राणा दम्पत्ति के फोटो पर शिवसेना ने चढायी चप्पलों की माला
हरिसाल में होलीका के अपमान पर दी संतप्त प्रतिक्रिया
अमरावती/प्रतिनिधि दि.30 – विगत शनिवार को हरिसाल में होलीका दहन के अवसर पर दीपाली चव्हाण आत्महत्या मामले का निषेध करने हेतु सांसद नवनीत राणा व विधायक रवि राणा द्वारा होली पर अपर वन संरक्षक श्रीनिवासी रेड्डी व उपवन संरक्षक विनोद शिवकुमार की प्रतिमाएं लगाने और उन प्रतिमाओं पर चप्पल व जुते की माला चढायी जाने का मामला तुल पकडता जा रहा है. पवित्र होली पर चप्पल-जुते की माला चढाये जाने पर आदिवासी समाज सहित सभी हिंदू धर्मियोें की धार्मिक भावनाओें का अपमान बताते हुए शिवसेना की महानगर शाखा द्वारा सांसद नवनीत राणा व विधायक रवि राणा का निषेध करते हुए उनकी प्रतिमाओं पर चप्पलों का हार चढाते हुए संतप्त आंदोलन किया गया.
शिवसेना के महानगर प्रमुख पराग गुडधे के नेतृत्व में किये गये इस आंदोलन मेें शिवसैनिकों का कहना रहा कि, दीपाली चव्हाण आत्महत्या मामला अपने आप में बेहद निंदनीय घटना है और हर कोई दीपाली को आत्महत्या हेतु प्रवृत्त करनेवाले दोनों अधिकारियों के खिलाफ कडी कार्रवाई करने की मांग कर रहा है. जिसके तहत खुद आदिवासी समाज बांधवों ने श्रीनिवास रेड्डी और विनोद शिवकुमार की प्रतिमाओं पर चप्पले व जुते बरसाये, किंतु सांसद नवनीत राणा व विधायक रवि राणा ने होलीका पूजन करने की बजाय होली पर चप्पलों की माला पहनाकर हिंदू व आदिवासी समाज की भावनाओं को आहत किया. राणा दम्पत्ति द्वारा इस घटना का वीडियो निकालकर सोशल मीडिया पर भी वायरल किया गया. जिससे कई लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई है. शिवसेना की ओर से यह भी आरोप लगाया गया कि, महिला सम्मान के लिए अपना खून बहाकर वन शहीद होनेवाली दीपाली चव्हाण की अभी चिता की राख भी ठंडी नहीं हुई है और उसी मेलघाट में राणा दम्पत्ति आदिवासियों के साथ रंगों की होली खेलने पहुंच गये है. यह एक तरह से संवेदनहिनता और निर्लज्जता की हद है. ऐसे में समाज में धार्मिक अशांती फैलाने का काम करनेवाले राणा दम्पत्ति के खिलाफ भादंवि की धाराओं के तहत जमावबंदी एवं साईबर क्राईम की धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया जाना चाहिए. इस मांग के साथ ही शिवसेना के महानगर प्रमुख पराग गुडधे के नेतृत्व में शिवसैनिकों ने सांसद नवनीत राणा व विधायक रवि राणा की प्रतिमाओं पर चप्पल व जुते का हार चढाया.