदि वह भी पुर्व नियोजीत थी, तो आपके पास पुलिस महकमा रहने के बावजूद इसे समय रहते रोका क्यों नहीं गया. ऐसे में अब पालकमंत्री ने इस बात का जवाब देना चाहिए कि, इस दौरान उन्होंने क्या कार्रवाई की और इस पूर्व नियोजीत दंगे के पीछे किन लोगों का हाथ था. यदि यह सब जानकारी आम जनता के सामने नहीं लायी जाती है, तो हमें यह मानने में कोई गुरेज नहीं कि, इस दंगे के पीछे खुद पालकमंत्री सहित उनकी पार्टी के लोगों की भी मिलीभगत थी.
इसके साथ ही विधायक रवि राणा ने विगत शुक्रवार व शनिवार को अमरावती में घटित दंगे और हिंसा को बेहद दुर्भाग्यशाली बताते हुए सभी शहरवासियों से आवाहन किया कि, वे अपने दिमाग को शांत रखे तथा किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें. साथ ही उन्होंने शहर में हालात को पहले की तरह शांत व सामान्य होना बेहद जरूरी बताते हुए कहा कि, इसके लिए हम सभी को साथ मिल-जुलकर प्रयास करने होंगे.