सीएम एकनाथ शिंदे के साथ गुप्त बैठक ?
पत्र-परिषद में प्रकाश आंबेडकर ने किया स्पष्ट
मुंबई /दि. १२- वंचित बहुजन आघाडी के नेता प्रकाश आंबेडकर और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की बीच गुप्त बैठक होने की चर्चा राजनीतिक सर्कल में चल रही थी.इस संबंध में स्वयं प्रकाश आंबेडकर ने यह बात स्पष्ट करते हुए मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात रात में होने की बात कबूल की. लेकिन इसके साथही हर बार मुख्यमंत्री एकनाथा शिंदे से मैने भेंट की यानी राजनीतिक चर्चा हुई ऐसा नहीं, ऐसा कहा. इंदू मिल के स्मारक को लेकर बैठक में चर्चा की गई थी. हमारा गठबंधन आज भी ठाकरे के साथ कायम है, ऐसा प्रकाश आंबेडकर ने साफ तौर पर कहा. उन्होंने आगे कहा कि, मैने सुबह १०.३० बजे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से भेंट की. नोएडा में डॉ.बाबासाहब आंबेडकर की प्रतिमा बनाई जा रही है, इसके लिए सरकार की ओर से एक टीम भेजी गई थी. इस टीम ने विविध सिफारिशें देने से इस पर मुख्यमंत्री से भेंट दौरान चर्चा की गई. डॉ.बाबासाहब आंबेडकर स्मार को लेकर चर्चा हुई. इस दौरान आगामी चुनाव शिवसेना ठाकरे के साथ लड़ना है, इसपर कोई बदल नहीं हुआ. जिन पक्ष के साथ भाजपा है उनके साथ वंचित बहुजन नहीं रहती. भाजपा के साथ वैचारिक संघर्ष है. भाजपा के मित्रपक्ष के साथ भी कभी कोई समझौता नहीं हुआ, ऐसा प्रकाश आंबेडकर ने बताया. सीएम के साथ हुई भेंट राजनीतिक ही है ऐसा नहीं. शिंदे गट न े भाजपा का साथ छोडा तो आगे सोचा जा सकता है. ३५ साल से हम राजनीति है. कांग्रेस-राष्ट्रवादी के साथ हम भी पिसे जाते थे. मेरी ताकत मुझे पता है. हम आज भी ठाकरे के साथ जाने तैयार है. फायनल कब करना है, यह उनपर निर्भर है. ऐसा कहकर प्रकाश आंबेडकर ने यूति की गेंद उद्धव ठाकरे को दी है. भले ही हमने यूति तय की है, किंतु इसें जाहिर नहीं किया. यूति घोषित करने संबंध में उद्धव ठाकरे ही तय करेंगे. कांग्रेस-राष्ट्रवादी भी साथ रहें, यह प्रयास उद्वव ठाकरे का है.कांग्रेस को और शरद पवार को जानने वाला मेरे जैसा अन्य नेता नहीं होगा. इसलिए ये तुम्हें फंसाएंगे, ऐसा मैने उन्हें बताया है, यह बात प्रकाश आंबेडकर ने कही. कांग्रेस-राष्ट्रवादी लोगों से सच्ची बात करें. यदि झूठा ही बोलते रहे तो जो कुछ चल रहा है उसे लोगों के सामने लाए बिना चुप नहीं रहेंगे, यह चेतावनी भी प्रकाश आंबेडकर ने दी.
* ……तो ठाकरे के पास कोई विकल्प नहीं रहेगा
शिवसेना-वंचित का गठबंधन होगा, यह साफ हो गया है. पद वितरण की समस्या नहीं रही. कांग्रेस-राष्ट्रवादी हमारे साथ आई तो भाजपा से लड़ना आसान होगा, ऐसा ठाकरे को लगता है, लेकिन वे साथ में नहीं आएंगे, ऐसा मैने उन्हें बताया है. चुनाव आने तक कांग्रेस-राष्ट्रवादी को साथ में लेने का प्रयास करते रहेंगे. एक बार चुनाव घोषित हुए तो ठाकरे के पास कोई विकल्प नहीं रहेगा, ऐसा प्रकाश आंबेडकर ने कहा.
* सीएम को मेरे सहायता की आवश्यकता
१५ दिनों से मैं उद्धव ठाकरे से मिला नहीं हूं. पूरे माह भर से मै महाराष्ट्र में नहीं था. हमारी टीम और सेना की टीम है, जो एकदूसरे से बातचीत कर रहे है. एकनाथ शिंदे भी पुराने शिवसैनिक है. इसलिए पैंथर और शिवसेना का नाता अन्य लोगों से अधिक उन्हें पता है. एकनाथ शिंदे ने मुझसे कहा था कि, मेरे मुख्यमंत्री कार्यकाल में डॉ.बाबासाहब आंबेडकर की प्रतिमा को लेकर कोई विवाद नहीं चाहिए. तथा मुझ पर कोई आरोप नहीं लग पाए. वंचित बहुजन हमारे साथ नहीं आएगी इसकी जानकारी है, लेकिन इस दौरान मुझे आपके सहायता की जरूरत रहेगी, ऐसा सीएम ने प्रकाश आंबेडकर से कहा था.