सोमवार से शुरू हो जायेगा स्कायवॉक का काम
जिलाधिकारी ने किया अपने अधिकारों का उपयोग
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अब तक प्रादेशिक वनविभाग तथा वाईल्ड लाईफ की नहीं मिली एनओसी
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दो से तीन महिने बाद फिर से बंद हो सकता है काम बंद
चिखलदरा प्रतिनिधि/दि.५ – आखिरकार देश के सबसे पहले व एकमात्र स्कायवॉक को लेकर दैनिक अमरावती मंडल द्वारा की जा रही पहल तथा मीडिया सहित आम लोगों के लगातार बढते दबाव की वजह से जिलाधिकारी शैलेश नवाल को अपने विशेष अधिकारों का उपयोग करना ही पडा. जिसके तहत विगत 1 फरवरी को जिलाधीश नवाल ने अपने कक्ष में सिडको के अधिकारी तथा पुलिस निरीक्षक (एसपी वायरलेस के प्रतिनिधी) के साथ एक समीक्षा बैठक बुलायी. जिसमें तकनीकी कारणों के चलते अटके स्कायवॉक के कामों का जायजा लिया गया और इस काम जल्द शुरू करने के लिए दोनों विभागों को निर्देश जारी किये गये.
इस बारे में प्राप्त जानकारी के अनुसार आज कंपनी का पोकलैन्ड चिखलदरा पहुंचाया जायेगा तथा सोमवार सेे स्कायवॉक का काम शुरू हो जायेगा. जो कि एक बडी खुशखबरी चिखलदरा वासियोें के लिए हो सकती है. मगर सुत्र यह बताते है कि यह काम दो से तीन महिने ही शुरू रह पायेगा. उसके बाद काम फिर से बंद हो जायेगा. क्योेंकि, प्रादेशिक वन विभाग की एनओसी की फाईल मंत्रालय लेवल पर प्रलंबित पडी है. वहीं वाईल्ड लाईफ की एनओसी की फाईल अभी तक जिले में ही घुम रही है. यहां से क्लिअर होकर फाईल नागपुर जायेगी, वहां से त्रृटी आने पर वह वापस आयेंगी. जिसे पुरा करके वापस भेजना होगा. यह प्रक्रिया कितने दिन, कितने महिने चलती है यह अभी कहा नहीं जा सकता. उसके बाद वाईल्ड लाईफ की एनओसी के लिए यह फाईल मंत्रालय लेवल पर जायेगी. वहां कितना समय लगेगा, यह कहना मुश्किल है. ऐसे में ठेकेदार के पास सिर्फ दो से तीन महिने का काम करने के लिए काम उपलब्ध है. जब तक प्रादेशिक वन विभाग तथा वाईल्ड लाईफ की एनओसी नहीं आती है, आगे का काम फिर से रोकने के अलावा ठेकेदार के पास कोई पर्याय उपलब्ध नहीं है.