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नए सिरे से होगी संस्कृति राऊत मृत्यु मामले की जांच

पीएम करनेवाले डॉक्टर देंगे क्राईम सीन को विजीट

* क्राईम सीन का एक बार फिर किया जाएगा रिक्रिएशन
* सीपी रेड्डी ने जांच पथकों के साथ दुबारा की बैठक
अमरावती/दि. 14- विगत 28 जनवरी को तपोवन परिसर के जिजाऊ नगर में रहनेवाली संस्कृति संजय राऊत नामक 25 वर्षीय युवती उसके ही घर में संदेहास्पद रुप से मृत पडी मिली थी. इस घटना को घटित हुए आज 17 दिन हो चुके है. लेकिन पुलिस अब तक यह पता लगाने में नाकाम साबित हुई है कि, आखिर एक पुलिस कर्मी की बेटी रहनेवाली संस्कृति राऊत की मौत कैसे हुई थी और यदि संस्कृति राऊत की हत्या हुई है तो संस्कृति राऊत को किसने और क्यों मौत के घाट उतारा. ऐसे में उस पूरे मामले को लेकर गंभीरता दिखाते हुए शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने आज अपने कक्ष में गाडगे नगर, क्राईम ब्रांच व स्पेशल क्वॉड के अधिकारियों की बैठक बुलाते हुए मामले में अब तक हुई जांच की समीक्षा की तथा पूरे मामले की नए सिरे से और अलग तरीके से जांच करने के निर्देश जारी किए. जिसके चलते अब संस्कृति राऊत का पोस्टमार्टम करनेवाले डॉक्टरों को क्राईम सीन पर विजीट देने हेतु निवेदन किया गया है और इन डॉक्टरों के सामने क्राईम सीन को रिक्रिएट किया जाएगा. ताकि क्राईम सीन के रिक्रिएशन और संस्कृति राऊत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का मिलान करते हुए इन विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा इस मामले में कोई संभावना जताई जा सके.
बता दें कि, अमरावती ग्रामीण पुलिस के खल्लार पुलिस थाने में पदस्थ रहने वाले पुलिस कर्मी संजय राउत अपनी पत्नी व दो बेटियों के साथ तपोवन परिसर स्थित जीजाउ कालोनी में रहते है. विगत 28 जनवरी की शाम संजय राउत हमेशा की तरह अपनी ड्यूटी पर गये हुए थे. वहीं उनकी पत्नी व एक बेटी किसी काम के चलते घर से बाहर गई हुई थी. इस समय संस्कृति राउत घर पर अकेली थी. रात करीब 8.30 बजे के आसपास जब सभी लोग बाहर से घर वापिस लौटे, तो संस्कृति राउत नीचे जमीन पर पडी दिखाई दी. जिसके गले के चारों ओर स्कॉर्फ लिपटा हुआ था. जिसके नाक व मुंह से खून भी निकल रहा था. इस समय आवाज देने व काफी हिलाने-डुलाने पर भी जब संस्कृति राउत के शरीर में कोई हलचल नहीं हुई, तो राउत परिवार द्वारा इसकी सूचना आसपडोस के लोगों को देने के साथ ही गाडगे नगर पुलिस को दी गई. जिसके बाद गाडगे नगर पुलिस के पथक ने तुरंत मौके पर पहुंचकर पंचनामा किया तथा संस्कृति राउत के मृत हो जाने की तस्दीक करते हुए उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया. पोस्टमार्टम के दौरान संस्कृति राउत के गले पर फंदा कसने का निशान पाया गया. साथ ही साथ उसके शरीर पर हाथापायी की वजह से लगी चोट के कुछ निशान भी पाये गये. इसके अलावा जिस कमरे में संस्कृति राउत का शव पडा मिला, उस कमरे के पंखे से रस्सी या दुपट्टे का फंदा बंधे होने के कोई निशान व सबूत नहीं मिले थे. इस मामले की जांच को लेकर गंभीरता दिखाते हुए खुद शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने घटनास्थल को भेंट देते हुए संस्कृति राऊत के परिजनों से चर्चा की थी और परिसर का मुआयना करते हुए आसपास रहनेवाले लोगों से बातचीत भी की थी. साथ ही साथ सीपी रेड्डी ने मामले की जांच हेतु गाडगे नगर पुलिस का सहयोग करने हेतु क्राईम ब्रांच के दो व स्पेशल स्क्वॉड के एक ऐसे तीन पथकों को भी मामले जांच हेतु काम पर लगाया था. परंतु पुलिस द्वारा लाख प्रयास किए जाने के बावजूद अब तक संस्कृति राऊत मृत्यु मामला पुलिस के लिए एक अनसुलझी गुत्थी बना हुआ है. जिसे सुलझाने हेतु हाथ में अब तक कोई सबूत या सुराग नहीं रहने के चलते पुलिस के लिए इस घटना का पर्दाफाश करना काफी चुनौतिपूर्ण साबित हो रहा है.

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