फ्रॉड निकली रुकसाना सै. नासीर, कोतवाली में केस दर्ज
सेंट झेवियर स्कूल में किया था बखेडा
* मानव अधिकार संगठन के लेटर पैड, मुहर का बेजा इस्तेमाल
अमरावती/दि.28– कुछ माह पहले अपने आप को मानव अधिकार आयोग की महिला शाखा की उपाध्यक्ष बताकर इर्विन चौक कैम्प रोड की सेंट झेवियर स्कूल में हंगामा करनेवाली महिला फ्रॉड निकली. उसके विरुद्ध सरकार की तरफ से ही सीटी कोतवाली में फ्रॉड का केस दर्ज किया गया है. चिखलदरा निवासी 41 वर्ष की रुकसाना सै. नासीर की खोजबीन पुलिस ने शुरु कर दी है. उसके व्दारा मानव अधिकार के नाम पर राज्य संगठन के लेटर पैड, मुहर और अन्य चीजों का गलत इस्तेमाल किए जाने का बडा खुलासा हुआ है. पुलिस ने भादवी धारा 419, 511 के साथ अनुसूचित उपयोग प्रतिबंधक अधिनियम 1950 की धारा 3, 5 के तहत रुकसाना सै. नासीर को नामजद किया है.
* मीडिया को बुलाकर शाला पर आरोप
इस महिला ने जुलाई 2022 से लगातार सेंट झेवियर के मुख्याध्यापक को मानव अधिकार संगठन के लेटर पैड पर पत्राचार किया. जिसमें मानव अधिकार के लोगों का भी उपयोग किया गया था. महिला ने स्वयं को महिला शाखा का उपाध्यक्ष बताया था. शाला में किसी विद्यार्थी के दाखिले के मामले में रुकसाना सै. नासीर ने हंगामा किया था. इतना ही नहीं मीडिया को बुलाकर शाला पर अनेक तोहमते लगाई थी.
* एचएम ने किया भंडाफोड
पुलिस ने सेंट झेवियर के एचएम अरुल रमशीन जेसडिमे की शिकायत पर रुकसाना के विरुद्ध जांच शुरु की थी. मानव अधिकार आयोग मुंबई से मामले में जांच कर विस्तृत अहवाल लेने कहा गया था. मुख्याध्यापक अरुल रमशीन का भी बयान पुलिस ने लिया. आरोपी रुकसाना सै. नासीर (41, मोमिनपुरा, चिखलदरा) के विरुद्ध मानव अधिकार आयोग के लोगो के गलत इस्तेमाल का प्रकरण उजागर हुआ. आरोपी ने तीन बार 9 मई, 17 मई और 8 जुलाई को मानव अधिकार आयोग के उपाध्यक्ष के रुप में लेटर पैड पर पत्र देने और लोगो आदि का दुुरुपयोग करने के खुलासे के बाद पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया है. जिसकी भनक लगते ही आरोपी व्दारा कोर्ट से राहत की कोशिश शुरु हो गई है.