राजापेठ के थानेदार को करो निलंबीत
पब्लिक पार्लियामेंट संगठन ने की पुलिस आयुक्त से मांग
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लॉकअप् में सागर ठाकरे की आत्महत्या का मामला
अमरावती/प्रतिनिधि दि.23 – विगत 19 अगस्त को राजापेठ पुलिस थाने के लॉकअप में सागर ठाकरे नाम युवक द्वारा आत्महत्या कर लिये जाने के मामले में सबसे पहले राजापेठ के थानेदार मनीष ठाकरे को निलंबीत किया जाना चाहिए और इस मामले की सघन जांच की जानी चाहिए. इस आशय की मांग पब्लिक पार्लियामेंट संगठन की ओर से पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह को सौंपे गये निवेदन में की गई.
संगठन के मुख्य समन्वयक एड. सिध्दार्थ गायकवाड की अगुआई में पुलिस आयुक्त कार्यालय पर एक मोर्चा ले जाया गया. जहां पर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह को ज्ञापन सौंपते हुए कहा गया कि, थानेदार मनीष ठाकरे एक जाति विशेष के उत्पीडन हेतु कुप्रसिध्द है तथा इससे पहले गाडगेनगर पुलिस थाने में रहने के दौरान भी उन पर जाति विशेष के कार्यकर्ताओं पर बिना वजह अपराध दर्ज करने व मारपीट करने के आरोप लगे थे. वहीं अब राजापेठ थाना क्षेत्र में विगत कुछ माह के दौरान हत्या की सात वारदातें हुई है और राजापेठ थाना क्षेत्र में बडे पैमाने पर अवैध व्यवसाय चल रहे है. जिन्हें थानेदार मनीष ठाकरे सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का अभय प्राप्त है. वहीं अब पुलिस हिरासत में पुलिस की नजरों के सामने एक आरोपी द्वारा आत्महत्या कर लिये जाने के बावजूद वरिष्ठाधिकारियों द्वारा थानेदार मनीष ठाकरे को बचाने का प्रयास किया जा रहा है तथा इस मामले में केवल एक पुलिस सिपाही को निलंबीत करते हुए मामलें पर लिपापोती करने का प्रयास किया गया है. जबकि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार लॉकअप् में होनवाली मौत के लिए पुलिस स्टेशन के थानेदार को ही जिम्मेदार मानने की बात कही गई है. लेकिन इसके बावजूद शहर पुलिस द्वारा थानेदार मनीष ठाकरे के खिलाफ अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया है. ऐसे में मनीष ठाकरे को तुरंत पद से निलंबीत करते हुए मामले की सघन जांच की जानी चाहिए. ज्ञापन सौंपते समय एड. सिध्दार्थ गायकवाड सहित साहेबराव नाईक, किरण गुलदे, मनोज खंडारे, सैय्यद फुजैल, धीरज मेश्राम, प्रतिभा प्रधान, शिवा प्रधान, सुषमा मोरे, मीना नागदिवे, वहिदा नायक, गजानन नाईक, श्रीकृष्ण तातड, गोपाल बेठेकर, संगीता तायडे, वैशाली काले, अरविंद नगराले, यश कालपांडे, सरिता खंडारे, शोभा नगराले आदि उपस्थित थे.