राठोड और गवली के खिलाफ शिवसैनिक हुए आक्रामक
बैनर-पोस्टर्स से बालासाहब का फोटो निकालकर ले गये
यवतमाल/दि.13- विगत जुन माह के दौरान एकनाथ शिंदे द्वारा की गई बगावत के बाद शिवसेना के कई विधायक व सांसद बागी गुट में शामिल हो गये थे. जिनमें यवतमाल के विधायक संजय राठोड सहित यवतमाल-वाशिम संसदीय क्षेत्र की सांसद भावना गवली का भी समावेश रहा. जिनके खिलाफ शिवसेना के स्थानीय पदाधिकारियों एवं शिवसैनिकों में अच्छे-खासे रोष की लहर व्याप्त है, जो अब तक खत्म नहीं हुई है. यह बात आज उस समय सामने आयी, जब शिंदे सरकार में मंत्री बनने के बाद संजय राठोड का पहली बार जिले में आगमन हुआ. साथ ही शिंदे गुट द्वारा की गई बगावत के बाद सांसद भावना गवली भी पहली बार यवतमाल वापिस पहुंची. जिन्हें शिवसैनिकों की आक्रामक भूमिका का सामना करना पडा.
मंत्री बनने के बाद यवतमाल वापिस लौटे संजय राठोड का स्वागत करने हेतु राठोड समर्थकों ने अच्छी-खासी तैयारियां की थी. जिसके लिए बडे-बडे बैनर-पोस्टर बनाये गये थे. जिन पर शिवसेना प्रमुख स्व. बालासाहब ठाकरे के चित्र लगे हुए थे. ऐसे में राठोड के खिलाफ आक्रामक भूमिका अपनानेवाले शिवसैनिकों ने इन सभी बैनर-पोस्टर से शिवसेना प्रमुख स्व. बालासाहब ठाकरे की तस्वीर काटकर अलग निकाल ली. साथ ही कहा कि, जिन लोगों को शिवसेना ने बडा बनाया, आज वे लोग पार्टी छोडकर चले गये है. ऐसे लोगों को शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे की तस्वीर लगाने और उनके नाम का प्रयोग करने का कोई अधिकार नहीं है. अत: शिवसेना से बगावत करनेवाले नेताओं को चाहिए कि, वे बालासाहब ठाकरे के नाम का प्रयोग किये बिना चुनाव लडकर व जीतकर दिखाये.