ऋषभ भूतडा बने वेस्ट हवाई एस्ट्रॉनॉमी क्लब के बोर्ड मेंबर
अमरावती के युवा की अंतरिक्ष में दुबारा उंची छलांग
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यह सदस्यता हासिल करनेवाले पहले भारतीय बने
अमरावती/प्रतिनिधि दि.20 – संयुक्त राज्य अमरीका की अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा वर्ष 2004 में गठित नाईट स्काय क्लब तथा वेस्ट हवाई एस्ट्रॉनॉमी क्लब में बोर्ड मेंबर के तौर पर अमरावती शहर से वास्ता रखनेवाले युवा अंतरिक्ष वैज्ञानिक ऋषभ पवन भूतडा का चयन किया गया है. सबसे उल्लेखनीय बात यह है कि, वर्ष 2004 से अब तक कोई भी भारतीय इस क्लब में बतौर बोर्ड मेंबर शामिल नहीं हो पाया है और यह बहुमान हासिल करनेवाले ऋषभ भूतडा पहले भारतीय है.
बता दें कि, मैकेनिकल डिप्लोमा, एरोनॉटिकल इंजिनिअरींग, एस्ट्रो फिजिक्स, एस्ट्रो बायोलॉजी तथा एंशियंट एस्ट्रोनॉट थेअरी विषय की पदवी प्राप्त ऋषभ भूतडा का शुरू से अंतरीक्ष की अनंत व अथाह गहराईयों में झांकने की रूचि रही और उन्होंने इससे पहले नासा के इंटरनैशनल मून ऑर्ब्जरवर के तौर पर भी काम किया. साथ ही नासा द्वारा चांद पर भेजे जानेवाले अगले मानव मिशन के लिए ऋषभ भुतडा द्वारा बनाये गये बायो टॉयलेट के मॉडल को नासा द्वारा स्वीकृत किया गया था. इसके अलावा ऋषभ ने अंतरिक्ष विज्ञान पर आधारित 6 किताबों का लेखन भी किया है और उनके नाम पर कई आविष्कारों के पेटेंट भी दर्ज है.
ऋषभ भुतडा द्वारा अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में किये जा रहे उल्लेखनीय कामों को देखते हुए नासा द्वारा उन्हें इंटरनैशनल नाईट स्काय नेटवर्क में अधिकृत तौर पर शामिल करते हुए वेस्ट हवाई एस्ट्रॉनॉमी क्लब का बोर्ड मेंबर बनाया गया है. इस दल में कुल 31 सदस्य शामिल है. जिसमें ऋषभ भूतडा अकेले और अब तक के पहले भारतीय सदस्य है. इस क्लब का काम पृथ्वी, चांद व मंगल की कक्षा में होनेवाली हलचलों पर नजर रखना और उनकी जानकारियों को दर्ज करना होता है. जिसके तहत यह युवा वैज्ञानिक रातभर जागते हुए शक्तिशाली दूरबीनों के साथ अंतरिक्ष पर अपनी नजरें गडाये रहते है. सबसे उल्लेखनीय बात यह है कि मूलत: अमरावती निवासी ऋषभ भूतडा को नासा द्वारा अमरीका आकर काम करने का ऑफर भी दिया गया है. किंतु फिलहाल कोविड की संक्रामक महामारी जारी रहने के चलते ऋषभ भूतडा अमरावती में ही रहकर अपना काम कर रहे है.