अनाथ बच्चों को पालकमंत्री ने दिया सहारा
मुफ्त शिक्षा और भविष्य का प्रावधान कराया
अमरावती/दि.२ – माता-पिता का साया खो चुकी दो बालिकाओं की शिक्षा और उनके भविष्य का प्रावधान करते हुए महिला व बालविकास मंत्री तथा जिले की पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने दोनों को सहारा देने का काम किया है.
बता दें कि अमरावती जिले के तिवसा तहसील में आनेवाले मालेगांव की चार बालिकाएं अपने माता पिता का साया खो चुकी है. इनमें तीन साल की विधि प्रवीण राठोड, उसकी ६ साल ही बहन परिंदी का समावेश है. इसके अलावा तेरह साल की नीलम वानखडे और १५ साल की नयना वानखडे का भी नाम शामिल है. उनके रिश्तेदारों ने महिला व बालविकास मंत्री ठाकुर से मुलाकात कर इसकी जानकारी दी. उनकी व्यथाएं सुनने के बाद महिला व बाल विकास मंत्री ठाकुर ने तत्काल प्रशासकीय अधिकारियों को बुलाकर उन बालिकाओं की पढ़ाई और भविष्य हेतू प्रावधान किया. लेकिन विधि व परिंदी काफी छोटी रहने से उनको अनाथालय में भेजना संभव नहीं था. इसीलिए पालकमंत्री ठाकुर ने उनकी मोझरी के स्कूल में रहने और मुफ्त पढाई की सुविधा उपलब्ध कराकर दी है. इन दोनों बालिकाओं के लिए अकेले बुजुर्ग दादी ही सहारा है. लेकिन दादी की अवस्था भी कमजोर होने से उनको बच्चियों के भविष्य की चिंता सता रही थीं. उनकी व्यथाएं सुनकर दोनों बालिकाओं को स्कूल में आसरा दिलवाने का निर्णय लिया गया.