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अभी केवल प्रतिबंध, लॉकडाउन नहीं

स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने स्पष्ट की स्थिति

* बोले : संक्रमण बढने पर उठाये जायेंगे और अधिक कडे कदम
* सभी से सतर्क रहने व नियमों का पालन करने का किया आवाहन

मुंबई/दि.25- इस समय जिस रफ्तार से पूरी दुनिया कोविड वायरस के ओमीक्रॉन नामक नये वेरियंट के खतरे से जूझ रही है और जिस तरह महाराष्ट्र में भी बडी तेजी के साथ ओमिक्रॉन संक्रमित मरीज पाये जा रहे है. उसे देखते हुए राज्य सरकार ने कुछ कडे प्रतिबंध लागू करने का फैसला लिया है, लेकिन फिलहाल राज्य में लॉकडाउन लागू करने को लेकर कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है. परंतु यदि ओमिक्रॉन वेरियंट की वजह से संक्रमण की तीसरी लहर आती है, तो निश्चित तौर पर सरकार को एक बार फिर लॉकडाउन जैसा फैसला लेना पड सकता है. अत: बेहद जरूरी है कि, सभी लोग कोविड संक्रमण को रोकने हेतु और इस संक्रमण की चपेट में आने से बचने हेतु प्रतिबंधात्मक नियमों व निर्देशों का कडाई के साथ पालन करे. इस आशय का प्रतिपादन राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे द्वारा किया गया.
यहां बुलाई गई एक पत्रकार परिषद में उपरोक्त प्रतिपादन करने के साथ ही स्वास्थ्य मंत्री टोपे ने कहा कि, यदि राज्य में कोविड संक्रमण की तीसरी लहर आती है, तो उसके लिए निश्चित रूप से ओमिक्रॉन वेरियंट ही जिम्मेदार रहेगा. क्योंकि इससे पहले पाये गये दो वेरियंट की तुलना में ओमिक्रॉन वेरियंट के संकमण की रफ्तार काफी अधिक है तथा इस समय दुनिया के कई देश देखते ही देखते इस वेरियंट की चपेट में आ चुके है. स्वास्थ्य मंत्री टोपे ने इस बात को लेकर भी चिंता जताई कि, इस समय देश के अन्य राज्यों की तुलना में महाराष्ट्र में ओमीक्रॉन संक्रमित मरीजों की संख्या कुछ अधिक है. ऐसे में बेहद जरूरी है कि, महाराष्ट्र में हालात को नियंत्रित करने हेतु प्रभावी रूप से कडे कदम उठाये जाये. इसी के तहत महाराष्ट्र में रात्रीकालीन जमावबंदी का फैसला लिया गया है. अत: सभी लोगों ने इस निर्णय का पालन करना चाहिए.
* शालाएं फिलहाल शुरू ही रहेगी
इस पत्रवार्ता में स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपेे ने कहा कि, फिलहाल शालाओं को लेकर सरकार द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया गया है. ऐसे में शालाएं अभी जैसे खुली हुई है, वैसे ही खुली रहेगी और शालाओं को बंद नहीं किया जायेगा. हालांकि सरकार द्वारा 18 वर्ष से कम आयुवाले बच्चों
का टीकाकरण कराने को लेकर भी सरकार प्रयासशिल है.
* जब रोजाना 500 मेट्रिक टन ऑक्सिजन लगेगी, तब लॉकडाउन
इस पत्रवार्ता में स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि, यदि राज्य में ओमिक्रॉन संक्रमित मरीजों की संख्या काफी अधिक बढती है और संक्रमित मरीजों के इलाज हेतु रोजाना 800 मेट्रिक टन की आवश्यकता पडने लगती है, तो उस स्थिति में राज्य सरकार द्वारा लॉकडाउन लगाये जाने पर विचार किया जायेगा, ऐसा पहले से तय किया गया था. किंतु अब तय किया है कि, चूकि ओमिक्रॉन वेरियंट के संक्रमण की रफ्तार काफी अधिक है. अत: जैसे ही रोजाना 500 मेट्रिक टन ऑक्सिजन की जरूरत पडने लगेगी, वैसे ही राज्य सरकार द्वारा राज्य में लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया जायेगा. इस समय स्वास्थ्य मंत्री टोपे ने यह भी कहा कि, सरकार कडे प्रतिबंध लगाने का लक्ष्य लेकर नहीं चल रही, लेकिन अगर हालात बिगडते है, तो स्थिति को नियंत्रित करने हेतु मजबूरी में कडे कदम उठाने ही पडेंगे. क्योेंकि ओमिक्रॉन वेरियंट के संक्रमण की रफ्तार ही अपने आप में चिंताजनक है. अत: सभी लोगों ने आवश्यक सतर्कता बरतनी ही चाहिए.

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