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रामपुरी के शराब तस्करों का चिखलदरा में अड्डा

कृष्णा नगर के चंदन नागवानी व प्रकाश रावलानी समेत रतलाम व उजैन के 10 गिरफ्तार

  • एमपी से नकली शराब लाकर करते थे रिपैकिंग

  • ग्रामीण पुलिस की अपराध शाखा की कार्रवाई, 17.60 लाख का माल जब्त

  • गाडगे नगर पुलिस ने 10 जुलाई 2020 को पहली बार छापा मारकर किया था पर्दाफाश

  • आयुक्तालय पुलिस की डर से एमपी के बॉर्डर पर डाला था कारखाना

अमरावती/प्रतिनिधि दि.23 – ग्रामीण पुलिस की अपराध शाखा ने कल रात चिखलदरा थाना अंतर्गत आने वाले सेमाडोह स्थित महाकाली लडकियों के शासकीय छात्रावास में चलने वाले नकली शराब के कारखाने पर छापा मारकर लगभग 17 लाख 60 हजार 340 रुपए का माल बरामद किया है. इस मामले में पुलिस ने अमरावती के कृष्णा नगर स्थित चंदन गगनदान नागवानी (30), रामपुरी कैम्प स्थित प्रकाश उध्दवराव रावलानी (38) के साथ ही गोलु बाबू मुंडे (37, सेमाडोह), जयेश देवीसिंग सोनिया (22, आरपीएफ कॉलोनी, रतलाम), संजय समरत मालविय (21, शितला माता मंदिर के पास, रतलाम), आकाश राधेश्याम सिंदल (18, जी ब्लॉक टापरी बिर्ला, उज्जैन), नरेंद्र भेरुलाल चव्हाण (21, खातवाकला, रतलाम), सुनील दुर्गाशंकर चव्हाण (25, जी ब्लॉक 64, बिर्लाग्राम नागदा, उज्जैन), शाकीर खां सकुर खां (36, वार्ड नं.4 सारवाकला, रतलाम) आदि को गिरफ्तार किया है. इनके पास से पुलिस ने सफेद रंग की डिझायर कार क्रमांक एमएच 27/बीझेड-0685, एक महिंद्र बोलेरो गाडी समेत कुल 17 लाख 60 हजार 340 रुपयों का नकली शराब का जखीरा बरामद किया. इस मामले में गिरफ्तार चंदन नागवानी और प्रकाश रावलानी यह अमरावती शहर के काफी बडे नकली शराब के तस्कर है. इनके रामपुरी कैम्प में चलने वाले नकली शराब के अड्डे पर 10 जुलाई 2020 को गाडगे नगर पुलिस ने छापा मारा था. उसके बाद अमरावती आयुक्तालय पुलिस की डर से इन दो तस्करों ने रतलाम और उज्जैन के शराब माफियांओं से मिलीभगत कर चिखलदरा के समीप सेमाडोह में फिलहाल बंद स्थिति में रहने वाले जय महाकाली लडकियों के शासकीय छात्रावास में ही शराब का कारखाना खोला था.
गिरफ्तार किये गए इन तस्करों के पास से पुलिस ने नकली देशी, विदेशी शराब प्रति 200 लीटर क्षमता के पांच प्लास्टिक के ड्रम, जिसमें 1 हजार लीटर अल्कोहोल, एक स्टील की बडी कोठी, जिसमें 20 लीटर पानी मिश्रीत अल्कोहोल, मिनरल वॉटर की 36 कैन, प्लास्टिक के 28 बोरे में 180 एमएल की देशी शराब की खाली बोतले, प्लास्टिक के तीन बोरे में आयबी कंपनी की 180 एमएल की शिशे की 620 बोतले, प्लास्टिक ड्रम का ढकण खोलने के लिए हैंडल रहने वाला लोहे का पाना और लोहे का एल्बो, 500 लीटर क्षमता की एक व 300 लीटर क्षमता की एक इस तरह दो प्लास्टो कंपनी की टंकियां, टेक्समो कंपनी इलेक्ट्रीक मोटर, एक कांच का चंचूपात्र जिसपर शराब गिनने के आंकडे लिखे है व एक शिशे का हायड्रोमीटर व थर्मामीटर, दो प्लास्टिक की बैग में आयबी व एमबी कंपनी के प्लास्टिक के ढक्कण, प्रति एक लीटर क्षमता की 7 बोतल, प्लास्टिक की बोतल में 7 लीटर विस्की फ्लेवर रसायन, तीन प्लास्टिक ट्रे व दो स्टील के जार तथा घटनास्थल से महेंद्र बोलेरो कंपनी की गाडी क्रमांक एमपी 05/डीए 0452 और सफेद रंग की स्विफ्ट डिझायर कार क्रमांक एमएच 27/बीझेड-0685 और 12 मोबाइल तथा 2 हजार 980 रुपए नगद इस तरह कुल 17 लाख 60 हजार 340 रुपए का माल जब्त किया गया. पुलिस ने घटनास्थल से सभी 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
उल्लेखनीय है कि इन नकली शराब के तस्करों का यह कारखाना पिछले पांच वर्षों से गाडगे नगर पुलिस स्टेशन अंतर्गत रामपुरी कैम्प परिसर में चल रहा था. इस कारखाने पर 10 जुलाई 2020 की रात गाडगे नगर पुलिस ने छापा मारा था और इसी गिरोह का उस समय भंडाफोड किया था. उस समय कल रात पकडा गया चंदन नागवानी और प्रकाश रावलानी यह फरार हो चुका था. जबकि रामपुरी कैम्प में जिसके घर में उस समय यह कारखाना चलाया जाता था वह विक्की नावानी पकडा गया था. पुलिस की उस कार्रवाई के बाद इस नकली शराब के तस्करों ने अपनी गतिविधियां कुछ समय के लिए बंद कर रखी थी और अब आयुक्तालय पुलिस की डर से इस गिरोह ने चिखलदरा थाना क्षेत्र के तहत आने वाले सेमाडोह स्थित जय महाकाली लडकियों के शासकीय छात्रावास में अपना ठिया जमा लिया था.

हाईवे पर स्थित ढाबों पर होता है माल सप्लाई

खबर है कि इस गिरोह की विशेषता यह है कि वह शहर के बाहर हाईवे पर रहने वाले ढाबों पर यह नकली शराब सप्लाई करते है. क्योंकि बाहरी गांव से आने वाले ट्रक चालक और यात्री वाहन ऐसे होटलों पर रुकते है और यात्री वहां खाना खाने के बाद पहले जब शराब की मांग करते है तो उन्हें यह शराब परोसते है.

इस तरह बनाई जाती है नकली शराब

आज मौके पर जब्त किये 20-20 लीटर वाले जार इसी काम में लाये जाते है. जिसमें हायड्राक्झीन हायड्रोक्लोराइड नामक नींद की गोलियों को मिलाया जाता है. 20 लीटर पानी के जार में नींद की 20 गोलियों को डाला जाता है. इसके साथ ही शराब को रंग आना चाहिए इस कारण विशेष किश्म के लिक्विड जिसका रंग लाल और पिला होता है वह मिलाए जाते है. बाद में यह नकली शराब हुबहू एमडी और आयबी की शराब की तरह दिखाई देती है. उसके बाद यह नकली शराब कबाड में खरीदी गई खाली बोतलों में भरकर उसे दुबारा पैकिंग कर बाकायदा सीलबंद वाले ढक्कण और स्टीकर लगाए जाते है. बाद में यह शराब होटल और ढाबों पर सप्लाई की जाती है.

लॉकडाउन में इसी गिरोह ने जमकर बेची नकली शराब

खबर है कि इसी गिरोह का नकली शराब का कारखाना जब गाडगे नगर थाना क्षेत्र के तहत आने वाले रामपुरी कैम्प परिसर में था, तब इस तरह की नकली शराब बडी मात्रा में बनाकर यह गिरोह उसकी चोरी छिपे बिक्री करता था क्योंकि सामान्य स्थिति में 150 रुपए में बेची जाने वाल एमडी विस्की और आयबी विस्की लॉकडाउन में 400 से 500 रुपये में बेची जाती थी. उस समय इस गिरोह ने बडी मात्रा में नकली शराब की बिक्री की, ऐसा विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है. इसी दौरान 10 जुलाई की रात गाडगे नगर पुलिस को रामपुरी कैम्प में स्थित इसी गिरोह के नकली शराब कारखाने पर छापा मारकर इसका भंडाफोड किया था.

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