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दशहरा सम्मेलन में शक्ति प्रदर्शन

सेना के दोनों गुटों में होड

शिंदे गुट ने बुक की 4 हजार एसटी बसें
ठाकरे गुट मंच पर रखेंगा राउत के लिए कुर्सी खाली
मुंबई – 5 दि.29 अक्तूबर के दशहरा सम्मेलन को लेकर शिवसेना के दोनों गुट उद्धव और शिंदे आमने-सामने आने का चित्र देश की आर्थिक राजधानी मेें साफ नजर आ रहा है. कोर्ट ने उद्धव गुट को शिवतीर्थ पर पारंपारिक सम्मेलन की इजाजत दे दी है. ऐसे मेें शिंदे गुट में एमएमआरडीए मैदान पर सम्मेलन के साथ भव्य शक्ति प्रदर्शन करने का ऐलान और तैयारी शुरु कर दी है. गुट की तरफ से 4 हजार एसटी बसेस बुक किये जाने की जानकारी देते हुए बताया गया कि, कृषि मंत्री और औरंगाबाद में शिंदे गुट के विधायक अब्दूल सत्तार ने 300 बसों से हजारों कार्यकर्ताओं को मुंबई लाने की पूर्ण तैयारी की है.
* शिवतीर्थ की क्षमता 60 हजार
उद्धव ठाकरे का संबोधन शिवतीर्थ पर होगा. वहां 60 हजार लोगों की क्षमता है. ठाकरे गुट की तरफ से बीएमसी को किराए और रखरखाव के 20 हजार रुपए का भुगतान कर दिया गया है. 2 से 6 अक्तूबर तक मैदान शिवसेना के कब्जे में रहेगा. जबकि शिंदे गुट को बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स के मैदान को भरने के लिए 1 लाख से अधिक कार्यकर्ताओं को जुटाना होगा.
* शिंदे के केशरीया पर बालासाहब का फोटो
एकनाथ शिंदे गुट की तरफ से प्रदेश के सभी भागों से पार्टी कार्यकर्ताओं को 5 अक्तूबर को मुंबई सभा में पहुंचने कहा गया है. विदर्भ से किरण पांडव ने 100 बसेस बुक की है. नागपुर के यह बसेस रवाना होगी. इधर अमरावती में उद्धव गुट के सैकडों कार्यकर्ता सेना पदाधिकारियों के साथ मुंबई शिवाजी पार्क जा सकते है. ऐसे में शिंदे गुट ने केसरीया झंडे पर बालासाहब ठाकरे और आनंद दिघे का फोटो लगवाया है. नागरिकों में संभ्रम न हो, इस हिसाब से झंडे का डिजाइन बनाया गया है.
* राउत के लिए खाली कुर्सी, शिंदे को तंज
शिवसेना के एक पदाधिकारी ने बताया कि, एकनाथ शिंदे को ताना मारने की कोशिश में दशहरा सम्मेलन में मंच पर उद्धव ठाकरे के साथ-साथ संजय राउत के लिए भी विशेष आसन रहेगा. राउत फिलहाल आर्थर रोड जेल में है. उनके प्रति सम्मान प्रकट करने शिवसेना अनेक कार्यक्रमों में राउत के नाम से कुर्सी खाली रख रही है. दादर, माहीन, प्रभादेवी मेें कार्यकर्ताओं के स्वागत हेतु प्रवेश द्बार बनाये जा रहे. दादर में विशाल स्क्रीन भी लगाई जाएगी. जिससे लोग उद्धव ठाकरे का भाषण देख-सुन सकेंगे. जिला प्रमुखों को कार्यकर्ताओं को लाने की जिम्मेदारी दी गई है.

 

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