अमरावतीमुख्य समाचार

सोयाबीन तेल के भाव भडके

  •  175 रूपये लीटर के स्तर पर पहुंचे

  •  गत वर्ष की तुलना में 80 प्रतिशत की वृध्दि

  •  अगले चार माह तक भाव बढते रहने के आसार

अमरावती/प्रतिनिधि दि.15 – इस समय पाम तेल पर बढे हुए आयात शुल्क तथा मूंगफल्ली के जारी निर्यात की वजह से खाद्य तेलों के दामों में रिकॉर्ड तोड वृध्दि हो रही है तथा सोयाबीन, मूंगफल्ली, सूर्यफुल व जवस के तेलों के दाम गत वर्ष की तुलना में 80 फीसदी बढ गये है. ऐसे में अब खाद्य तेलोें के दाम आसमान छू रहे है, वहीं इस समय लॉकडाउन जारी रहने के चलते भी खाद्यतेलों की बेहद उंची दरों पर बिक्री हो रही है. जिसकी वजह से आम ग्राहकों को जबर्दस्त महंगाई का सामना करना पड रहा है.
तिलहनों को लेकर राष्ट्रीय नीति तथा बाजार की लाभ प्रवृत्ति के बीच ग्राहक के तौर पर आम नागरिक नाहक ही पिस रहा है. हकीकत में पाम तेल के दाम अन्य तेलों की तुलना में बेहद कम रहते है. मलेशिया से आयात होनेवाले इस तेल पर इससे पहले 15 प्रतिशत आयात शुल्क लगाया जाता था. जिसमें अब दोगुनी वृध्दि कर दी गई है. ऐसे में पाम तेल के दामों में भी जबर्दस्त उछाल है. जिसका परिणाम देशांतर्गत उत्पादित होनेवाले अन्य खाद्यतेलों के दामों पर भी पडा है.
गत वर्ष 80 से 95 रूपये प्रति किलो की दर पर बिकनेवाला सोयाबीन तेल इस समय 175 रूपये प्रति किलो की दर पर जा पहुंचा है. उल्लेखनीय है कि इन दिनों सर्वसामान्य परिवारों में खाद्यतेल के तौर पर सोयाबीन तेल का ही प्रयोग किया जाता है. किंतु इस समय सोयाबीन तेल के दाम सर्वसामान्य लोगों की पहुंच से बाहर जाते दिखाई दे रहे है. वहीं इस समय तिलहनों की नई फसल को बाजार में आने के लिए करीब पांच माह का समय बाकी है. ऐसे में अगले पांच माह तक यह दरवृध्दि ऐसे ही कायम रहने का पूरा अनुमान है. ऐसी संभावना होलसेल किराणा व तेल विक्रेताओं द्वारा व्यक्त की गई है.

  • वर्षनिहाय तेलों के दाम

तेल               2020                2021
मूंगफल्ली    110-120           190-195
सोयाबीन       80-95            170-180
सूर्यफुल       130-140          185-190

 

आयात होनेवाले खाद्य तेल के अनुसार तेलों देशांतर्गत दाम तय होते है. जारी वर्ष के दौरान अमरीका व मलेशिया में तिलहन का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ. साथ ही अतिवृष्टि की वजह से देश में भी तिलहनों की उपज प्रभावित हुई. इसी बीच पाम तेल के आयात शुल्क में वृध्दि की गई है. ऐसे में सभी तरह के तेल के दामोें में वृध्दि देखी जा रही है. यह स्थिति आगामी चार से पांच माह तक कायम रहेगी.
-गोविंद सोमाणी
अध्यक्ष, होलसेल ग्रेन, शुगर एन्ड ऑईल मर्चंट एसो.

Related Articles

Back to top button