ट्रेडिंग में पैसा डूबा तो चोरी पर उतर आये सौरभ व श्रीजीत
आपसी मिलीभगत कर 23 लाख रुपयों पर हाथ साफ करने की बनाई थी योजना

अमरावती /दि.28- दो दिन पहले हनुमान ऑईल मिल में मैनेजर के तौर पर काम करने वाले सौरभ साहू व कार ड्राईवर प्रमोद ढोके ने अपने साथ अकोला से अमरावती आते समय अज्ञात लोगों द्वारा 23 लाख रुपए की लूटपाट किये जाने की शिकायत दर्ज कराई थी. लेकिन कुछ ही घंटो के भीतर पुलिस ने मामले का पर्दाफाश करते हुए उजागर कर दिया था कि, सौरभ साहू व प्रमोद ढोके ने अपने एक अन्य साथी श्रीजीत साहू के साथ मिलकर यह पूरी नौटंकी रची थी, ताकि एक ही झटके में लाखों के वारे-न्यारे हो जाये. वहीं अब यह जानकारी भी सामने आयी है कि, सौरभ साहू व श्रीजीत साहू का ट्रेडिंग में अच्छा खासा पैसा डूब गया था. जिसके चलते वे दोनों आर्थिक तंगी का शिकार हो गये थे और उन्होंने इससे उबरने के लिए अपने पास रहने वाली वसूली की रकम को हडप लेने का प्लान बनाया था.
बता दें कि, मूलत: अमरावती के मसानगंज परिसर से वास्ता रखने वाला एक युवक ने करीब एक माह पहले पुणे में आत्महत्या कर ली थी. वह युवक अपने परिचय में रहने वाले लोगों से पैसा लेकर मार्केट में लगाया करता था और ट्रेडिंग का काम किया करता था. जिसके जरिए होने वाली कमाई में से वह अपने निवेशकों को अच्छा खासा ब्याज अदा किया करता था. उक्त युवक द्वारा अपने सभी निवेशकों को हर महिने बाकायदा चेक से ब्याज की रकम अदा की जाती थी. जिसके चलते मसानगंज परिसर में रहने वाले कई लोगों ने उक्त युवक के पास अपना अच्छा खासा पैसा निवेश किया था. जिनमें सौरभ साहू भी शामिल था. जानकारी के मुताबिक सौरभ साहू ने पुणे में रहने वाले उक्त युवक के पास करीब 3 करोड रुपए उधार पर दे रखे थे. जिसके ऐवज में उसे हर महिने में अच्छा खासा रिटर्न मिल जाया करता था. परंतु सिर पर करीब 15 से 18 करोड रुपए का उधार चढ जाने और टे्रडिंग में अच्छा खासा नुकसान होने के चलते लोगों की रकम अदायगी की चिंता के चलते उक्त युवक ने एक माह पहले पुणे में आत्महत्या कर ली. जिससे सौरभ साहू की मूल रकम भी डूब गई और उसे हर माह में होने वाली कमाई का रास्ता भी बंद हो गया. ऐसे में आर्थिक तंगी का सामना करने वाले सौरभ साहू ने इससे उबरने के लिए एक योजना बनाई. जिसके तहत हनुमान ऑईल मिल में मैनेजर के तौर पर काम करने वाले सौरभ साहू को जब उसके मालिक ने पगडी की रकम लाने के लिए अकोला जाने हेतु कहा, तो उसने अपनी योजना में कार के ड्राइवर और अपने दोस्त श्रीजीत साहू को भी शामिल कर लिया. जिसके बाद यह पूरा ड्रामा रचा गया. लेकिन पुलिस के सामने इन तीनों का झूठ 12 घंटे भी नहीं टिक पाया तथा तीनों ही पुलिस के हत्थे चढ गये. इसके साथ ही यह जानकारी भी सामने आयी कि, ट्रेडिंग में हुए घाटे की वजह से सौरभ साहू ने चोरी का रास्ता पकडा.
* दोनों आरोपियों को मिला 5 दिन का पीसीआर
गत रोज 23 लाख रुपए की लूट के मामले में धरे गये हनुमान ऑईल मिल के मैनेजर सौरभ साहू व कार ड्राइवर प्रमोद ढोके सहित श्रीजीत साहू को गिरफ्तार करने के बाद स्थानीय अपराध शाखा ने उन्हें येवदा पुलिस थाने के हवाले कर दिया था. जिसके बाद येवदा पुलिस ने तीनों आरोपियों को दर्यापुर में प्रथम श्रेणी न्याय दंडाधिकारी की अदालत के समक्ष पेश किया. जहां से अदालत ने उन्हें पूछताछ हेतु 5 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड में रखने का आदेश जारी किया.