वर्धा/दि.७ – कोरोना से जुड़े हालात पर काबू पाने में मोदी सरकार के नाकाम होने का आरोप विपक्ष लगातार लगा रहा है. इस बीच भाजपा के राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने भी राय दी थी कि कोरोना संकट से लड़ने में पीएमओ कोई खास काम नहीं आ रहा है ऐसे में पीएम मोदी को यह जिम्मा नितिन गडकरी को सौंप देना चाहिए. इस बीच नितिन गडकरी ने भी स्वामी के इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. वर्धा में जेनेटिक लाइफ साइंसेस में एक मीटिंग के दौरन नितिन गडकरी ने मीडिया से बातचीत में कहा, मैंने कोई उत्कृष्ट काम वगैरह नहीं किया है. समाज में मुझसे ज्यादा योगदान देने वाले अनेक लोग हैं. अपने पुलिस कर्मचारी, सफाई कर्मचारी, डॉक्टर, कंपाउंडर, पैरामेडिकल के स्टाफ और सरकारी कर्मचारी जान की बाजी लगाकर दिन-रात काम कर रहे हैं. सामाजिक दायित्व समझकर मैंने भी पहल की है. फिलहाल जाति, धर्म, भाषा, पार्टी के भेद बीच में ना लाते हुए जरूरत है कि सभी मानवता के आधार पर सेवा करें. सभी लोग ऐसा कर रहे हैं. मैं भी थोड़ी कोशिश कर रहा हूं. महाराष्ट्र के वर्धा औद्योगिक परिसर में जेनेटिक लाइफ साइंसेस कंपनी में रेमडेसिविर के उत्पादन की शुरुआत हुई है. रेमडेसिविर कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए बेहद महत्वपूर्ण दवाई है. गडकरी की कोशिश से रेमडेसिविर उत्पादन के लिए कंपनी को केंद्र सरकार से बहुत कम समय में अनुमति मिली है, और इस तरह की अनुमति प्राप्त करने वाली यह पहली कंपनी है. यहां प्रतिदिन तीस हजार रेमडेसिविर की कुप्पियों का निर्माण होगा. गुरुवार को कंपनी आकर नितिन गडकरी ने उत्पादन प्रक्रियाओं का जायजा लिया. यहां मीडिया से बात करते हुए नितिन गडकरी ने यह भी स्पष्ट किया कि जरूरतमंदों को यह दवाई सस्ती और सरकारी दरों में उपलब्ध करवाई जाएगी.
इससे पहले सुब्रमण्यम स्वामी ने 5 मई को एक ट्विट किया था. टविट में उन्होंने लिखा था कि भारत ने जिस तरह इस्लामी आक्रमणकारियों और ब्रिटिश साम्राज्यवाद के खिलाफ जंग जीता था उसी तरह इस बार भी भारत कोरोना के खिलाफ जंग जीतेगा. उन्होंने आगाह किया है कि भारत में एक और कोरोना की लहर आ सकती है, जिसमें बच्चे और अधिक खतरे में होंगे. ऐसे में जरूरी कड़े कदम उठाने होंगे. ऐसे में कोरोना से जंग का जिम्मा पीएम मोदी को नितिन गडकरी को सौंप देना चाहिए. PMO पर निर्भर रहने से काम नहीं चलने वाला है.