वर्धा में पर्यावरणवादियों का आरक्षण रहा सफल
सेवाग्राम में वृक्षों को बचाने सडक निर्माण के लिए पर्यायी जगह की खोज
वर्धा प्रतिनिधि/दि.१९– इस समय वर्धा-सेवाग्राम मार्ग का कांक्रीटीकरण व चौडाईकरण किया जा रहा है. जिसके लिए इस सडक के दोनों ओर स्थित १६८ वृक्षों में से ७० वृक्षों को अब तक काटा जा चुका है. यह बात ध्यान में आते ही पर्यावरण प्रेमियों ने वृक्षों की कटाई के खिलाफ अपना विरोध दर्शाया. जिसके चलते अब वृक्षों को बचाते हुए सडक निर्माण करने हेतु अन्य पर्यायों की खोज की जा रही है और सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग ने वृक्षों को बचाते हुए यह काम करने के लिए दुबारा सर्वेक्षण करना शुरू किया है. बता दें कि, वर्धा से सेवाग्राम के बीच मौजूद १२ किमी लंबी सडक पर करीब २५०० वृक्ष है. जिसमें से १७० वृक्षों को इस मार्ग के चौडाईकरण एवं कांक्रीटीकरण के लिए हटाया जाना बेहद आवश्यक है.
जिसके लिए वन विभाग सहित सेवाग्राम व नालवाडी ग्राम पंचायत व नगर परिषद ने एनओसी भी जारी की है, लेकिन इन वृक्षों की कटाई करते समय सेवाग्राम के कुछ नागरिकों ने ‘चिपको‘ आंदोलन करते हुए वृक्षों की कटाई के प्रति तीव्र आपत्ति दर्ज करायी. साथ ही लोकनिर्माण विभाग के साथ दो बार बैठक लेकर कोई अन्य पर्याय खोजने कहा. पश्चात लोकनिर्माण विभाग ने इस काम को फिलहाल स्थगित करते हुए कहा है कि, इस काम हेतु दुबारा सर्वेक्षण किया जायेगा और जितने अधिक से अधिक वृक्षों को बचाया जा सकता है, उतने वृक्ष बचाये जायेंगे.