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राणा ने मांगी फारेस्ट की जमीन

शिक्षा संस्थान का विस्तार का विचार

* वन विभाग ने ठुकराई अर्जी
* अब मुनगंटीवार से गुहार
नागपुर/दि.27- बडनेरा के युवा स्वाभिमान विधायक रवि राणा ने नागपुर के धाबा एरिया में शिक्षा संस्थान के विस्तार के विचार से वन विभाग की जमीन चाही है. इस संस्था का नाम राजर्षी शाहू छत्रपति शिक्षण संस्था है. झुडपी जंगल कहलाती यह जमीन है. जिसका प्राथमिक आवेदन वन विभाग ने नामंजूर कर दिया. खबर है कि, राणा ने अब उक्त जमीन के लिए वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार के पास गुहार लगाई है. यह भी मालूम हुआ है कि, राणा 99 साल की लीज पर 0.98 हेक्टेयर जमीन चाहते हैं.
* 40 वर्ष से संस्था चल रही
यह निजी शिक्षा संस्थान क्षेत्र में 40 वर्षो से कार्यरत होने की जानकारी दी गई. इस संस्थान से सटा 2.66 हेक्टेयर झुडपी जंगल है. जिसमें से राणा ने 0.98 हेक्टेयर की मांग की है. यह जगह ढाई फुटबॉल मैदान जितनी होती है. उस पर शिक्षा संस्थान का विस्तार का इरादा अर्जी में बताया गया था.
* पहला आवेदन नामंजूर
शिक्षा संस्थान ने वन संरक्षण कानून 1980 के तहत जमीन देने और उसके लिए उचित बदलाव करने का अनुरोध वन विभाग से किया था. वह प्रस्ताव नकारात्मक अभिप्राय के साथ लौटा दिया गया. अधिकारियों ने कहा कि, कानून के तहत कोई विशेष गतिविधि संस्थान नहीं करनेवाला इसलिए जमीन देना उचित नहीं होगा.
* मुनगंटीवार से प्रार्थना
जंगल महकमे व्दारा इंकार पश्चात विधायक राणा ने वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार को लिखित विनती की है. पता चला है कि मुनगंटीवार ने प्रधान सचिव (वन) को इस बारे में संभावना देखने कहा है, कि जमीन शिक्षा संस्थान को दी जा सकती है या नहीं. राणा के पत्र में झुडपी जंगल की जगह 99 वर्ष के लिए लीज पर देने की विनती की है. सर्वोच्च न्यायालय के निर्णयानुसार झुडपी जंगल भी जंगल ही माना जाता है. इसलिए वन संरक्षण कानून के तहत उसे क्लियर करना पडेगा. वन विभाग की जगह लीज पर देने का कानून में कोई प्रावधान नहीं है.

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