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एक के बाद एक तीसरी दुखद घटना
बुलडाणा/दि.5 – विगत 1 अगस्त को चिखली निवासी भारतीय सेना के जवान कैलाश पवार की सियाचीन ग्लेशियर पर तैनाती के दौरान एक हादसे का शिकार होने के बाद मौत हुई थी. वहीं गत रोज शेगांव संस्थान के व्यवस्थापकीय विश्वस्त शिवशंकरभाऊ पाटील का देहावसान हुआ. अभी इन दो घटनाओं से बुलडाणा जिला उभरा ही नहीं था कि, लोणार तहसील के बिबी गांव निवासी भारतीय सेना के जवान किशोर कालुसे की गत रोज अहमदनगर के मिल्ट्री कैम्प में कर्तव्य पर तैनात रहने के दौरान हृदयाघात के चलते मौत हो गई.
32 वर्षीय किशोर कालुसे 19 वर्ष की आयु में सन 2009 के दौरान भारतीय सेना में भरती हुए थे और उन्होंने आसाम के सिलीगुडी व पंजाब के जालंधर में अपनी सेवाएं प्रदान की थी. पश्चात 2019 के दौरान उनकी अहमदनगर स्थित मिल्ट्री कैम्प में नियुक्ती की गई. जहां वे नायब सुभेदार पद पर कार्यरत थे. उनके परिवार में मां, पत्नी, एक भाई व एक बहन का समावेश है. किशोर कालुसे की हृदयाघात के चलते मौत होने की खबर मिलते ही गांव में शोक की लहर व्याप्त हो गयी. पश्चात गुरूवार की दोपहर उनका पार्थिव अहमदनगर से बिबी गांव लाया गया. जहां पूरे सैनिक सम्मान के साथ उनके पार्थिव पर अंतिम संस्कार किया गया.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, विगत 1 अगस्त को शहीद हुए कैलाश पवार का पार्थिव गत रोज ही बुलडाणा जिले की चिखली तहसील में लाया गया था. जहां पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. वहीं गत रोज ही शेगांव में संत गजानन महाराज संस्थान के व्यवस्थापकीय विश्वस्त शिवशंकरभाउ पाटील का अंतिम संस्कार हुआ और अब गुरूवार को बिबी गांव में नायब सुभेदार किशोर कालुसे का अंतिम संस्कार किया गया. ऐसे में पुरा बुलडाणा जिला लगातार शोक की लहर में डूबा हुआ है.