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अति आत्मविश्वास का शिकार ना बनेें शिवसैनिक

  • सीएम उध्दव ठाकरे ने ली सेना के जिला प्रमुखों की क्लास

  • विधान परिषद चुनाव में मिली हार पर किया मंथन

  • ग्रापं चुनाव के लिए अभी से काम पर लगने का निर्देश दिया

अमरावती/प्रतिनिधि दि.17 – जारी माह के प्रारंभ में राज्य विधान परिषद हेतु पांच विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव करवाये गये. जिसमें से अमरावती शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र इस एकमात्र सीट पर शिवसेना द्वारा अपना प्रत्याशी खडा किया गया था. जिसे हार का सामना करना पडा. जबकि मतदानवाले दिन तक शिवसेना पदाधिकारियों द्वारा सुनिश्चित जीत को लेकर जबर्दस्त दावे किये जा रहे थे, लेकिन बावजूद इसके हमारे हिस्से में हार आयी है. जिसका सीधा मतलब है कि, या तो स्थिति का आकलन सही ढंग से नहीं किया गया, या फिर शिवसेना पदाधिकारी अति आत्मविश्वास का शिकार हो गये. इस हार से सबक लिया जाना चाहिए और अब आगामी माह में होने जा रहे ग्राम पंचायत चुनाव के लिए अभी से काम में जुट जाना चाहिए. इस आशय की आदेशनुमा सलाह शिवसेना के पार्टी प्रमुख तथा राज्य के मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे द्वारा पार्टी के सभी जिलाप्रमुखों व संपर्क मंत्रियों को दी गई है.
सीएम उध्दव ठाकरे द्वारा शिवसेना के सभी जिला प्रमुखों व संपर्क मंत्रियों की एक महत्वपूर्ण बैठक गुरूवार 17 दिसंबर को मुंबई स्थित अपने सरकारी आवास ‘वर्षा’ बंगले पर बुलायी गयी थी. जिसमें विधान परिषद चुनाव में मिली हार के कारणों की मिमांसा करते हुए सीएम उध्दव ठाकरे ने उपरोक्त बात कही. साथ ही उन्होंने कहा कि, हार के बाद किसने काम किया और किसने काम नहीं किया, इस तरह के आरोप-प्रत्यारोप में कोई मतलब नहीं रह जाता. इस समय सबसे जरूरी विचार करनेयोग्य बात यह है कि, अमरावती संभाग में शिवसेना के दो सांसद और चार विधायक है. इसके अलावा सभी जिलों में पार्टी संगठनात्मक रूप से बेहद मजबूत है. बावजूद इसके हमें हार का सामना करना पडा, जबकि हमारे प्रत्याशी की स्थिति पहले से मजबूत मानी जा रही थी. ऐसे में कहा जा सकता है कि, अमरावती संभाग में पार्टी के सभी पदाधिकारी अपने प्रत्याशी की जीत को लेकर आत्मविश्वास या गफलत का शिकार हो गये. ऐसे में अब यह बेहद जरूरी है कि, आगामी माह में होने जा रहे ग्राम पंचायत चुनाव को लेकर किसी भी तरह की कोई गफलत न हो और पार्टी के सभी पदाधिकारी अभी से ही ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक जनसंपर्क अभियान करना शुरू कर दे. साथ ही बेहतरीन प्रत्याशियों को चुनाव में खडा किया जाये, ताकि अधिक से अधिक सीटों पर शिवसेना प्रत्याशियों को जीत हासिल हो सके.
इस बैठक में अमरावती के शिवसेना जिला प्रमुख राजेश वानखडे, दिनेश बूब व सुनील खराटे उपस्थित थे.

वनमंत्री राठोड बनाये गये संपर्क प्रमुख

बता दें कि, इससे पहले शिवसेना द्वारा बुलडाणा के विधायक गुलाबराव पाटिल को अमरावती संभाग का संपर्क मंत्री नियुक्त किया गया था. वहीं अब उनके स्थान पर राज्य के वनमंत्री व यवतमाल जिले के विधायक संजय राठोड को अमरावती संभाग का संपर्क मंत्री बनाया गया है. इस जरिये संभवत: पार्टी द्वारा यह संदेश देने की कोशिश की गई है कि, काम नहीं करनेवाले तथा कमजोर प्रदर्शन करनेवाले लोगोें को हटाकर नये लोगों को पार्टी द्वारा मौका दिया जायेगा.

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