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‘राम‘ और ‘सुरेश‘ ले भागे सोनारों का सोना और लाखों रूपये

गलाई के नाम पर करीब एक से सवा करोड की ठगी

  • दो कारागीरों की कारागिरी से शहर के कई सोनार को लगा चूना

  • सराफा बाजार में हडकंप, उधारी का व्यवहार ठप्प

  • छह साल पुरानी घटना की हुई दुबारा पुनरावृत्ति

अमरावती प्रतिनिधि/दि.२ – स्थानीय सराफा बाजार में उस समय हडकंप मच गया, जब सराफा के ही के दो गलाई दुकानदार सराफा व्यवसायियों का करीब ७० से ८० लाख रूपये का सोना और लगभग २० से ३० लाख रूपयों की नकद रकम लेकर गायब हो गये. सराफा व्यवसायियों के साथ हुई इस करीब एक से सवा करोड रूपयों की धोखाधडी के चलते समूचे सराफा बाजार में जबर्दस्त हडकंप व्याप्त है और आपसी भरोसे पर चलनेवाले तमाम तरह के कामकाज एवं उधारी से संबंधित व्यवहार पूरी तरह से ठप्प है.
समाचार लिखे जाने तक इस मामले को लेकर सराफा व्यवसायियों द्वारा पुलिस में किसी तरह की कोई शिकायत नहीं दी गई थी. मामले को लेकर मिली जानकारी के मुताबिक सराफा बाजार परिसर के कालाराम मंदिर परिसर के बाहर राम नामक व्यक्ति तथा करवा मार्केट परिसर में सुरेश नामक व्यक्ति का सोना गलाई से संबंधित काम चलता है. जिसमें से सुरेश नामक गलाई कारागीर की दूकान किराये पर है, जो इस समय बंद पडी है. वहीं कालाराम मंदिर परिसरवाले राम की दूकान इस समय खुली है, लेकिन वहां पर राम की बजाय उसके अन्य परिजन मौजूद है. जिनके पास इस बात की कोई जानकारी नहीं कि, उनका राम कहां है. साथ ही उन्होंने इस पूरे मामले से अनभिज्ञता जताते हुए अपना सोना व रकम वापिस मांगने आये व्यापारियों के सामने यह कहते हुए हाथ खडे कर दिये कि, सोनारों ने राम के साथ व्यवहार करते समय उन्हें इस बार में कोई जानकारी नहीं दी थी. अत: वे इस बारे में कुछ नहीं जानते.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक राम और सुरेश ने शहर के कई व्यापारियों से गलाई के लिए करीबन ३५-३५ लाख से अधिक का सोना लिया था. साथ ही कई अन्य सोनारों ने इन दोनों के पास सोने की ऐवज में १५-१५ लाख से अधिक की रकम ले रखी थी. जिसमें अलग-अलग व्यापारियों से इन दोनों ने २५-५० ग्राम से लेकर १००-१०० ग्राम तक सोना गलाई हेतु लिया था और अलग-अलग सोनारों से डेढ से दो लाख रूपयों की रकम भी हासिल की थी. स्थानीय सराफा बाजार के सुत्रों के मुताबिक इन दोनों गलाई कारागीरों ने करीब दो से तीन दिन तक शहर के सोनारों से सोना सहित नकद रकम इकठ्ठा की और इसके बाद यह दोनों ही लोग करीब एक से सवा करोड रूपयों की नकद राशि व सोना लेकर फरार हो गये है. कल सुबह यह मामला ध्यान में आते ही शहर के सभी सराफा व्यवसायियों में जबर्दस्त हडकंप व्याप्त हो गया. और सबसे बुरा हाल तो उन बडे सोनारों का रहा, जिन्होंने इन दोनों कारागीरों को काफी बडे पैमाने पर सोना और नकद रकम दिये थे. कल सुबह यह मामला उजागर होते ही सराफा बाजार में आपसी लेन-देन का कामकाज और उधार से संबंधित व्यवहार पूरी तरह ठप्प हो गये और इस समय कोई भी सराफा व्यवसायी किसी अन्य व्यापारी या कारागीर को एक पैसे का माल भी उधारी में देने हेतु तैयार नहीं है. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, इससे पहले करीब ६-७ वर्ष पूर्व भी शहर के सराफा व्यवसायियों के साथ ऐसे ही करीब डेढ करोड रूपयों की जालसाजी और ठगबाजी होने का मामला सामने आया था. वहीं इसके बाद भी इस तरह की कुछ छिटपुट वारदातें हुई है. इसके बाद अब एक बार फिर छह वर्ष पूर्व हुई घटना की अमरावती शहर में पुनरावृत्ति हुई है. जिसमें स्थानीय सराफा व्यवसायियों को एक करोड से अधिक की राशि का चूना लगाया गया है.

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