आरक्षण हक्क कृति समिति ने निकाला आक्रोश मोर्चा
ओबीसी समाज को आरक्षण देने की मांग ने जोर पकडा
अमरावती/प्रतिनिधि दि.26 – सभी अनुसूचित जाति जनजाति, भटकी जाति, विमुक्त जनजाति, विशेष पिछडा प्रवर्ग व ओबीसी समाज को आरक्षण देने की मांग के लिए आज आरक्षण हक्क कृति समिति की ओर से इर्विन चौक से जिलाधिकारी कार्यालय पर भव्य आक्रोश मोर्चा निकाला गया था. इस समय आरक्षण हक्क कृति समिति ने 33 प्रतिशत पिछडा वर्गीय जाति समूह को आरक्षण देने वाला कानून जो वर्ष 2004 में किया, उसे हाईकोर्ट ने खारिज किया. उस निर्णय के विरोध में राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अपील दाखल करनी चाहिए, इस तरह की मांग की गई.
मोर्चा के माध्यम से आरक्षण हक्क कृति समिति ने कहा हेै कि 15 जून 2018 के आदेश के अनुसार न्यायालय के अंतिम निर्णय के अधिन रहकर पदोन्नति देनी चाहिए, समिति का आरोप है कि मंत्रालय के अधिनस्त अधिकारियों ने साजिश कर पिछडा वर्गियों का प्रमोशन बंद करने के लिए जिम्मेदार रहने वालों पर एट्रासिटी तथा आरक्षण अधिनियम कलम 8 के तहत अपराध दर्ज करना चाहिए, मंत्री गट समिति के अध्यक्ष पद पर रहने वाले अपिछडा वर्गीय मंत्री अजित पवार ने पिछडा वर्गियों के विरोध में निर्णय लेने से उन्हे तत्काल निष्काषित कर उनकी जगह पिछडावर्गिय मंत्री को नियुक्त करना चाहिए, विदेश छात्रवृत्ति के लिए उत्पन्न की शर्त अनुसूचित जाति,जनजाति के लिए घटनाबाह्य रहने से उत्पन्न की शर्त रद्द करे, विदेशी छात्रवृत्ति की संख्या कर्नाटक के अनुसार 450 प्लस करने तथा केंद्र सरकार की तरह जागतिक 1000 मानांकन विद्यापीठ में प्रवेशित विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति मंजूर करे, व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए फ्रीशिप योजना सामाजिक न्याय विभाग के 1 नवंबर 2003 के शासन निर्णय के तहत राज्य के बाहर भी लागू करे तथा व्यावसायिक उच्च शिक्षा के लिए बंद की गई फ्रीशीप पूर्ववत शुरु करे, इसके साथ ही अपनी 16 सूत्री मांगों का निवेदन इस समय जिलाधिकारी को सौंपा गया. मोर्चा का नेतृत्व आरक्षण हक्क कृति समिति के राज्य निमंत्रक पूर्व सांसद हरिभाऊ राठोड, सुनील निरभवने, अरुण गाडे, एस.के.भंडारे, एन.बी.जारोंडे, सिध्दार्थ कांबले, आत्माराम पाखरे, संजीवन गायकवाड, डॉ.नितीन कोली, शरद कांबले, संजय कांबले, संजय घोडके, प्रा.मधुकर उईके, अनिलकुमार ढोले, संजय खामकर, फरेंद्र कुतिरकर, राजकुमार जवादे, डॉ.बबन जोगदंड, सुरेश पवार, एस.के.हनवते, व्ही.के.चोरपगार, डॉ.कमलाकर पायस, विठ्ठलराव मरापे, एड.पी.एस.खडसे, एड.एम.एन.चोखांद्रे, डॉ.मधुकर मेश्राम, डॉ.आर.पी.बोरकर, डॉ.प्रफुल्ल गवई, प्रा.शैलेश गवई, डॉ.बी.आर.वाघमारे, सिध्दार्थ गेडाम, प्रा.रविंद्र परधने, एड.उमेश इंगले, डॉ.निलाम भटकर, निरंज धांदे, राजेंद्र माहोरे, प्रकाश बोरकर, मायाताई धांडे, ज्योती वानखडे, डॉ.दिनेश रोजनकर, डॉ.रत्नशील खोब्रागडे समेत सैकडों की संख्या में आरक्षण हक्क कृति समिति के कार्यकर्ता व पदाधिकारी उपस्थित थे.