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जिले में इस बार 3.84 लाख हेक्टेयर पर सोयाबीन की बुआई

  •  कपास बुआई में दिलचस्पी हुई कम

  •  1.98 लाख हजार हेक्टेयर बुआई करने की संभावना

अमरावती/प्रतिनिधि दि.4 – किसानों के लिए खेती ही एकमात्र जरिया है. खरीफ बुआई का नियोजन भी शुरु हो गया है. इस बार नगद फसल कही जाने वाली सोयाबीन की बुआई करने पर किसानों की दिलचस्पी नजर आ रही है. जिले के 7 लाख 32 हजार 46 हेक्टेयर क्षेत्र पर खरीफ की बुआई हो रही है. इनमें से 3 लाख 47 हजार 721 हेक्टेयर क्षेत्र पर सोयाबीन व 1 लाख 98 हजार 972 हेक्टेयर क्षेत्र पर किसान कपास की बुआई करेंगे. इसी दरम्यान बुआई के लिए लगने वाले रासायनिक खाद का नियोजन कृषि विभाग ने किया है. 1 लाख 65 हजार 10 मी. टन रासायनिक खाद का आवंटन मंजूर किया गया है.
जिले में खरीफ 2021-22 के नियोजन की तैयारियां राज्य सरकार व जिला परिषद के कृषि विभाग ने शुरु की है. जिसके अनुसार रासायनिक खाद के आवंटन को मंजूरी मिली है. अप्रैल माह में मंजूर किये गये खाद आवंटन के अनुसार 19 हजार 819 मी. टन खाद जिले में आपूर्ति हुई है. इनमें यूरिया 27 हजार 800 मी. टन, डीएपी 28651, एमओपी 759 मी. टन, एसएसपी का 28531 मी. टन व संयुक्त व मिश्र खाद 62619 मी. टन खाद है. चरणबद्ध तरीके से उपलब्ध कराया जाएगा. इसी दरम्यान कृषि केंद्र शुरु रखने की भी सीमाएं दी गई थी. लेकिन अब जिलाधिकारी ने कृषि केंद्र शुरु रखने का समय भी बढाकर दिया है. जिसके चलते खरीफ के कार्यों को तेजी मिलेगी. वहीं खाद का रासायनिक खाद बारिश से पूर्व किसानों को घर ले जाने का मौका मिलेगा.

  • 14 उडन दस्ते बनाये

नकली बीज व अन्य पहलूओं से किसानों के साथ धोखाधडी की जाती है. ज्यादा कीमतों में बीज, रासायनिक खाद बेचे जाते है. या फिर किल्लत दर्शायी जाती है. दुकानों पर दरों का बोर्ड भी नहीं लगाये जाने से किसानों की शिकायतें बढती है. इन शिकायतों को ध्यान में रखते हुए जिले में 14 उडन दस्ते स्थापित किये गये है. अब यह उडन दस्ते क्या कार्रवाई करेंगे इस ओर किसानों की निगाहें टिकी हुई है.
जिले के शहरी व ग्रामीण इलाकों में केंद्र सरकार की अनुमति से कृषि केंद्र शुरु है. इनमें बीज बिक्री की दुकानें 1386, खाद के 1396 व कीटनाशक बिक्री के 1340 वितरक जिले में है.

  •  फसलों का नियोजन

खरीफ का बुआई क्षेत्र कुल 7, 32, 46 हेक्टेयर है. इनमें से सोयाबीन 3 लाख 84 हजार 721 हेक्टेयर, संकरीत कपास 1 लाख 98 हजार 672 हेक्टेयर, तुअर 77 हजार 624 हेक्टेयर, मूंग 17 हजार 756 हेक्टेयर, उडद 17 हजार 756 हेक्टेयर, संकरीत ज्वार 9 हजार 305 हेक्टेयर, महाबीज सोयाबीन फसल के लिए 17 हजार 365 क्विंटल बीज का नियोजन किया गया है.

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