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प्रा. दिनेश सूर्यवंशी के खिलाफ निलंबन व विभागीय जांच की हो सकती है कार्रवाई

  • कर्तव्यकसूर मामले में शिक्षा सहसंचालक ने जारी किया पत्र

  • वर्ष २०१४ से २०१८ के दौरान ली गई छुट्टियों का वेतन भी वसूला जायेगा

अमरावती/प्रतिनिधि/दि.२४  – स्थानीय उच्च शिक्षा सहसंचालक कार्यालय द्वारा किरण नगर स्थित कला, वाणिज्य व विज्ञान महाविद्यालय (नरसम्मा हिरय्या कालेज) के प्राचार्य को पत्र जारी कर कहा गया है कि, इस कालेज में कार्यरत प्रा. दिनेश बाबूराव सूर्यवंशी के खिलाफ कर्तव्य में कसूर करने को लेकर निलंबन व विभागीय जांच के साथ ही आवश्यक कार्रवाई करते हुए रिपोर्ट पेश की जाये और १ जनवरी २०१४ से ३१ मार्च २०१८ के दौरान प्रा. दिनेश सूर्यवंशी ने जितने भी सवैतनिक अवकाश लिये है, उसमें से वसूल पात्र साबित होनेवाली रकम के तौर पर ८ लाख ५१ हजार ४८३ रूपये वसूल करते हुए इस रकम को सरकार के खाते में जमा कराये जाये. उल्लेखनीय है कि, उपरोक्त दर्शायी गयी अवधि के दौरान प्रा. दिनेश सूर्यवंशी भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष हुआ करते थे. साथ ही इन दिनों वे भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भी है. इसके अलावा वे अमरावती विद्यापीठ की सिनेट सभा के भी सदस्य है. ऐसे में विभिन्न शैक्षणिक व राजनीतिक कामकाज के चलते १ जनवरी २०१४ से ३१ मार्च २०१८ तक प्रा. दिनेश सूर्यवंशी ने महाविद्यालय से अवकाश प्राप्त किया था. जिसके संदर्भ में १५ जनवरी २०१९ को पहली बार उच्च शिक्षा संचालक कार्यालय ने एक शिकायती पत्र के आधार पर आवश्यक कार्रवाई का आदेश जारी किया था. जिसमें उच्च शिक्षा विभाग के शिक्षा संचालक कार्यालय (पुणे) द्वारा प्रा. दिनेश सूर्यवंशी को कर्तव्य में कोताही का दोषी पाते हुए उनके खिलाफ निलंबन व विभागीय जांच सहित आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने तथा अवकाश के बावजूद महाविद्यालय से लिये गये वेतन की वसूली करने को लेकर उच्च शिक्षा सहसंचालक कार्यालय को पत्र जारी किया गया है. ऐसे में अब उच्च शिक्षा सहसंचालक कार्यालय द्वारा महाविद्यालय के प्राचार्य के नाम २१ सितंबर २०२० को जारी पत्र में कहा गया है कि, महाविद्यालय की ओर से दिये गये खुलासे में प्रा. दिनेश सूर्यवंशी से १ जनवरी २०१४ से ३१ मार्च २०१८ तक विभिन्न अवकाशों के लिए ८ लाख ५१ हजार ४८३ रूपये की रकम वसूलपात्र दर्शायी गयी है. यह रकम प्रा. दिनेश सूर्यवंशी से अगर वसूल हो चुकी है तो, इसे सरकारी तिजोरी में जमा कराये जाने के चालान की साक्षांकित प्रतिलिपी पेश की जाये, और यदि ऐसा नहीं हुआ है तो प्रा. दिनेश सूर्यवंशी से यह रकम जल्द से जल्द वसूल कर सरकारी तिजोरी में जमा करायी जाये.

कर्तव्य में कोई कसूर नहीं, राजनीति से प्रेरित है कार्रवाई

इस संदर्भ में प्रतिक्रिया हेतु संपर्क किये जाने पर प्रा. दिनेश सूर्यवंशी ने बताया कि, उन्होंने अपने पूरे सेवाकाल के दौरान अपने कर्तव्य में कभी कोई कोताही नहीं की है. वहीं जिस अवधि के सवैतनिक अवकाश की रकम वसूली को लेकर बात की जा रही है, तो उस अवधि में उन्होंने अपने हक की कानूनी व अधिकारपूर्ण छुट्टियां ली थी. जिसमें से कई छुट्टिया तो अर्धवैतनिक व अवैतनिक भी थी. ऐसे में सवैतनिक अवकाश के नाम पर रकम वसूल करने और कर्तव्य में कोताही के नाम पर निलंबन या विभागीय जांच करने का सवाल ही नहीं उठता है. प्रा. दिनेश सूर्यवंशी के मुताबिक विद्यापीठ अधिनियम को ऑर्डिनन्स क्रमांक १२२ व व २४ के तहत वे जितनी छुट्टियोें के हकदार है, उन्होंने वर्ष २०१४ से वर्ष २०१८ के दौरान उतनी ही छुट्टिया ली थी. जिसकी वजह से सरकार का कोई नुकसान नहीं हुआ. साथ ही इस संदर्भ में उस समय कालेज प्रबंधन व प्रशासन को कोई शिकायत नहीं थी. लेकिन वर्ष २०१९ में अचानक उनके द्वारा ली गयी छुट्टियों को अवैध करार देते हुए उनके खिलाफ शिकायत एवं कार्रवाई शुरू की गई. इससे साफ है कि, यह सबकुछ राजनीति से प्रेरित है. qकतु राजनीति करनेवालों को शायद यह पता नहीं है कि, वे इस संदर्भ में कालेज व्यवस्थापन के साथ मिलकर अपना पक्ष रखते हुए सारी बातें स्पष्ट कर चुके है. अत: इस तरह की किसी कार्रवाई का कोई सवाल ही नहीं उठता.

 

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