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पंचतत्व में विलीन हुए सोमेश्वर पुसतकर

  • बीती रात इलाज के दौरान हुई थी मौत
  • डॉ. कडू हॉस्पिटल में ली अंतिम सांस
  • हजारों ने किये अंतिम दर्शन
  • सैकडों नम आंखों ने दी अंतिम विदाई
  • पुत्र रेवान ने दी चिता को मुखाग्नि

अमरावती/प्रतिनिधि दि.३ -शहर सहित जिले में शिवसेना के कद्दावर नेता माने जाते एवं ख्यातनाम समाजसेवी सोमेश्वर पुसतकर का बीती रात ९.३० बजे के दरम्यान स्थानीय विवेकानंद कालोनी मार्ग स्थित डॉ. प्रफुल्ल कडू के गुरूकृपा अस्पताल में निधन हो गया था. जिसके बाद सोमवार ३ अगस्त की सुबह ११ बजे पुसतकर परिवार के कैम्प परिसर स्थित निवासस्थान से सोमेश्वर पुसतकर की अंतिम यात्रा निकाली गयी एवं उनके पार्थिव को बुधवारा परिसर स्थित आजाद हिंद मंडल में अंतिम दर्शन हेतु रखा गया. जहां पर हजारों लोगों ने दिवंगत नेता के अंतिम दर्शन किये. इसके बाद दोपहर १ बजे के लगभग सोमेश्वर पुसतकर के पार्थिव पर स्थानीय हिंदू स्मशान भूमि मोक्षधाम में बेहद शोकाकूल वातावरण के बीच अंतिम संस्कार किये गये. इस समय सैंकडों नम आंखों ने दिवंगत सोमेश्वर पुसतकर को अंतिम विदाई दी. यहां पर सोमेश्वर पुसतकर के बेटे रेवान ने अपने पिता की चिता को मुखाग्नि दी. इस समय कई लोग अपनी भावनाओं को रोक नहीं पाये और फूटफूटकर रोने लगे.
जानकारी के मुताबिक कट्टर शिवसैनिक माने जाते तथा शिवसेना में जिला प्रमुख से लेकर विभागीय संपर्क प्रमुख तक विभिन्न पदों की जिम्मेदारी का सफलतापूर्वक निर्वहन कर चुके सोमेश्वर पुसतकर विगत कुछ समय से फुफ्फुस संबंधी बीमारी से जूझ रहे थे और उनका मुंबई के एक ख्यातनाम अस्पताल के डॉक्टरों की देखरेख में इलाज चल रहा था. किंतु कोरोना एवं लॉकडाउनवाले दौर में इलाज हेतु मुंबई जाना संभव नहीं रहने के चलते वे अपना इलाज नागपुर निवासी एक डॉक्टर से करा रहे थे. वहीं रविवार की शाम ७ बजे सोमेश्वर पुसतकर की तबियत अचानक बिगडना शुरू हुई. जिसके चलते उन्हें तुरंत ही डॉ. प्रफुल्ल कडू के विवेकानंद कालोनी परिसर स्थित गुरूकृपा अस्पताल में भरती कराया गया. जहां पर डॉ. प्रफुल्ल कडू और उनकी टीम ने सोमेश्वर पुसतकर के स्वास्थ्य को नियंत्रित करने की पूरी कोशीश की और उन्हें कृत्रिम श्वसन प्रणाली (वेंटिलेटर) पर रखते हुए उनकी जान बचाने का पूरा प्रयास किया गया. किंतु ऐसे तमाम प्रयास पूरी तरह असफल साबित हुए और रात करीब ९.३० बजे के आसपास सोमेश्वर पुसतकर ने अपनी अंतिम सांस ली और वे मात्र ५१ वर्ष की आयु में इस दूनिया से अलविदा कह गये.
सोमेश्वर पुसतकर जैसे जूझारू और कर्मठशिल नेता एवं मुसिबत के समय हर एक की सहायता करने हेतु उपलब्ध रहनेवाले समाजसेवी के निधन की खबर शहर में आग की तरह फैली. जिसके चलते सोमेश्वर पुसतकर के काफी बडे मित्र परिवार में शोक की लहर व्याप्त हो गयी और देखते ही देखते गुरूकृपा हॉस्पिटल सहित सोमेश्वर पुसतकर के कैम्प परिसर स्थित निवासस्थान पर उनके चाहनेवालों की भीड जूटना शुरू हो गयी. पश्चात सोमवार ३ अगस्त की सुबह ११ बजे कैम्प परिसर स्थित निवासस्थान से सोमेश्वर पुसतकर की अंतिम यात्रा निकाली गयी और उनके पार्थिव देह को सबसे पहले बुधवारा परिसर स्थित आजाद हिंद मंडल में लाकर रखा गया. जहां पर उनके हजारों चाहनेवालों ने उनके अंतिम दर्शन किये. बता दें कि, सोमेश्वर पुसतकर आजाद हिंद मंडल के सक्रिय पदाधिकारी थे और उन्होंने अपने जीवन की शुरूआत बुधवारा परिसर से ही की थी. कालांतर में राजनीतिक एवं सामाजिक जीवन में सफलता की उंचाईयों पर पहुंचने और कैम्प परिसरवासी होने के बावजूद भी सोमेश्वर पुसतकर का बुधवारा परिसर एवं आजाद हिंद मंडल के साथ गहरा रिश्ता बना रहा. सोमवार दोपहर १२ बजे के आसपास आजाद हिंद मंडल से सोमेश्वर पुसतकर का हिंदू स्मशान संस्था की ओर अंतिम सफर शुरू हुआ और मोक्षधाम परिसर पहुंचने के बाद अपरान्ह १.३० बजे के आसपास उनके पार्थिव देह पर बेहद शोकाकुल माहोल में अंतिम संस्कार किये गये.
इस समय हिंदू मोक्षधाम संस्था में सैंकडों लोगों ने उपस्थित रहकर सोमेश्वर पुसतकर को अंतिम विदाई दी. यहां पर हिंदू मोक्षधाम संस्था सहित आजाद हिंद मंडल तथा श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल की ओर से भी दिवंगत सोमेश्वर पुसतकर को अंतिम सलामी दी गई. इस समय स्मशान भूमि संस्था में श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल के प्रधान सचिव पद्मश्री प्रा. प्रभाकरराव वैद्य, हिंदू मोक्षधाम संस्था के अध्यक्ष एड. आर. बी. अटल व गौरक्षण संस्था के सचिव दीपक मंत्री, राज्य के मंत्री संजय राठोड, राज्यमंत्री बच्चू कडू, विधायक देवेंद्र भूयार, पूर्व सांसद अनंत गुढे, पूर्व विधायक डॉ. सुनील देशमुख, ज्ञानेश्वर धाने पाटिल, बी. टी. देशमुख, वीरेंद्र जगताप, विजयराज शींदे, महापौर चेतन गावंडे, मनपा के नेता प्रतिपक्ष बबलू शेखावत, पूर्व महापौर व पार्षद विलास इंगोले, पार्षद दिनेश बूब, शिवसेना के जिला प्रमुख राजेश वानखडे व सुनील खराटे, राकांपा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके, एम टी देशमुख, रश्मी नावंदर, संजय तिरथकर, प्रशांत वानखडे, पूर्व स्थायी सभापती विवेक कलोती व तुषार भारतीय, एड. प्रशांत देशपांडे, जयंत दलाल, वैभव दलाल विक्की दलाल राजू शर्मा, प्रा. रवींद्र खांडेकर, भारत चौधरी, पप्पू पाटील, राजा बागडे, एड. किशोर शेलके, अविनाश मार्डीकर, सुधीर सूर्यवंशी, पुरुषोत्तम बजाज, संजय हरवानी, सचिन हिवसे, धनंजय बंड, प्रीती बंड, प्रा. किशोर फुले, महेश गट्टानी, राम महाजन, शैलेश वानखडे, आशिष धर्माले, पंजाबराव तायवाडे, बब्बू मोतीवाला, नागेश भिसे, दिनेश भूतडा, महेंद्र भुतडा, शेखर जोशी, विनोद दादा, अनिल सरवैया, पराग गुडधे, राजीव बेले, पार्षद प्रणित सोनी, कुणाल सोनी, विदर्भ यूथ वेलफेअर सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. नितीन धांडे, चंद्रकांत वानखडे, शेखर कुलकर्णी, विवेक बुलाने, राजू बोराडे, मंगेश ठाकरे, ललित जंजाल, नितीन हापसे, सुनील राऊत, जिप अध्यक्ष बबलू देशमुख, मंडी उपसभापति नाना नागमोते, रफिक भाई, अन्वर शेख, प्रवीण सावरकर, सोमेश्वर कोल्हे, प्रसाद जोशी, विश्वास साठे, किशोर बोराडे, अजय पुसदकर, शरद गडीकर, पंकज सराफ, निलेश सराफ, दिलीप दाभाडे, दिलीप कलोती, गुड्डू ढोले, सतीश चौधरी, मनसे के महानगर प्रमुख संतोष भद्रे, कर्नल रहाल, अखिलेश शर्मा, विकी घारू, जावेद अहमद, राजू देशमुख, प्रवीण हरमकर, अविनाश असनारे, रुपेश ठाकूर, राजू हिंगमिरे, पप्पू पाटील, अखीलेश राठी सहित सैंकडों गणमान्य नागरिक, सेना पदाधिकारी एवं शिवसैनिक उपस्थित थे.

* कई सामाजिक संस्थाओं व नेताओं से था गहरा नाता
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, कट्टर शिवसैनिक के रूप में पहचान रखनेवाले सोमेश्वर पुसतकर बेहद सौम्य व मिलनसार व्यक्ति थे तथा उनका शिवसेना के अलावा अन्य सभी राजनीतिक दलों व सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों व सदस्यों के साथ बेहद गहरा नाता रहा. पद्मश्री प्रा. प्रभाकरराव वैद्य को पितृतुल्य माननेवाले सोमेश्वर पुसतकर राजनीतिक जीवन में क्षेत्र के पुर्व शिक्षक विधायक प्रा. बी. टी. देशमुख को अपने गुरू व मार्गदर्शकवाले स्थान पर रखते थे. साथ ही उन्होंने प्रा. बी.टी. देशमुख की अगुआई में विदर्भ क्षेत्र का सिंचाई अनुशेष दूर करने हेतु महत प्रयास किया. इसके अलावा राजनीतिक क्षेत्र के साथ-साथ शहर सहित जिले के सामाजिक, शैक्षणिक व सांस्कृतिक क्षेत्र में भी सोमेश्वर पुसदकर द्वारा जबर्दस्त योगदान दिया गया और कुछ वर्ष पूर्व उन्होंने भवन निर्माण क्षेत्र में कदम रखा था.

* स्व. बालासाहब ठाकरे तक थी सीधी पहुंच
अपनी नियोजनबध्द कार्यप्रणाली के लिए मशहूर सोमेश्वर पुसतकर को हमेशा ही शिवसेना की सभी महत्वपूर्ण सभाओं के नियोजन का जिम्मा सौंपा जाता था और अमरावती में शिवसेना प्रमुख स्व. बालासाहब ठाकरे सहित शिवसेना के बडे नेताओं की अब तक जितनी भी सभाए हुई है, उन सब की जिम्मेदारी सोमेश्वर पुसतकर के ही पास हुआ करती थी. साथ ही उन्हें शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे तक सीधी पहुंच रखनेवाले शिवसैनिक के तौर पर जाना जाता था. इसके साथ ही राज्य के मुख्यमंत्री तथा शिवसेना के पार्टी प्रमुख उध्दव ठाकरे के साथ भी उनके अच्छे संबंध रहे. इसके अलावा राज्य के अन्य कई राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ भी सोमेश्वर पुसतकर की काफी अच्छी यारी-दोस्ती रही और वे मौका पडने पर दलगत भावना से उपर उठकर मुसिबत या जरूरत में रहनेवाले अपने सभी दोस्तों की यथासंभव मदद किया करते थे.

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