शिवसेना का भाजपा कार्यालय पर हमला
सीएम ठाकरे को लेकर भाजपा नेता राणे की टिप्पणी से उत्तेजित
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कार्यालय के सामने लगे बैनर-पोस्टर को पेट्रोल डालकर लगायी आग
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बोतलों में अपने साथ पेट्रोल भरकर लाये थे शिवसैनिक
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भाजपा कार्यालय पर लगे नाम फलक पर फेंकी स्याही
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राजापेठ परिसर में काफी देर तक हंगामे व सनसनी के हालात
अमरावती/प्रतिनिधि दि.24 – विगत दिनों भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री तथा शिवसेना के पार्टी प्रमुख उध्दव ठाकरे को लेेकर एक विवादास्पद बयान दिया था. जिससे उत्तेजीत होकर अमरावती महानगर के शिवसैनिकों व युवा सैनिकों ने राजापेठ परिसर स्थित भाजपा कार्यालय पहुंचकर अपना गुस्सा निकाला. शिवसेना के जिला प्रमुख व युवासेना के महानगर प्रमुख पराग गुडधे के नेतृत्व में शिवसैनिकोें का एक दल मंगलवार की सुबह राजापेठ परिसर में स्थित भाजपा के शहर व जिला कार्यालय पहुंचा. जहां पर पार्टी कार्यालय के फलक पर स्याही फेंकने के साथ-साथ कार्यालय के सामने लगे बैनर व पोस्टर पर पेट्रोल छिडककर आग लगा दी. साथ ही भारतीय जनता पार्टी व केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई.
भाजपा कार्यालय पर हंगामा और आगजनी करने के साथ ही खुद शिवसैनिकों ने यहां लगे बैनर-पोस्टर फाड डाले. साथ ही कार्यालय के प्रवेश द्वार पर रखे ठंडे पानी के दो जार भी उठाकर पटक दिये. जिससे दोनों जार पूरी तरह से टूट गये. इसके बाद नारेबाजी करते हुए शिवसैनिकों का यह दल यहां से निकल गया.
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‘इन कैमेरा’ हुई तोडफोड की वारदात
– फ्लाय ओवर पर पहले से तैनात रखे गये थे दर्जनों कैमेरे
सबसे उल्लेखनीय यह रहा कि, तोडफोड एवं आगजनी की यह वारदात ‘इन कैमेरा’ हुई. यानी यह पहले से सुनियोजीत था. इसके तहत शिवसेना के जिला प्रमुख पराग गुडधे के नेतृत्व में शिवसैनिकों का एक दल भाजपा कार्यालय के बगल में स्थित व्यापारिक संकुल के बेसमेंट में इकठ्ठा हुआ तथा कुछ कार्यकर्ता भाजपा कार्यालय के सामने से होकर गुजरनेवाले फ्लाय ओवर पर जाकर डट गये. जहां से बाकायदा वीडियो शूटींग शुरू की गई. वीडियो शूटींग और फोटोग्राफी शुरू होते ही पराग गुडधे के नेतृत्व में शिवसैनिकों का दल नारेबाजी करते हुए मार्केट के बेसमेंट से बाहर निकला और भाजपा कार्यालय पहुंचा. जहां पर प्लास्टिक की बोतलों में भरे पेट्रोल को भाजपा कार्यालय के सामने लगे बैनर व पोस्टरोें पर छिडकते हुए उन्हें आग लगा दी गई. साथ ही कार्यालय पर लगे नाम फलक पर स्याही फेंकी गई और कुछ शिवसैनिकों ने भाजपा कार्यालय पर पथराव भी किया. सौभाग्य से इस समय भाजपा कार्यालय के भीतर कोई नहीं था और कार्यालय का मुख्य प्रवेश द्वार बंद था. जिसके चलते संभावित घटना टल गई और टकराववाली स्थिति नहीं बनी.
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किसी बडी घटना के अंदेशे से इन्कार नहीं किया जा सकता
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, राजापेठ परिसर में जिस जगह पर भाजपा कार्यालय स्थित है, उसके दोनों ओर कई व्यापारिक प्रतिष्ठान है, जो एक-दूसरे से पूरी तरह सटे हुए है. इसके ठीक बगल में पहली मंजील पर अकोला अर्बन को-ऑप. बैंक का कार्यालय है. जिसके उपर डॉ. योगेश झंवर का दवाखाना है. साथ ही दूसरी ओर जतारिया किराणा स्टोर्स स्थित है. ऐसे में शिवसैनिकों द्वारा बैनर व पोस्टर पर लगायी गई आग अगर हवा के झोकों की वजह से इधर-उधर फैलती तो किसी बडे अग्निकांड अथवा हादसे की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता था. साथ ही प्रमुख व्यापारिक क्षेत्र में शामिल रहनेवाले भाजपा कार्यालय के सामने से होकर गुजरनेवाली सडक को शहर के व्यस्ततम रास्तों में से एक माना जाता है, जो अमरावती व बडनेरा को आपस में जोडता है. इस रास्ते पर हमेशा ही वाहनोें की भारी आवाजाही रहती है. ऐसे में हंगामे व भगदड की स्थिति में यहां पर भी कोई बडा हादसा घटित होने की पूरी संभावना थी.
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इतनी मर्दानगी है, तो मुंबई जाकर दिखाओ
– भाजपा नेता तुषार भारतीय ने दी शिवसैनिकों को चुनौती
-तोडफोड व आगजनी को बताया कायराना हमला
– वक्त आने पर मुंहतोड जवाब देने की बात कही
वहीं दूसरी ओर शिवसैनिकों द्वारा भाजपा कार्यालय पर हमला करते हुए तोडफोड व आगजनी किये जाने की बात पता चलते ही शहर भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा मनपा के सभागृह नेता तुषार भारतीय तुरंत ही राजापेठ परिसर स्थित पार्टी कार्यालय पहुंचे. जहां पर उन्होंने पूरी स्थिति का जायजा लेने के बाद इसे ‘उध्दव सैनिकों’ द्वारा किया गया कायराना हमला बताते हुए कहा कि, बालासाहब के शिवसैनिक इस तरह की हरकत कभी नहीं कर सकते और उध्दव ठाकरे के सैनिकों से इसके अलावा अन्य कोई अपेक्षा नहीं की जा सकती. उन्होंने चुनौती देनेवाले अंदाज में कहा कि, अगर खुद को शिवसैनिक बतानेवाले लोग केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बयान से इतने ही आहत और उत्तेजीत है तथा यदि उनमें वाकई मर्दानगी है, तो उन्हें चाहिए कि, वे मुंबई जाकर नारायण राणे के निवास के सामने पहुंचकर ये तमाम हरकते करे. तब उन्हें अपनी मर्दानगी समझ में आ जायेगी. साथ ही तुषार भारतीय ने यह भी कहा कि, भाजपाई एक निश्चित स्तर तक अपना संयम बनाये रख सकते है, लेकिन वक्त पडने पर मुंहतोड जवाब देना हमें भी आता है और ऐसा जवाब भाजपा द्वारा शिवसेना को जरूर दिया जायेगा. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि, वे फिलहाल इस मामले में पुलिस एवं जिला प्रशासन से मिलकर अपनी शिकायत दर्ज कराते हुए आवश्यक कार्रवाई करने की मांग कर रहे है. साथ ही इस बारे में पार्टी के वरिष्ठ नेताओें को अवगत कराते हुए उनसे इस बारे में आवश्यक मार्गदर्शन प्राप्त किया जायेगा.
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दम है तो आमने-सामने आओ ना
वहीं इस पूरे मामले की जानकारी मिलते ही राजापेठ स्थित भाजपा कार्यालय पहुंचे पूर्व पालकमंत्री तथा विधान परिषद सदस्य प्रवीण पोटे पाटील ने अपनी संतप्त प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, बंद पडे भाजपा कार्यालय के सामने आगजनी व तोडफोड करनेवाले भाडे के पिठ्ठूओं ने अपनी नामर्दी का परिचय दिया है. यदि उनमें वाकई दम और हिम्मत है, तो जिस समय भाजपा कार्यालय खुला रहता है और कार्यालय में पार्टी पदाधिकारी मौजूद रहते है, उस समय आकर अपनी मर्दानगी दिखाये. साथ ही पूर्व पालकमंत्री पोटे ने यह ‘ओपन चैलेंज’ भी दिया कि, इस तरह से पीठ पीछे वार करने की बजाय समय और स्थान बताया जाये. हम वहां आमने-सामने मुलाकात करने और दो-दो हाथ करने के लिए कभी भी तैयार है. साथ ही उन्होंने भाजपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से तैश में आकर कोई भी ‘ऐसा-वैसा’ कदम नहीं उठाने का आवाहन भी किया और संयम बरतते हुए शांति बनाये रखने हेतु कहा.
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सेना कार्यालय पर लगा कडा पुलिस बंदोबस्त
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस उपायुक्त शशिकांत सातव, सहायक पुलिस आयुक्त भारत गायकवाड तथा राजापेठ पुलिस स्टेशन के थानेदार पीआई मनीष ठाकरे तुरंत दल-बल सहित भाजपा कार्यालय पहुंचे. इस समय तक क्यूआरटी पथक भी मौके पर पहुंच चुका था. डिसीपी सातव ने मौके की नजाकत को भांपते हुए तुरंत ही क्यूआरटी पथक को राजापेठ परिसर में ही दिपार्चन हॉल के बगल में स्थित शिवसेना कार्यालय के आसपास तैनात कर दिया, ताकि तनाव एवं टकराव को टाला जा सके. साथ ही पूर्व पालकमंत्री पोटे ने यह भी कहा कि, चूंकि इस समय राज्य में जिन लोगों की सत्ता है, वे भाजपा से हद दर्जे की नफरत करते है. ऐसे में कोई आश्चर्य नहीं की भाजपा कार्यालय पर हुए इस कायराना हमले के दोषियों पर कोई कार्रवाई न की जाये, बल्कि सरकार एवं प्रशासन द्वारा उन गुंडों को बचाने का प्रयास किया जाये.
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‘उस’ वीडियो में दिख रहे सभी लोगों पर होगी कार्रवाई
इस मामले को लेकर जानकारी देते हुए राजापेठ पुलिस स्टेशन के थानेदार पीआई मनीष ठाकरे ने कहा कि, घटना को लेकर भाजपा पदाधिकारियों की ओर से दी गई शिकायत पर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है. साथ ही इस घटना के वीडियो फुटेज भी उपलब्ध है. जिसमें कुछ लोग साफ तौर पर भाजपा कार्यालय के सामने आग लगाते हुए दिख रहे है. ऐसे में वीडियो में दिखाई दे रहे सभी लोगों की शिनाख्त करते हुए उन्हें पकडा जायेगा तथा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जायेगी.
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किस बात का इंतजार, अब तक गिरफ्तारी क्यों नहीं
–संतप्त भाजपाईयों का राजापेठ थाने में घेराव
इस घटना के फौरन बाद भाजपा कार्यालय में शहर के तमाम भाजपाईयों का हुजुम उमडने लगा. हर कोई सोशल मीडिया पर वायरल हमले के फोटो व वीडियो को देखकर काफी संतप्त था. पश्चात भाजपा पदाधिकारी एक मोर्चे की शक्ल में पैदल ही राजापेठ पुलिस थाने पहुंचे. जहां पर थानेदार मनीष ठाकरे के कक्ष का घेराव करते हुए ठिय्या आंदोलन किया गया. इस समय भाजपा शहराध्यक्ष किरण पातुरकर तथा पूर्व मंत्री डॉ. अनिल बोेंडे ने पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि, भाजपा कार्यालय पर हुए हमले के फोटो व वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुए है. जिनमें हमलावरों को साफ तौर पर देखा जा सकता है. किंतु बावजूद इसके पुलिस अब तक एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पायी है, जबकि सभी आरोपी इस समय राजकमल चौक पर खुलेआम जल्लोश कर रहे है. जिसका सीधा मतलब है कि, सरकार के दबाव में आकर पुलिस द्वारा आरोपियों को अभय दिया जा रहा है. साथ ही इन दोनों पदाधिकारियों ने थानेदार ठाकरे से यह भी पूछा कि, जब पूरे राज्य में शिवसैनिकों द्वारा भाजपा कार्यालयों व भाजपाईयों को निशाना बनाये जाने की खबरे सामने आ रही थी, तब अमरावती में समय रहते ऐहतियाती कदम क्यों नहीं उठाये गये. कहीं ऐसा तो नहीं कि पुलिस द्वारा जानबुझकर मामले की अनदेखी की गई है.
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शिवसेना के पार्टी प्रमुख व मुख्यमंत्री का अपमान नहीं सहेंगे
इस समय शिवसेना के जिला प्रमुख तथा युवा सेना के महानगर प्रमुख पराग गुडधे ने कहा कि, हमेशा ही शिवसेना को लेकर अनाप-शनाप बयान देनेवाले नारायण राणे को भाजपा द्वारा अपने कोटे से केंद्र सरकार में मंत्री बनाया गया है और मंत्री बनने के बाद नारायण राणे द्वारा और भी अधिक उलुल-जुलुल बयान दिये जा रहे है. जिसे कदापि बर्दाश्त नहीं किया जायेगा और ऐसा करनेवालों को शिवसेना स्टाईल में ही सबक सिखाया जायेगा. साथ ही पराग गुडधे ने यह भी कहा कि, अब शिवसेना द्वारा भाजपा पदाधिकारियों के साथ सडक पर आर-पार की लडाई लडी जायेगी और जहां-जहां भाजपा पदाधिकारी मिलेंगे, उन्हें वहीं पर मारपीट कर सबक सिखाया जायेगा.
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राणे को तुरंत मंत्री पद से हटाया जाये
हिंदु हृदय सम्राट स्व. बालासाहब ठाकरे व शिवसेना के दम पर नारायण राणे ने राजनीति के क्षेत्र में अपने पहचान व अस्तित्व का निर्माण किया और उन पर ठाकरे परिवार के अनेकों उपकार है. इसके बावजूद वे ठाकरे परिवार के सदस्यों को लेकर बेहद निम्नस्तर पर विवादास्पद टिप्पणियां करते है. जो बडे संवैधानिक पद पर रहनेवाले किसी भी व्यक्ति को शोभा नहीं देता. उध्दव ठाकरे शिवसेना के पार्टी प्रमुख रहने के साथ-साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री भी है और यदि कोई व्यक्ति उनका अपमान करता है, तो इसे पूरे महाराष्ट्र का अपमान माना जाना चाहिए. साथ ही नारायण राणे ने पूरे महाराष्ट्र की जनता से माफी भी मांगनी चाहिए. इसके अलावा नारायण राणे के अब तक के रिकॉर्ड को देखते हुए भाजपा नेताओं ने उन्हें तुरंत केंद्रीय मंत्रीमंडल से बाहर निकालना चाहिए. इस आशय की मांग शिवसेना के जिला प्रमुख सुनील खराटे द्वारा की गई है.
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भाजपाईयों ने थाने के सामने फूंका उध्दव ठाकरे का पुतला
जिस वक्त भाजपा के कई पदाधिकारी राजापेठ थाने के भीतर थानेदार मनीष ठाकरे का घेराव कर रहे थे, ठीक उसी वक्त कई भाजपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने राजापेठ थाने के ठीक सामने अचानक कहीं से एक पुतला लाकर उसे बीच सडक पर आग लगा थी. इस पुतले पर सीएम उध्दव ठाकरे की फोटो लगी हुई थी और पुतला जलाते समय भाजपाईयों द्वारा उस पर जमकर चप्पल-जुते बरसाये गये. साथ ही भाजपाईयों द्वारा मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे एवं शिवसेना के खिलाफ जमकर नारेबाजी की जा रही थी. इस आंदोलन की अगुआई मनपा के सभागृह नेता तुषार भारतीय व पार्षद प्रणीत सोनी द्वारा की गई.
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सेना ने कोतवाली में दर्ज करायी राणे के खिलाफ शिकायत
वहीं दूसरी ओर शिवसेना के जिला प्रमुख सुनील खराटे ने कोतवाली पुलिस स्टेशन पहुंचकर मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे को लेकर विवादास्पद बयान देनेवाले केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के खिलाफ फौजदारी कार्रवाई करने हेतु शिकायत दर्ज करायी. जिसमें कहा गया कि, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने भाजपा की ओर से निकाली गई जनआशिर्वाद यात्रा के दौरान सीएम उध्दव ठाकरे के लिए बेहद असंसदीय शब्दों का प्रयोग किया है. ऐसे में नारायण राणे के खिलाफ जनभावनाओं को आहत करने सहित कानून व व्यवस्था की स्थिति को बिगाडने एवं मारपीट की धमकी देने का मामला दर्ज किया जाये.
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गुडधे सहित कुल 22 लोग हुए नामजद
भाजपा की ओर से शहराध्यक्ष किरण पातुरकर द्वारा दर्ज करायी गई शिकायत के आधार पर राजापेठ पुलिस ने शिवसेना के महानगर प्रमुख व युवा सेना जिला प्रमुख पराग गुडधे, शिवसेना के जिला प्रमुख श्याम धाने व सुनील राउत तथा वैभव मोहोकार, विवेक पवार, चेतन काले व सचिन ठाकरे सहित अन्य करीब 15 लोगोें के खिलाफ भादंवि की धारा 143, 147, 148, 149, 448, 435, 436, 427 तथा मपोका की धारा 135 के तहत अपराध दर्ज किया है. इसके साथ ही अब आरोपियों की खोजबीन भी शुरू की गई है.