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ग्रामीण पुलिस के वाहन कर रहे डीजल किल्लत का सामना

  •  उधारी बढ जाने से पेट्रोल-डीजल मिलना हुआ मुश्किल

  •  पेट्रोल पंप संचालकों ने खडे किये हाथ, बकाया पैसे देने की मांग

अमरावती/प्रतिनिधि दि.13 – पिछले आठ-दस माह से ग्रामीण पुलिस विभाग द्वारा सरकारी वाहनों में भराये जानेवाले पेट्रोल व डीजल का भुगतान नहीं किया गया. ऐसे में अब पेट्रोलपंप संचालकों ने ग्रामीण पुलिस के सरकारी वाहनों को पेट्रोल व डीजल देना बंद कर दिया है. जिसकी वजह से जिले के कई ग्रामीण पुलिस स्टेशनों में सरकारी वाहन एक ही स्थान पर खडे है और वाहनों के अभाव में पुलिस को अपना कामकाज करने में अच्छीखासी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है.
बता दें कि, अमरावती जिला ग्रामीण पुलिस विभाग अंतर्गत 31 पुलिस थाने आते है और इस समय लगभग सभी पुलिस थानों के अधिकांश सरकारी वाहन अपनी-अपनी जगह पर ही खडे है. क्योंकि पुराना बकाया अदा नहीं करने की वजह से पेट्रोलपंप संचालकों द्वारा पेट्रोल व डीजल नहीं दिया जा रहा. ऐसे में ग्रामीण इलाकों में पुलिस की गश्त लगभग बंद पडी है. साथ ही बेहद जरूरी कामों के लिए सरकार वाहन निकालते हुए उनके आवश्यकतानुरूप डीजल भराया जा रहा है. इसमें भी कई बार पुलिस कर्मचारी डीजल भरने हेतु अपनी जेब का पैसा खर्च कर रहे है. वहीं कई पुलिस अधिकारियों ने पेट्रोलपंप संचालकों से पेट्रोल व डीजल उपलब्ध कराने का निवेदन करते हुए उन्हें भरोसा दिलाया कि, उनकी बकाया रकम उन्हें जल्द ही अदा कर दी जायेगी. ऐसे में गृह विभाग द्वारा इस ओर तत्काल ध्यान दिये जाने की जरूरत है, ताकि एक बार फिर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस के वाहनों की गश्त शुरू हो. अन्यथा जिले में चोरी व लूटपाट सहित कई अवैध धंधों का प्रमाण बढ जायेगा. जिससे कानून व व्यवस्था की स्थिति पर प्रभाव पडेगा.

 

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इस संदर्भ में ग्रामीण पुलिस अधीक्षक डॉ. हरी बालाजी एन से संपर्क किये जाने पर उन्होंने यह बात स्वीकार की कि, इस समय ग्रामीण पुलिस महकमे को पेट्रोल व डीजल की किल्लत का सामना करना पड रहा है. उन्होंने बताया कि, उन्हें गृह विभाग की ओर से दिसंबर माह तक के बकाये का भुगतान करने रकम प्राप्त हो चुकी है. जिससे पेट्रोलपंप संचालकों को भुगतान भी किया जा चुका है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, इन दिनों गश्त को पूरी तरह से बंद नहीं किया गया. बल्कि गश्त का प्रमाण घटाया गया है.

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