पांच वर्ष में अब तक 206 लोग हुए गंभीर जख्मी
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वर्धा वनपरिक्षेत्र में वन्य प्राणियों के हमले में 10 की मौत
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225.58 लाख की आर्थिक मदत
वर्धा/प्रतिनिधि दि.9 – वन्य प्राणियों की वास्तव क्षेत्र का संकोच होने से मानव-वन्यजीव संघर्ष चरम पर पहुंचा है. वर्धा वनपरिक्षेत्र में बाघों की संख्या के साथ ही वन्यप्राणियों की संख्या भी ज्यादा है. संख्या बढते समय ही उनका अधिवास, भ्रमण मार्ग खंडीत होने लगा है. जिससे वन्यजीव व मानव आमने सामने आने से संघर्ष बढ चुका है. पिछले 5 वर्ष में वन्यप्राणियों के हमले में पूरे 10 लोगों को अपनी जान गवानी पडी है तथा 206 लोगों को गंभीर चोटे आयी है.
वन्यप्राणियों के हमले के मृतकों समेत गंभीर जख्मी हुए लोगों को वन विभाग की ओर से अब तक 225 लाख 8 हजार रुपए की आर्थिक मदत मिली है. जिले में वन्य प्राणियों के हमले की घटनाएं दिनोंदिन बढतीे जा रही है. ग्रीष्मकाल में ऐसी घटनाएं ज्यादा प्रमाण में घटीत होती है. वन में जलकिल्लत निर्माण होने से वन्य प्राणी पानी की तलाश में गांव की ओर मुडते है. इतना ही नहीं तो जंगल क्षेत्र को लगकर रहने वाले खेत शिवार में वन्य प्राणियों का आतंक रहता ही है.
वन्य प्राणी गांव में प्रवेश कर जानवरों पर हमले, इंधन जमा करने वाले, खेती काम करने वाले खेतमजदूरों पर हमले करते है. जिससे लोग जंगल में अकेले जाना टालते है. वन विभाग वन्य प्राणियों के हमले रोकने के लिए विविध उपाय कर लोगों को जंगल में जाने से सावध करते है. किंतु वन्यप्राणी हमले की घटना में कमी नहीं आयी. इस घटना के सभी मृतकों के परिजनों को आर्थिक मदत दी गई है. वन्य प्राणियों के हमले में घर का प्रमुख व्यक्ति जाने की अनेक घटनाएं हो चुकी है. जिससे उदरनिर्वाह की समस्या उनके सामने है. भविष्य में मानव-वन्य प्राणी संघर्ष से कोई भी जीवित हानी न हो इसके लिए प्रभावी उपाय करने की जरुरत है.
अनेकों को आया अपंगत्व
जिले के वनक्षेत्र में बाघ, तेंदुए, भालु आदि जैसे वन्यप्राणियों की संख्या ज्यादा है. कई बार खेत में काम कर रहे किसान अथवा खेत मजदूरों पर वन्य प्राणी हमले करते है. ऐसी घटनाओं में अनेकों को जान गवानी पडी है. अनेकों को तो कायम रुप से अपंगत्व आया है.
मृतकों समेत घायलों को आर्थिक मदत
वन्य प्राणियों के हमले में पिछले पांच वर्ष में जख्मी हुए 206 लोगों को 122 लाख 35 हजार रुपए की आर्थिक मदत की गई है तथा मृत हुए 10 लोगों के परिवार को 103 लाख रुपए की आर्थिक मदत वन विभाग की ओर से मिलने की जानकारी है.
वर्ष निहाय गंभीर हुए व्यक्ति
वर्ष गंभीर अनुदान (लाखों में)
2016-17 32 19.26
2017-18 40 18.75
2018-19 45 23.86
2019-20 65 46.36
2020-21 24 14.35
वर्ष निहाय मृतकों की संख्या
वर्ष मृत अनुदान(लाखों में)
2017-18 03 24.00
2018-19 04 34.00
2019-20 03 45.00