जल्द ही और एक मंत्री की अवस्था देशमुख के समान होगी
भाजपा नेता का सनसनीखेज आरोप
-
अनिल देशमुख के खिलाफ एफआइआर दाखिल
मुंबई/दि.24 – राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ सीबीआई ने एफआइआर दाखिल किया है. मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंग ने देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाये थे. इस मामले में सीबीआई ने देशमुख के खिलाफ एफआइआर दाखिल किया है. इसके अलावा देशमुख के घर सहित दस संपत्तियों पर सीबीआई ने छापामार कार्रवाई की है. मुंबई, नागपुर, पुणे, ठाणे की संपत्ति पर सीबीआई की छापामार कार्रवाई जारी है. अनिल देशमुख की दिक्कतें बढ़ने के बाद भाजपा के नेता और पूर्व सांसद किरिट सोमय्या ने सनसनीखेज आरोप लगाया है. सचिन वाझे के 2 हजार करोड़ की वसूली गैंग मामले में अब अनिल देशमुख पर कार्रवाई हो रही है. मंत्री अनिल परब की भी कुछ दिनों में यहीं हालत होगी और दो बड़े नेता भी लाभार्थी है. 2 हजार करोड़ जमा किये है, वे कहां-कहां गये, इस बारे में अब सीबीआई जांच कर रही है. एनआयए भी जांच में जुटी हुई है. आगामी कुछ दिनों में जांच में इनकम टैक्स विभाग भी शामिल होगा. मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे को 2 हजार करोड़ की वसूली का हिसाब देना पड़ेगा.
सीबीआई की ओर से शुरु रहने वाली अनिल देशमुख की प्राथमिक जांच शुक्रवार को पूर्ण हुई. इसके बाद शनिवार को अनिल देशमुख के खिलाफ एफआइआर दर्ज किया गया. मुंबई उच्च न्यायालय ने बीते सप्ताह इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी थी. इस मामले में अपराध दर्ज किया जा सकता है या नहीं, यह जांचने के लिये न्यायालय ने सीबीआई को 15 दिनों की अवधि दी थी. न्यायालय के आदेश के बाद सीबीआई ने देशमुख एवं अन्यों की जांच शुरु की. अनिल देशमुख ने सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाझे को 100 करोड़ रुपए जमा करने का टारगेट दिया था. यह आरोप लगाते हुए परमबीर सिंग ने खलबली मचा दी थी. इसके बाद यह मामला न्यायालय में पहुंचा. वहीं अनिल देशमुख ने गृहमंत्री पद का इस्तीफा भी दिया.
इस मामले में सीबीआई ने 14 अप्रैल को जांच के लिये समंस भी भेजा था. इस मामले में सीबीआई ने अब तक अनिल देशमुख के दो स्वीय सहायक संजीव पालांडे और कुंदन शिंदे, निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाझे के दो चालक, बार मालिक, मुंबई पुलिस दल के अधिकारी की जांच की है.