अंबादेवी व एकवीरादेवी में रिकॉर्डतोड भीड
सप्तमी व अष्टमी पर जुटे हजारों श्रध्दालु
अमरावती-/दि.3 इस समय नौ दिवसीय शारदीय नवरात्रौत्सव अपने अंतिम चरण में है और कल नवमी का पर्व मनने के साथ ही नवरात्रौत्सव की समाप्ती हो जायेगी. जिसके बाद बुधवार 5 अक्तूबर को बडे हर्षोल्लास के साथ विजयादशमी यानी दशहरे का पर्व मनाया जायेगा. ऐसे में बीते शनिवार से लेकर आज सोमवार तक यानी षष्टमी, सप्तमी व अष्टमी के पर्व पर अंबादेवी व एकवीरादेवी मंदिरों में देवी दर्शन करने हेतु भाविक श्रध्दालुओं की रिकॉर्डतोड भीड उमडी. जिससे दोनों मंदिरों के गर्भगृहों सहित आसपास के परिसर में पांव रखने के लिए भी जगह उपलब्ध नहीं बची.
उल्लेखनीय है कि, शनिवार और रविवार को सप्ताहांत व साप्ताहिक अवकाश रहने के चलते लोगबाग बडी भारी संख्या में अंबादेवी व एकवीरा देवी का दर्शन करने सहित अंबादेवी की यात्रा में घुमने और खरीददारी करने के लिए निकले. ऐसे में शनिवार व रविवार को पूरा समय अंबादेवी व एकवीरादेवी परिसर भाविक श्रध्दालुओं की जबर्दस्त भीडभाड से भरा रहा. साथ ही इस पूरे परिसर में माता रानी के जयकारे गूंजते रहे. ऐसे में अंबादेवी व एकवीरादेवी परिसर में लगी अस्थायी दुकानों में भी अच्छी-खासी ग्राहकी का दौर चला.
आज व कल 1 लाख श्रध्दालुओं के पहुंचने की उम्मीद
जहां शनिवार व रविवार को सप्ताहांत व साप्ताहिक अवकाश के चलते अंबादेवी व एकवीरादेवी मंदिर में श्रध्दालुओं की रिकॉर्डतोड भीड उमडी. वहीं उम्मीद जताई जा रही है कि, सोमवार व मंगलवार को महाअष्टमी व महानवमी के पर्व पर अंबादेवी व एकवीरादेवी मंदिर में एक-एक लाख भाविक श्रध्दालु उपस्थित होंगे.
रोजाना 23 घंटे खुले रहते है दोनों मंदिर
– हर दिन 50 हजार से अधिक श्रध्दालु पहुंचे रहे
– रोजाना 5 से 6 हजार लोगों का हो रहा महाप्रसाद
नवरात्रौत्सव के निमित्त अंबादेवी व एकवीरादेवी मंदिरों को रोजाना भाविक श्रध्दालुओं के दर्शनार्थ 23 घंटे खुला रखा जाता है, ताकि अमरावती शहरवासियों सहित जिले के अन्य इलाकों तथा दूरदराज के क्षेत्रों से आनेवाले भाविक श्रध्दालुओं द्वारा अधिक से अधिक संख्या में देवी दर्शन कर सके. इस समय एक अनुमान के मुताबिक अंबादेवी व एकवीरादेवी मंदिर में रोजाना 50 हजार से अधिक भाविक श्रध्दालु पहुंच रहे है. जिनके द्वारा बडी आस्था के साथ देवी दर्शन का लाभ लिया जा रहा है. वहीं दूरदराज के क्षेत्रों से आनेवाले लोगों की व्यवस्था के लिए दोनोें मंदिर संस्थानों द्वारा अपने भक्त निवास को तैयार रखा गया है. साथ ही साथ नवरात्री के दौरान रोजाना सुबह 11 बजे से दोपहर 3.30 बजे के बीच 5 से 6 हजार भाविक श्रध्दालुओं को नि:शुल्क भोजन महाप्रसाद का लाभ दिया जा रहा है. इसके तहत संस्थान के साथ जुडे जय गोविंदा व रूद्रावतार ग्रुप द्वारा नवरात्र के पहले दिन से अपने 200 स्वयंसेवकों के साथ भोजन वितरण सेवा में सहयोग किया जा रहा है. जिनके जरिये शेगांव संस्थान की तर्ज पर टेबल-कुर्सी पर श्रध्दालुओं को बिठाकर उन्हें भोजन परोसने की व्यवस्था की गई है और जाति-धर्म का भेद किये बिना समाज के सभी वर्गों को बडे सम्मान व स्नेह के साथ भोजन प्रसाद वितरित किया जाता है.
चप्पे-चप्पे पर हैं सुरक्षा के कडे इंतजाम
– सीसीटीवी कैमरों से रखी जा रही नजर
– पूरे परिसर में पुलिस का कडा बंदोबस्त
श्री अंबादेवी व एकवीरदेवी मंदिर संस्थान परिसर में देवी दर्शन करने हेतु उमड रही भाविक श्रध्दालुओं की भीड को देखते हुए शांति व व्यवस्था बनाये रखने हेतु दोनों मंदिर संस्थान की ओर से व्यापक स्तर पर प्रबंध किये गये है, ताकि भारी भीडभाड रहने के बावजूद भी हर एक श्रध्दालु द्वारा आसानी से देवीदर्शन किया जा सके. इसके अलावा यहां पर भीडभाड को नियंत्रित रखने और सुरक्षा की स्थिति को बनाये रखने के लिए शहर पुलिस द्वारा भी चाकचौबंद इंतजाम करते हुए कडा बंदोबस्त लगाया गया है. साथ ही पूरे परिसर में 170 सीसीटीवी कैमरों के जरिये नजर रखी जा रही है. अंबादेवी मंदिर में 6 पुलिस निरीक्षक, 11 पुलिस उपनिरीक्षक, 103 पुरूष पुलिस कर्मचारी, 43 महिला पुलिस कर्मचारी, 100 होमगार्ड तथा एकवीरादेवी मंदिर में 12 अधिकारी, 100 कर्मचारी व 60 होमगार्ड तैनात किये गये है. इसके अलावा अपराध शाखा व पुलिस आयुक्त के विशेष पथक द्वारा भी दोनोें मंदिर परिसरों सहित अंबादेवी की यात्रा में लगातार गश्त लगाते हुए हर आने-जानेवाले व्यक्ति पर अपनी पैनी निगाह रखी जा रही है.