अमरावती/दि.११ – राज्य सरकार की ओर से रापनि को यात्री सेवा बसों से जरूरी और अन्य वस्तूओं को लाने ले जाने की अनुमति दी. जिसके तहत रापनि ने २१ मई से माल ढूलाई की शुरूआत की. माल ढूलाई सेवा का लाभ किसान, व्यापारी, छोटे व बड़े कारखानदारों के अलावा गैरसरकारी विभागों को मिला. जिससे रापनि ने ६८ लाख रुपयों की कमाई की है.
रापनि की ओर से अब तक माल ढूलाई की कुल १ हजार २७६ फेरियां चलायी गई. जिसके तहत १ लाख ९३ हजार २५१ किलोमीटर की यातायात हुई. जिससे रापनि को ६७ लाख १२ हजार रुपयों का उत्पादन मिला है. माल की ढूलाई पूरी तरह से सुरक्षित और समय पर किया जा रहा है. जिसके चलते नागरिकों ने सेवा का लाभ लेना शुरू किया है. यह सेवा २४ घंटे चलायी जा रही है. कोविड प्रकोप टालने के लिए लॉकडाउन घोषित किया गया. आम यात्रियों के लिए बस सेवा बंद कर दी गई. लेकिन बीते १ जून से चरणाबद्ध तरीके से अनलॉक प्रक्रिया शुरू की गई. वहीं सीमित यात्री सफर भी शुरू किया गया. जिससे अमरावती विभाग को २ से ३ लाख रुपयों का उत्पन्न मिला. इसके बाद २१ अगस्त से ५० फीसदी यात्री क्षमता के साथ अंतरजिला यातायात को अनुमति दी गई. वहीं १८ सितंबर से पूरी क्षमता से यातायात शुरू की गई. जिसके तहत अमरावती विभाग के सभी डिपो की बस सेवा जिले में सुचारू की गई. लेकिन यात्रियों का अल्प प्रतिसाद मिलने से १० से १२ लाख रुपयों की कमाई हो पायी. बीते नवंबर माह में दीपावली का त्यौहार होने से यात्री ढूलाई को बेहतर प्रतिसाद मिला. जिससे रापनि के उत्पन्न में इजाफा होने की शुरूआत हुई. रोजाना दीपावली के बाद लगभग ३३ से ३४ लाख रुपयों का उत्पन्न मिला. अंतरराज्य यातायात के चलते हैद्राबाद, खंडवा, भेापाल, बऱ्हाणपूर, छिंदवाडा, बैतुल, मुलताई, पांढुर्णा बसेस शुरू की गई. इसके अलावा अंतरजिला यातायात में नागपुर, पुणे, औरंगाबाद, नांदेड, परभणी, अंबेजोगाई, माहूर, मांडवी, लातूर, बीड, बुलढाणा, चंद्रपूर, नाशिक, जलगांव जैसी बस फेरियां शुरू की गई. यात्री ढूलाई में अमरावती विभाग में औसत १ हजार ७६ फेरियां चलायी जा रही है.