प्रा. अनिल सौमित्र को तुरंत पद से बर्खास्त करो
युकां ने पत्रवार्ता में की विद्यापीठ से मांग
-
महात्मा गांधी व क्रिश्चियन समाज को लेकर दिये गये विवादास्पद बयान का किया निषेध
अमरावती प्रतिनिधि/दि.१ – स्थानीय संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ परिसर स्थित इंडियन इन्स्टिटयूट ऑफ मास कम्युनिकेशन (आयआयएमसी) में अस्सिटंट प्रोफेसर के तौर पर मध्यप्रदेश निवासी प्रा. अनिलकुमार सौमित्र की नियुक्ती की गई है. किंतु प्रा. सौमित्र का अतित काफी विवादास्पद रहा है और उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर बेहद अपमानास्पद बयान दिया है. साथ ही वे क्रिश्चियन समाज को लेकर दिये गये अपने बयान की वजह से भी विवादों में फंस चुके है. ऐसे में उन्हें अमरावती में बिल्कूल भी नियुक्त न किया जाये. क्योंकि उनकी नियुक्ती की वजह से अमरावती आयआयएमसी का वातावरण खराब हो सकता है. अत: प्रा. सौमित्र को तुरंत प्रभाव के साथ पद से बर्खास्त किया जाये. इस आशय की मांग युवक कांग्रेस के प्रदेश महासचिव सागर देशमुख द्वारा की गई है.
इस पत्रकार परिषद में कहा गया कि, प्रा. अनिलकुमार सौमित्र राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं भाजपा की विचारधारा से वास्ता रखते है और वे मध्यप्रदेश की भाजपा मीडिया सेल में एक महत्वपूर्ण पद पर कार्यरत थे. महात्मा गांधी को पाकिस्तान का राष्ट्रपिता बताने का पाप कर चुके प्रा. सौमित्र ने भाजपा के एक मुखपत्र का संपादक रहने के दौरान क्रिश्चियन समाज बंधुओं को लेकर भी विवादस्पद लेख लिखा था. जिसे लेकर बवाल मचने पर भाजपा द्वारा आनन-फानन में उन्हें पद से निलंबित करने का नाटक किया गया था. पश्चात उन्हेें चोरी-छिपे तरीके से अमरावती आयआयएमसी में भेजा गया. किंतु प्रा. अनिल सौमित्र की यहां पर उपस्थिति को कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा और उन्हें पांच दिन के भीतर पद से बर्खास्त किया जाना चाहिए. अन्यथा युवक कांग्रेस, एनएसयुआय सहित अन्य समविचारी दलों द्वारा तीव्र आंदोलन किया जायेगा. इस पत्रकार परिषद में प्रद्युम्न पाटील, सागर यादव, निलेश गुहे, सागर कलाने, संकेत कुलट, गुड्डू हमीद, आशीष यादव, प्रथमेश गवई, तन्मय मोहोड, अक्षय ढोले, अंकुश जुनघरे व सौरभ तिरपटे आदि उपस्थित थे.