बहुत जल्द भय मुक्त व अपराध मुक्त होगा शहर
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महिलाओें के लिए सुरक्षित माहौल बनाने पर दिया जायेगा विशेष ध्यान
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शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह का दैनिक अमरावती मंडल को सबसे पहला और ए्नस्नल्युझिव्ह इंटरव्यू
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अपराध व अपराधियों को लेकर बेहद बेबाक नजर आयी सीपी डॉ सिंह
अमरावती/दि.८ – पिछले २० दिनों में मैने अमरावती शहर के अपराधियों और यहां के अपराध जगत से जुडी हर छोटी-बडी जानकारी जुटाने का काम किया है और शहर को अपराधमुक्त व भय मुक्त बनाने के प्लान पर काम किया जा रहा है. मेरी पहली प्राथमिकता शहर की बच्चियों, युवतियों और महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने की है. इसके अलावा घरेलू हिंसा जैसे मामलों सहित साईबर क्राईम का शिकार होने से बचाने हेतु महिलाओं को जागरूक करने का काम भी बहुत बडे स्तर पर किया जायेगा. इस आशय का प्रतिपादन हाल ही में अमरावती शहर पुलिस आयुक्तालय की आयुक्त के तौर पर अपना पदभार स्वीकारनेवाली सीपी डॉ. आरती सिंह ने किया. अमरावती शहर पुलिस आयुक्त के तौर पर सीपी डॉ. आरती सिंह ने गुरूवार ८ अक्तूबर को दैनिक अमरावती मंडल को अपना पहला और विशेष साक्षात्कार दिया. जिसमें उन्होंने अपने आगामी कार्यकाल में किये जानेवाले कामोें को लेकर उपरोक्त भुमिका रखी. इस इंटरव्यू के दौरान शहर में होनेवाले अपराधों और यहां के अपराध जगत को लेकर पूछे गये हर एक सवाल का सीपी डॉ. आरती सिंह ने बडी बेबाकी के साथ जवाब दिया. साथ ही यह भी कहा कि, अमरावती शहर में बहुत बडे स्तर पर सोशल पुलिसिंग को क्रीयान्वित किया जायेगा और आम जनता व पुलिस के बीच शानदार संवाद स्थापित करने की कोशिश की जायेगी. यदि पुलिस और पब्लिक साथ मिलकर काम करे तो अपराधियों व अपराध जगत की कमर अपने आप टूट जायेगी.
हर अपराध एक-दूसरे से जुडा होता है, चेन तोडना जरूरी
विगत २० दिनों के दौरान हासिल की गई जानकारी और प्राप्त अनुभवों के संदर्भ में पूछे जाने पर सीपी डॉ. आरती सिंह ने कहा कि, उनके मुताबिक अमरावती शहर में चेन स्नेचिंग व बाईक चोरी की वारदातें सबसे अधिक होती है. ये दोनों ही अपराध एक-दूसरे के साथ जुडे हुए है, क्योंकि अपराधियों द्वारा चेन स्नेचिंग करने के लिए पहले बाईक चुरायी जाती है, और फिस उसी चोरी की बाईक का प्रयोग करते हुए चेन स्नेqचग की घटना को अंजाम दिया जाता है. इन दोनोें अपराधों के तार जुए जैसे अपराध से भी जुडते है. साथ ही ऐसे अपराधों से हासिल की गई रकम का उपयोग नशाखोरी के लिए भी किया जाता है. ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि, बाईक चोरी व चेन स्नेचिंग जैसी घटनाओं के खिलाफ कडे कदम उठाते हुए अपराधों की श्रृंखला को तोड दिया जाये. इसके लिए शहर पुलिस द्वारा शहर के जिन पुलिस थाना क्षेत्रों में बाईक चोरी व चेन स्नेqचग की सर्वाधिक घटनाएं घटित हो रही है, उन इलाकों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. साथ ही चोरी की गाडियों को तोडकर कबाड में बेचा जाता है. ऐसी जानकारी भी मिली है. अत: कबाडवालों की ओर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
समूचे शहर में सीसीटीवी कैमेरे लगाने की तैयारी
इस समय सीपी डॉ. आरती सिंह ने कहा कि, इन दिनों बाईक चोरी व चेन स्नेqचग की घटनाओं के साथ-साथ महिलाओं व युवतियों के साथ छेडछाड किये जाने के मामले भी काफी अधिक बढ रहे है. ऐसे में इस तरह की घटनाओं पर नजर रखने और आरोपियों की तुरंत पहचान करने के लिए शहर के सभी प्रमुख स्थानों पर बहुत जल्द सीसीटीवी कैमेरे लगवाये जाने की तैयारी की जा रही है. जिसके लिए स्थानीय प्रशासन सहित सरकार के साथ समन्वय साधा जा रहा है. सीपी डॉ. आरती सिंह के मुताबिक उपरोक्त घटनाओें के अलावा शहर में कही पर भी सडक हादसा घटित होने पर सीसीटीवी कैमेरे और उनके फुटेज मामले की जांच में बेहद महत्वपूर्ण भुमिका निभाते है. साथ ही नियंत्रण कक्ष को ऐसे हादसे घटित होने की स्थिति में तुरंत ही खबर मिल जाती है.
पार्किंग व हॉकर्स झोन की समस्या भी हल करना जरूरी
इस बातचीत के दौरान सीपी डॉ. आरती सिंह ने कहा कि, विगत २० दिनों में उन्होंने पाया कि, अमरावती शहर में यातायात व्यवस्था को अनुशासित किये जाने की सख्त जरूरत है. साथ ही यहां पर हॉकर्स झोन व पार्किंग झोन की व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त किया जाना भी बेहद जरूरी है. इसके साथ ही शहर की सडकों पर जगह-जगह पालतू मवेशी घुमते रहते है और आवारा पशुओं की मौजूदगी भी अपने आप में एक बडी समस्या है. इन तमाम समस्याओं को हल करने के लिए भी संबंधित महकमों के साथ मिलकर प्रयास किये जायेंगे, ताकि शहर की यातायात व्यवस्था को सहज व सुचारू किया जा सके.
हर थाने में गश्त बढेगी, हिस्ट्रीशिटरों पर रहेगी कडी नजर
शहर में विगत कुछ वर्षों के अपराधिक वारदातों के रिकॉर्ड की ओर ध्यान दिलाये जाने पर शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती qसह ने कहा कि, उन्होंने अमरावती आने के बाद सबसे पहले यहां के क्राईम रेट चार्ट का ही अवलोकन किया. जिसके बाद सभी पुलिस थाना क्षेत्रों में गश्त, विशेषकर रात्रीकालीन गश्त बढायी जायेगी. साथ ही साथ हर एक इलाके के हिस्ट्रीशिटर अपराधी को पूरा समय पुलिस महकमे के रडार पर रखा जायेगा. इसके अलावा यह कोशीश भी की जायेगी कि, शहर में किसी भी तरह के नये अपराधिक तत्व ना पनप पाये. ऐसा करते हुए धीरे-धीरे और बहुत जल्द अमरावती शहर को अपराधमुक्त व भय मुक्त बनाने का काम किया जायेगा.
नशीले व मादक पदार्थों की बिक्री किसी भी हाल में नहीं होगी
इन दिनों मुंबई व नागपुर जैसे महानगरों में चरस व अफीम जैसे नशीले पदार्थों सहित हेरोईन व कोकीन जैसे ड्रग्ज की बिक्री व तस्करी का मसला लगातार चर्चा में है और अमरावती जैसे छोटे शहर तक भी इन नशिले व मादक पदार्थों के तस्करों ने अपनी पहुंच बना ली है. इसकी ओर ध्यान दिलाये जाने पर सीपी डॉ. आरती सिंह ने कहा कि, ऐसे नशीले व मादक पदार्थों की अमरावती शहर में किसी भी हाल में तस्करी व बिक्री नहीं होने दी जायेगी, और यदि किसी के भी पास ऐसे तस्करों व विक्रेताओं की कोई भी जानकारी है, तो वे शहर पुलिस आयुक्त कार्यालय से संपर्क कर सकते है. ऐसे मादक पदार्थों के विक्रेताओं व तस्करों के खिलाफ कडी से कडी कार्रवाई की जायेगी.
गौवंश तस्करों के खिलाफ होगी कडी एक्शन
इस बातचीत के दौरान जब सीपी डॉ. आरती सिंह का ध्यान इस ओर दिलाया गया कि, इन दिनों समूचे राज्य में गौवंश हत्या प्रतिबंधक अधिनियम लागू रहने के बावजूद अमरावती शहर गौवंश व गौमांस की तस्करी का सबसे बडा अड्डा बना हुआ है, तो उन्होंने बताया कि, दो दिन पूर्व ही उनके निर्देश पर शहर के नागपुरी गेट थाना परिसर में १७४ गौवंश जानवर बरामद किये गये. वे शहर के इतिहास में अब तक की सबसे बडी कार्रवाई है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, अमरावती शहर में मध्यप्रदेश की सीमा से नागपुर, वरूड व धारणी मार्ग होते हुए गौवंश तस्करी की जाती है, ऐसा उन्हें पता चला है. जिसके चलते ग्रामीण पुलिस अधिक्षक कार्यालय को भी इन मामलों में अपने थाना क्षेत्रों व सीमावर्ती इलाकों में नाकाबंदी करते हुए आवश्यक सहयोग प्रदान करने का निवेदन किया गया है. साथ ही शहर पुलिस आयुक्तालय की सभी सीमाओं पर भी कडी नाकाबंदी की जायेगी. जहां पर बाहर से आनेवाले हर एक वाहन की चेकिंग की जायेगी, ताकि ऐसे मामलों पर अंकुश लगाया जा सके.
पुलिस महकमा ही मेरा परिवार और मेरी जिम्मेदारी
इस समय कोरोना संक्रमण काल के दौरान तमाम तरह के खतरों के बीच काम करनेवाले पुलिसवालों के स्वास्थ्य को लेकर अपनी qचता जताते हुए सीपी डॉ. आरती सिंह ने कहा कि, उनके लिए शहर पुलिस महकमा एक परिवार की तरह है और परिवार प्रमुख होने के नाते सभी के स्वास्थ्य को लेकर उनकी अपनी जिम्मेदारी है. यह बात उन्होंने गत रोज बुलायी गयी पहली क्राइम मिटींग में भी अपने सभी अधिनस्थ अधिकारियों से कही और उन्हें स्पष्ट निर्देश दिये कि, वे अपने अधिनस्त अधिकारियों व कर्मचारियों के स्वास्थ्य व सुरक्षा को लेकर जिम्मेदारी स्वीकारे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, इन दिनों बडे पैमाने पर पुलिस अधिकारी व कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाये जा रहे है,क्योंकि कोरोना काल के दौरान संक्रमण का खतरा रहनेवाले इलाकों में ड्यूटी करने के साथ ही आरोपियों की धरपकड करने, उन्हें कोर्ट में पेश करने और थाने से संबंधित तमाम तरह के कामकाज करने के दौरान पुलिसवालों का कई लोगों के साथ सीधा संपर्क आता है और उनके कोरोना संक्रमित होने का खतरा काफी अधिक बढ जाता है. लेकिन शहर के सरकारी सहित किसी निजी कोविड अस्पताल में कोरोना संक्रमित रहनेवाले पुलिस कर्मियों हेतु अलग से बेड आरक्षित नहीं है. इस बात के मद्देनजर उन्होंने पुलिसवालों के लिए कम से कम ५० बेड की क्षमता रहनेवाला स्वतंत्र कोविड हॉस्पिटल खोलने के बारे में विचार करना शुरू किया था. जिसे लेकर आवश्यक प्रयास किये जा रहे है. साथ ही इस बात को लेकर भी कोशिश की जा रहीं है कि, यदि अमरावती मनपा द्वारा शहर में २०० बेड का कोविड अस्पताल बनाया जाता है, तो उसमें से ५० बेड पुलिसवालों के लिए आरक्षित रखे जाये.
आर्थिक अपराधों में शिकायतों का सामने न आना बडी समस्या
इस बातचीत के दौरान विगत डेढ दो वर्षों के दौरान अमरावती शहर में घटित हुए कई आर्थिक अपराधों की ओर ध्यान दिलाये जाने पर शहर पुलिस आयुक्त आरती qसह ने कहा कि, आर्थिक अपराधों से संबंधित जिन मामलों की शिकायत पुलिस में दर्ज हो चुकी है, उनकी तो जांच चल रही है, लेकिन कई बार लोगबाग आपस में हुई जालसाजी व लेन-देन में हुए धोखे की शिकायतें पुलिस में दर्ज नहीं कराते. ऐसे लोगों ने बिना डरे सामने आकर आर्थिक अपराधों की शिकायत पुलिस में दर्ज कराये.
अवैध हथियारों व देह व्यापार पर रहेगी कडी नजर
इस बातचीत के दौरान शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह ने बताया कि, अमरावती शहर में बडे पैमाने पर अवैध हथियारों की तस्करी एवं खरीदफरोख्त होती है और यहां पर चोरी-छिपे तरीके से देह व्यापार भी चलता है. ऐसा उनकी जानकारी में आया है. ऐसे मामलों में पुलिस तो अपनी ओर से हर संभव कदम उठा रही है, लेकिन आम नागरिकों को भी ऐसे मामलों के खिलाफ जागरूक होना होगा. यदि अमरावती में किसी भी व्यक्ति के पास अवैध हथियारों की तस्करी या देह व्यापार सहित अन्य किसी अपराध या अपराधी के बारे में कोई भी जानकारी है, तो वे नि:संकोच अमरावती शहर पुलिस आयुक्त कार्यालय से सीधे संपर्क कर सकते है. सीपी डॉ. आरती सिंह ने यह भी बताया कि, उनके कार्यकाल में शहर पुलिस आयुक्त कार्यालय के कक्ष का दरवाजा कभी बंद नहीं रहेगा और शहर का कोई भी नागरिक उन तक अपनी शिकायत या फरियाद लेकर सीधे पहुंच सकता है