* सुबह 9.27 बजे दुपट्टे से पेड के सहारे फंदे पर झूला
* भारी यातायात वाले रास्ते की घटना पर आश्चर्य
अमरावती/ दि.4 – गाडगे नगर पुलिस थाना क्षेत्र के कृष्णा नगर गली नं. 1 की रोड के किनारे लगे पेड की टहनी के सहारे अपने दुपट्टे से एक ऑटो चालक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. सरेराह दिनदहाडे सुबह 9.27 बजे हुई इस घटना पर आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है. घटनाक्रम सीसीटीवी कैमेरे में कैद हुआ है. खबर मिलते ही गाडगे नगर पुलिस के दल ने घटनास्थल का पंचनामा कर सिध्दार्थ नगर निवासी अरविंद पंचाले की लाश पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल रवाना की.
अरविंद महादेव पंचाले (55, सिध्दार्थ नगर) यह फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाले ऑटो चालक का नाम है. अरविंद किसी अजय सदानी नामक व्यक्ति की ऑटो चलाने का काम करता था. अरविंद पंचाले के घर में पत्नी के अलावा एक बेटा और एक बेटी है. अरविंद का बेटा दिल्ली के संसद भवन में किसी बडे अधिकारी की लालबत्ती का वाहन चलाता है. अरविंद मूल खानापुर निवासी है. वह 20 साल पहले सिध्दार्थ नगर में रहने आया. कल ही उनके मूलगांव खानापुर से वापस लौटा है.
सिध्दार्थ नगर वासियों के अनुसार घटना से एक घंटे पहले अरविंद पंचाले सिध्दार्थ नगर चौक पर अपने पुराने दोस्तों से मिला. उनसे बाते की, एक पानठेले से तंबाखु का पाउच (पुडी) खरीदा और वहां से निकल गया. कृष्णा नगर गली नं. 1 स्थित घटनास्थल के सामने मकान में लगे सीसीटीवी कैमेेरे में सारा घटनाक्रम कैद हुआ है. सीसीटीवी कैमेरे के फुटेज में अरविंद पंचाले 9.27 बजे वहां से गले में दुपट्टा रखकर गुजरता हुआ दिखाई दिया. एक कार के सामने लगे करंजी के पेड की टहनी के सहारे दुपट्टा बांधकर फांसी के फंदे पर झूल गया. जबकि यह रोड पर लोगों का भारी आवागमन है. परंतु फांसी लगाते समय एक व्यक्ति भीनहीं गुजरा और चंद मिनट बाद लोगों का आवागमन होता हुआ दिखाई दे रहा है. वहां से गुजरने वाले रुककर फांसी के फंदे पर लटके अरविंद को रुककर देखते हुए दिखाई दे रहे है.
देखते ही देखते घटनास्थल पर लोगों की भारी भीड इकट्ठा हो गई. घटना की खबर मिलते ही गाडगे नगर पुलिस का दल मौके पर पहुंचा. पुलिस ने घटनास्थल का पंचनामा करते हुए मृतक की अरविंद महादेव पंचाले (55, सिध्दार्थ नगर) के रुप में शिनाख्त करने के बाद लाश पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल रवाना की. हालांकि फिलहाल अरविंद पंचाले ने फांसी क्यों लगाई, यह स्पष्ट नहीं हो पाया. परिसरवासियों का कहना है कि, अरविंद का किसी के साथ कोई विवाद नहीं था. वह मिलनसार व्यक्ति था. अपने काम से काम रखा रहता था. ऐसे में उसने इतना बडा घातक कदम क्यों उठाया, इसपर आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है. इसके अलावा दिनदहाडे सडक किनारे लगे पेड से फांसी क्यों लगाई यह भी प्रश्न अउत्तरीत है. अरविंद पंचाले के पास किसी भी तरह का कोई सुसाईड नोट नहीं मिला. पुलिस ने फिलहाल आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर आगे की तहकीकात शुरु की है.