वाशिम/दि.21- अंतरिक्ष पार्श्वनाथ मंदिर खोलकर मूर्ति पर लेप प्रक्रिया करने के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का पालन करने जैन समाज के दोनों पंथ राजी हो गए है. जिससे परसों गुरुवार 23 मार्च से भगवान की मूर्ति की लेप प्रक्रिया शुरु करने की जानकारी दिगंबर मुनी एलक श्री सिद्धांत सागरजी महाराज और श्वेतांबर मुनी श्री पन्यास प्रवर श्री परमहंस विजयजी महाराज ने संयुक्त रुप से की.
श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ मंदिर 42 वर्षो बाद खुलने से जैन समाज में आनंद का वातावरण है. जिलाधीश षणमुखराजन और पुलिस अधीक्षक बच्चन सिंह के मार्गदर्शन में निवासी उपजिलाधिकारी शैलेश हिंगे और उपविभागीय अधिकारी सुनील कुमार पुजारी की उपस्थिति में बैठक ली गई. बैठक में दोनों जैन मुनी परमहंस विजयजी महाराज और मुनीश्री सिद्धांत सागरजी महाराज, तहसीलदार रवि काले, श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ महाराज संस्थान के ट्रस्टी दिलीप शाह, दिगंबर जैन समिति के ट्रस्टी चंद्रशेखर उकलकर, एड. मनीष साकले, ब्रम्हचारी तात्या भैया, पुलिस निरीक्षक सुनील वानखडे, सहायक पुलिस निरीक्षक जगदीश बांगर भी उपस्थित थे. परस्पर सहमती से गुरुवार से भगवान की मूर्ति की लेपन प्रक्रिया शुरु करने का निर्णय किया गया.
ंपिछले अनेक वर्षो से जिस क्षण का इंतजार था, वह क्षण आज की बैठक में समाधान से साकार हो गया है. बैठक के निर्णय से लेप प्रक्रिया प्रशस्त हो गई है. समाज बंधुओं को भगवान की पूजा करने का अवसर मिलेगा.
– पन्यास प्रवर परमहंस विजयजी महाराज
सर्वोच्च न्यायालय के आदेश से अंतरिक्ष पार्श्वनाथ मंदिर के व्दार खुले. उपरांत जिला प्रशासन की मध्यस्थता से आज सकारात्मक बैठक हुई. जिससे 23 मार्च से प्रत्यक्ष लेप प्रक्रिया शुरु करने का निर्णय सर्वसम्मती से किया गया.
-एल्लकश्री सिद्धांतसागरजी महाराज