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अब रैपीड एंटीजन टेस्ट नहीं होगी

  • केवल आरटी-पीसीआर जांच ही की जायेगी

  • संक्रमितों की संख्या घटने से लिया गया निर्णय

अमरावती/प्रतिनिधि दि.२०  – विगत कुछ दिनों से अमरावती शहर सहित जिले में कोरोना संक्रमितों की पहचान हेतु जल्द से जल्द रिपोर्ट हासिल करने के लिए रैपीड एंटीजन टेस्ट करने की सुविधा उपलब्ध कराते हुए शहर के विलास नगर स्थित मनपा शाला व दशहरा मैदान स्थित आयसोलेशन दवाखाने में रैपीड एंटीजन टेस्ट सेंटर शुरू किये गये थे. इसके अलावा कई निजी दवाखानों में भी रैपीड एंटीजन टेस्ट सेंटर शुरू करने की अनुमति दी गई थी. लेकिन अब जैसे ही कोरोना संक्रमण की रफ्तार और प्रमाण कम हुए है, वैसे ही प्रशासन द्वारा रैपीड एंटीजन टेस्ट को बंद करने का निर्णय लिया गया है और अब पहले की तरह कोविड लैब में आरटीपीसीआर टेस्ट ही हुआ करेगी. बता दें कि, अमरावती शहर सहित जिले में जैसे ही कोरोना संक्रमण ने रफ्तार पकडनी शुरू की और कोरोना संक्रमितों की संख्या बडी तेजी से बढनी शुरू हुई, वैसे ही कोरोना संक्रमित मरीजों की जल्द से जल्द पहचान करने और उन्हें इलाज सुविधा तुरंत मुहैय्या कराने के लिए अमरावती शहर सहित जिले में कोरोना संदेहित मरीजों की रैपीड एंटीजन टेस्ट करनी शुरू की गई थी. जिसमें नाक के जरिये स्वैब सैम्पल लेते हुए मात्र आधे घंटे के भीतर किसी भी मरीज की कोरोना पॉजीटिव या निगेटिव रिपोर्ट प्राप्त हो जाती थी. जिसमें से पॉजीटिव मरीजों को तुरंत ही अस्पताल में इलाज हेतु भरती कराया जाता था. वहीं जिनकी रिपोर्ट निगेटीव आती थी. उनके सैम्पल आरटी-पीसीआर टेस्ट के लिए कोविड लैब भिजवाये जाते थे, ताकि निगेटिविटी की दोबारा तसदीक कर ली जाये. लेकिन अब रैपीड एंटीजन टेस्ट के लिए सैम्पल नहीं लिये जायेंगे, बल्कि पहले की तरह कोविड टेस्ट लैब में आरटीपीसीआर टेस्ट ही करवाई जायेगी. जिसकी रिपोर्ट सैम्पल देने के ४८ घंटे बाद प्राप्त होगी. इस हेतु विलास नगर व मनपा आयसोलेशन दवाखाने सहित पीडीएमसी में थ्रोट स्वैब सैम्पलों के संकलन का काम किया जायेगा. जिन्हें विद्यापीठ सहित पीडीएमसी की कोविड टेस्ट लैब में जांच हेतु भिजवाया जायेगा.

इमरजन्सी के लिए रैपीड एंटीजन टेस्ट जरूरी

यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, आरटी-पीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट मिलने में ४८ घंटे का समय लगता है. वहीं रैपीड एंटीजन टेस्ट में पॉजीटिव-निगेटीव की जानकारी मात्र आधे घंटे में पता चल जाती है. ऐसे में गर्भवति महिलाओं, बुजुर्ग मरीजों एवं किसी आपात स्थिति सहित किसी सडक हादसे का शिकार रहनेवाले लोगों का इलाज शुरू करने से पहले उनकी कोरोना टेस्ट के लिए रैपीड एंटीजन जांच पध्दति का शुरू रहना बेहद जरूरी है, ताकि उनकी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट तुरंत प्राप्त हो और तुरंत ही उनका इलाज भी शुरू हो. ऐसे में प्रशासन द्वारा इमरजन्सी स्थितिवाले मरीजों के लिए रैपीड एंटीजन टेस्ट की सुविधा उपलब्ध रखी जानी चाहिए.

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