कांग्रेस में शामिल हो सकता है शरद पवार का गुट
अजीत पवार को राकांपा मिल जाने के बाद शुरु हुई चर्चा
मुंबई दि.14 – महाराष्ट्र में विगत कुछ दिनों से लगातार राजनीतिक उथल-पुथल मची हुई है. वहीं अब एक बडी हलचल दिखाई देने की उम्मीद जतायी जा रही है. जिसके तहत शरद पवार के नेतृत्ववाली राकांपा का गुट जल्द ही कांग्रेस में शामिल होनेकी चर्चा चल रही है और संभावना जतायी जा रही है कि, संभवत: इस विषय को लेकर आज अथवा कल में राकांपा के अध्यक्ष शरद पवार द्वारा कोई निर्णय लिया जा सकता है.
बता दें कि, कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रदेश प्रभारी रमेश चेन्नीथला तथा राज्य के अन्य कुछ कांग्रेसी नेताओं ने गत रोज ही शरद पवार से भेंट करते हुए उनके साथ लंबी बातचीत की थी. पश्चात अगले ही दिन शरद पवार ने अपने गुट के सांसदों, विधायकों व नेताओं की बैठक बुलाई. जिसकी जानकारी सामने आते ही शरद पवार गुट के कांग्रेस में विलिन होने को लेकर चर्चाओं व कयासों का दौर तेज हो गया.
ज्ञात रहे कि, निर्वाचन आयोग ने उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्ववाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को मान्यता देने के साथ ही उन्हें पार्टी के नाम व चुनावी चिन्ह का प्रयोग करने की अनुमति प्रदान की गई है. इस फैसले को शरद पवार गुट ने सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी है तथा इस पर जल्द ही सुनवाई होने की संभावना भी है. लेकिन इससे पहले ही शरद पवार गुट के कांग्रेस में विलीन होने की चर्चाएं भी शुरु हो गई है तथा दावा किया जा रहा है कि, शरद पवार द्वारा आज अथवा कल में इस विषय को लेकर कोई ठोस निर्णय लिया जा सकता है. जानकारी यह भी सामने आयी है कि, शरद पवार द्वारा आज बुधवार की सुबह बुलाई गई बैठक में शरद पवार गुट के सभी सांसदों व विधायकों के साथ ही पार्टी के महत्वपूर्ण नेता भी उपस्थित थे और इस बैठक के दौरान शरद पवार के नेतृत्ववाली राकांपा को कांग्रेस में विलीन करने के मुद्दे को लेकर विस्तृत चर्चा हुई.
* कांग्रेस में शामिल नहीं होंगे, पवार के नेतृत्व में ही चुनाव लडेंगे
शरद पवार गुट के नेताओं ने विलिनीकरण की खबरों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि, आगामी लोकसभा व विधानसभा का चुनाव शरद पवार के नेतृत्व में ही लडा जाएगा और हमारा स्वतंत्र अस्तित्व भी कायम रहेगा. जिसके चलते हमारे दल को किसी अन्य दल में विलिन करने का सावल ही नहीं उठता. राकांपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख तथा विधायक निशिकांत शिंदे के साथ ही शरद पवार गुट के पुणे शहर अध्यक्ष प्रशांत जगताप ने कहा कि, शरद पवार द्वारा गुरुवार की सुबह बुलाई गई बैठक के दौरान सुप्रीम कोर्ट में प्रलंबित रहने वाले मामले को लेकर चर्चा हुई. हमने सुप्रीम कोर्ट से मांग की है कि, हमें अपनी पार्टी का नाम व चुनाव चिन्ह अगले 2-3 दिन में दे दिया जाये. यदि कोर्ट द्वारा हमारी मांग को खारिज किया जाता है, तो हम नये नाम व चुनावी चिन्ह के साथ मैदान में उतरने के लिए तैयार है. क्योंकि शरद पवार का नेतृत्व पूरे महाराष्ट्र राज्य को मान्य व स्वीकार्य है. ऐसे में शरद पवार गुट द्वारा किसी अन्य दल के चुनावी चिन्ह पर चुनाव लडने का सवाल ही नहीं उठता.
* सांसद सुप्रिया सुले ने भी चर्चाओं को किया खारिज
इसके साथ ही शरद पवार की सुपुत्री तथा राकांपा नेत्री व सांसद सुप्रिया सुले ने भी शरद पवार गुट के कांग्रेस में शामिल होने से संबंधित खबरों को सिरे से खारिज करते हुए बताया कि, उनकी जानकारी में ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई है. बल्कि आज की बैठक में आगामी चुनाव के लिए हमें महाविकास आघाडी के तहत मिलने वाली सीटों पर चर्चा की गई. साथ ही विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन के तहत कौन-कौन से नेता महाराष्ट्र में प्रचार के लिए आएंगे. इस पर भी विचार विमर्श किया गया. इसके अलावा अन्य किसी भी बात को लेकर इस बैठक में चर्चा नहीं हुई.
* मंगलदास बांदल के बयान से हुई चर्चा शुरु
ज्ञात रहे कि, शरद पवार गुट के पदाधिकारी मंगलदास बांदल ने ही आज सुबह पत्रकारों से बातचीत के दौरान शरद पवार गुट के कांग्रेस में विलीन होने की चर्चा शुरु रहने का दावा किया था. बांदल ने कहा था कि, वैसे तो यह राष्ट्रीयस्तर का विषय है और वे बेहद छोटे कार्यकर्ता है, लेकिन उनकी जानकारी के मुताबिक इस विषय को लेकर चर्चा श्ाुरु है और जल्द ही इसे लेकर कोई निर्णय हो सकता है.