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प्रा. मनीष बैस आत्महत्या मामले में 3 से 4 लोगों के बयान दर्ज

आत्महत्या की वजह को लेकर पुलिस कर रही जांच

* सुसाइड नोट को बनाया गया है जांच का आधार
* दो अलग-अलग पन्नों पर लिखी सुसाइड नोट मिली थी मौके से
अमरावती/दि.21 – विगत 18 मार्च की रात महापौर बंगले के पास वृंदावन कालोनी निवासी प्रा. डॉ. मनीष बैस (54) ने अपने आवास पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. बडनेरा स्थित न्यू राम मेघे इंजीनियरिंग कॉलेज में सिवील विभाग प्रमुख के रुप में कार्यरत प्रा. डॉ. मनीष बैस द्बारा आत्महत्या करने से पहले लिखी गई दो पन्नों की सुसाइड नोट मौके से बरामद हुई थी. जिसे आधार बनाते हुए गाडगे नगर पुलिस ने मामले की जांच पडताल करनी शुरु की है. जिसके तहत पुलिस ने विगत 24 घंटों के दौरान करीब 3 से 4 लोगों से पूछताछ करते हुए उनके बयान दर्ज किए है.
बता दें कि, प्रा. डॉ. मनीष बैस द्बारा आत्महत्या करने से पहले लिखे गए दो पन्नों वाले सुसाइड नोट में पहले पन्ने पर प्रा. डॉ. मनीष बैस ने कॉलेज में अपने एक वरिष्ठ प्राध्यापक व्दारा खुदको मानसिक रुप से प्रताडित किए जाने की बात लिखी है. साथ ही दूसरे पन्ने पर उन्होंने यह लिखा था कि, उनके बाद उनकी संपत्ति उनके बेटे को दी जाए. अब पूरा पैसा उनके बेटे की बेहतरीन पढाई-लिखाई पर खर्च की जाए. साथ ही उन्होंने अपने बेटे से अपने द्बारा उठाए जाने वाले आत्मघाती कदम के लिए माफी भी मांगी थी. ऐसे में पुलिस ने सभी पहलूओं को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच करनी शुरु की. इस समय पुलिस को जांच के दौरान पता चला है कि विगत कुछ समय से प्रा. डॉ. मनीष बैस अपनी दूसरी पत्नी के साथ प्रशांत नगर परिसर में रह रहे थे और वृंदावन कॉलोनी स्थित उनका आवास पूरी तरह से खाली पडा था. जहां पर उन्होंने गत रोज फांसी लगाकर आत्महत्या की. प्रा.डॉ. मनीष बैस और उनकी पहले पत्नी काफी अरसा पहले ही आपसी मनमुटाव के चलते एक दूसरे से अलग हो गए थे और उनका तलाक का मामला फिलहाल पारिवारिक न्यायालय में विचाराधीन चल रहा है. प्रा. डॉ. मनीष बैस को अपनी पहली पत्नी से एक बेटा है. जिस पर वे जान छिडका करते थे और आत्महत्या करते समय भी उन्होंने अपनी पूरी संपत्ति अपने बेटे के नाम करते हुए सुसाइड नोट में अपने बेटे से माफी भी मांगी है. पता चला है कि प्रा. डॉ. मनीष बैस की पहली पत्नी ने तलाक का मामला सेटेल करने हेतु 15 लाख रुपए की एकमुश्त राशि मांगी थी और यह रकम अदा करने के लिए एक समय सीमा भी तय की गई थी. वहीं पहली पत्नी से तलाक होने से पहले ही प्रा.डॉ. मनीष बैस ने दूसरा विवाह भी कर लिया था और वे पहली पत्नी को 15 लाख रुपए का एकमुश्त भुगतान देने में भी नाकाम रहे थे. इस वजह से भी वे कुछ दिनों से तनाव में थे, ऐसा उन्हें जाननेवालों का कहना है. यद्यपि जांच के दौरान गाडगे नगर पुलिस को प्रा. डॉ. मनीष बैस के पारिवारिक जीवन के बारे में ये तमाम जानकारियां पता चली है. परंतु सुसाइड नोट में किसी वरिष्ठ व्दारा प्रताडित किए जाने को लेकर प्रा.डॉ. मनीष बैस की ओर से उल्लेखीत वजह पर गाडगे नगर पुलिस ने फिलहाल अपनी जांच को फोकस कर रखा है और इसे केंद्रबिंदू बनाते हुए पुलिस ने करीब 3 से 4 लोगों से पूछताछ करते हुए उनके बयान दर्ज किए हैं, ऐसी जानकारी है.

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