तो शायद इसीलिए जल्दबाजी में थे राठौड
सोमवार को जिला नियोजन की बैठक में हिस्सा लिए ही कहीं निकल गये थे
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डेप्युटी सीएम अजीत पवार से कुछ देर एकांत में की थी चर्चा
अमरावती प्रतिनिधि/ दि. १३ – इस समय समूचे राज्य में मूलतः बीड जिले की परली निवासी और टिकटॉक स्टार पूजा चव्हाण की आत्महत्या का मामला गूंज रहा है, जिसमें राज्य के वनमंत्री तथा यवतमाल के जिला पालकमंत्री संजय राठौड फंसते नजर आ रहे हैं. यह मामला बीते रविवार का है, जब पूजा चव्हाण ने पुणे के वानवडी परिसर स्थित तीन मंजिला इमारत से कूदकर आत्महत्या कर ली थी.
जिसके बाद करीब 11 ऑडियो क्लिप वायरल हुई हैं, जिसमें कथित तौर पर मंत्री संजय राठौड और पूजा चव्हाण का संभाषण है और राठौड के रूप में बताये जा रहे व्यक्ति द्वारा किसी बात को दबाने या छिपाने के लिए पूजा पर दबाव बनाया जा रहा है. इस आधार पर राज्य के प्रमुख विपक्षी दल भाजपा द्वारा सरकार को घेरने के साथ ही मंत्री संजय राठौड पर कार्रवाई किये जाने की मांग की जा रही है.
बता दें कि पूजा चव्हाण ने बीते रविवार की रात 7 फरवरी की रात वानवडी परिसर स्थित हैवन पार्क नामक तीन मंजिला इमारत से कूदकर आत्महत्या कर ली थी. हालांकि मृतका के पास से कोई सुसाईड नोट बरामद नहीं हुआ था. लेकिन इसके बाद कुछ ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल होने शुरू हो गये, जिनकी वजह से संदेह की सुई मंत्री संजय राठौड की तरफ घूमी.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि शनिवार को संजय राठौड नागपुर जिले के दौरे पर थे और उन्होंने वहां पर एक बैठक में भी हिस्सा लिया था. जिसके बाद राठौड रविवार को अमरावती पहुंचे, जहां उन्होंने रात्रि विश्राम किया. अमरावती में सोमवार 8 फरवरी को राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की अध्यक्षता में संभाग के पांचो जिलों की जिलानिहाय समीक्षा बैठक होनेवाली थी, जिसमें यवतमाल जिला नियोजन बैठक में यवतमाल का जिला पालकमंत्री होने के नाते संजय राठौड को भी हिस्सा लेना था. लेकिन राठौड इस बैठक में उपस्थित नहीं हुए. बल्कि उन्होंने बैठक से पहले सर्किट हाऊस में डेप्युटी सीएम अजीत पवार से मुलाकात की. साथ ही दोनों नेताओं ने कुछ समय एकांत में बातचीत की, जिसके बाद राठौड वहां से चले गये. पश्चात यवतमाल की नियोजन समीक्षा बैठक में राठौड की अनुपस्थिति को लेकर उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि राठौड को अचानक कुछ जरूरी काम आ जाने की वजह से वे बैठक में उपस्थित नहीं हो पाये हैं.
ऐसे में अब पूजा चव्हाण की आत्महत्या का मामला सामने आने के बाद कयास लगाया जा रहा है कि रविवार को घटित इस घटना की जानकारी राठौड को अमरावती में रहने के दौरान रविवार को ही हो गई थी तथा वे इस मामले में अपना पक्ष रखने अथवा कोई सहायता मांगने हेतु अजीत पवार के आने का इंतजार कर रहे थे. अजीत पवार के अमरावती आते ही राठौड ने उनसे मुलाकात करते हुए कुछ समय एकांत में चर्चा की. वह चर्चा संभवतः पूजा चव्हाण की आत्महत्या से ही संबंधित थी. हालांकि तब तक उस घटना को लेकर राज्य में भूचाल आना बाकी था. बाद में संजय राठौड अमरावती से कहीं रवाना हो गये और तबसे अब तक उनका कहीं कोई पता नहीं चल पाया है. हालांकि जानकारी है कि राठौड जल्द ही इस मामले में अपनी पार्टी शिवसेना के मुखिया तथा राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात करते हुए उनके सामने अपना पक्ष रख सकते हैं.