फेरफार की झूठी नोंद दिखाकर एक ही प्लॉट दो को बेचा
भूमि अभिलेख कार्यालय बना फर्जीवाडे का अड्डा
-
भूमि अभिलेख के दो कर्मचारियों पर अपराध दर्ज
-
बाहरी एजंट के कहने पर कम्प्यूटर में झूठे कागजात बनाये
अमरावती/प्रतिनिधि दि.8 – स्थानीय भूमि अभिलेख कार्यालय ही फर्जीवाडे का अड्डा रहने की बात खूद भूमि अभिलेख कार्यालय के उपअधिक्षक अविनाश दशरथकर व्दारा गाडगे नगर थाने में दर्ज शिकायत से स्पष्ट हुई है. भूमि अभिलेख कार्यालय के कनिष्ठ लिपिक योगेश शिरभाते व स्पप्नील उंबरकर ने बाहर सक्रीय रहने वाले एजंटों से मिलिभगत कर प्रकाश विठोबा ठाकरे के नाम की झूठी फेरफार नोंद दिखाकर नकली कागजात तैयार किये और बाद में उस नकली कागजात के भरोसे एक ही प्लॉट 2 वर्ष के दो बार बेचा गया है.
उपअधिक्षक अविनाश दशरथकर ने गाडगे नगर थाने में दर्ज शिकायत में कहा कि जिस प्लॉट के व्यवहार में गडबडी की गई है, उस फेरफार की पहली नोंद 22 सितंबर 99 को की गई है. बात में इसी प्लॉट की आखिव पत्रिका तैयार करने का काम करने वाले योगेश शिरभाते व स्वप्नील उंबरकर ने प्रकाश विठोबा ठाकरे के नाम की झूठी फेरफार नोंद दिखाकर वहीं प्लॉट बाद में धोखे से दूसरे को बेचने वाले बाहरी दलालों की मदत की गई. शिकायत पर गाडगे नगर पुलिस ने दफा 465, 467, 468, 471, 417, 477, 477 (अ), 34 के तहत अपराध दर्ज किया है. इस मामले में फिलहाल किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया.