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कल से ६ जून तक चलाया जाएगा विशेष अभियान

अमरावती शहर के लिए २० टीमें तैनात

अमरावती/दि.२ – संचारबंदी में कुछ ढील दी गई है. बावजूद इसके कोरोना महामारी पर नियंत्रण पाने के लिए नियमों का कडाई से पालन करना आवश्यक है. लेकिन नियमों का पालन होते हुए नहीं दिखाई दे रहा है. जिसके चलते कोरोना नियमों का पालन नहीं करनेवाले नागरिकों पर कार्रवाई करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से ३ से ६ जून तक विशेष मुहिम चलायी जाएगी. यह जानकारी जिलाधिकारी शैलेश नवाल ने दी.
सार्वजनिक स्थलों पर चेहरे पर मास्क का उपयोग नहीं करने पर ७५० रुपए दंड, दुकानों में विक्रेता और ग्राहकों में सोशल डिस्टेंस नहीं रहने, दो ग्राहकों में कम से कम तीन गज की दूरी नतीं रहने, दूरियां रखने के लिए मार्किंग नहीं करने आदि के लिए ३५ हजार रुपए दंड व दुकान सील करने की कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा दूसरी बार पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. यह कार्रवाई करने के लिए मनपा, नगर परिषद, नगरपंचायत, ग्रामपंचायत व कार्यालय क्षेत्र के कार्यालय प्रमुखों को प्राधिकृत किया गया है.

  • अमरावती शहर के लिए उपजिलाधिकारी के नियंत्रण में बनायी टीमें

इस विशेष मुहिम में अमरावती शहर के लिए तीन उपजिलाधिकारी के निगरानी में २० टीमें बनायी गई है.
नियंत्रण अधिकारी रहनेवाले उपजिलाधिकारी रणजीत भोसलेे की टीम से अमरावती शहर के कोर्ट परिसर की जिम्मेदारी राज्य टैक्स निरीक्षक आशिष तिवारी, स्वास्थ निरीक्षक सागर राजूरकर व एएसआय गजानन कवले को सौंपी गई है. गाडगेबाबा मंदिर रोड परिसर की जिम्मेदारी उपकार्यकारी अभियंता अनिल मोहाले, स्वास्थ निरीक्षक माहूलकर, पुलिस कर्मचारी अमोल माहुलकर, भाजीबाजार की जिम्मेदारी सहायक कामगार आयुक्त अनिल कुटे, स्वास्थ्य निरीक्षक विकी जेधे, पुलिस कर्मचारी सागर कडू, मोची गल्ली परिसर की जिम्मेदारी जिला उपनिबंधक संदीप जाधव, स्वास्थ्य निरीक्षक आशिष सहारे, पुलिस कर्मचारी स्वप्नील पापलकर को सौंपी गई है. वहीं सहायक समाजकल्याण उपायुक्त मंगला मून की टीम में स्वास्थ्य य निरीक्षक इम्रान खान व पुलिस कर्मचारी रुपाली गणवीर का समावेश किया गया है. यह टीम कॉटन मार्केट परिसर की जिम्मेदारी संभालेेंगे.
उपजिलाधिकारी वर्षा पवार की निगरानी में भी टीम बनायी गयी है. इस टीम के कौशल्य विकास सहायक संचालक प्रफुल्ल शेलके, स्वास्थ्य निरीक्षक रोहित हडाले, पुलिस कर्मचारी श्वेता गुलकरी पर दस्तुरनगर की जिम्मेदारी सौंपी गई है. रुक्मिणीनगर की जिम्मेदारी एमआयडीसी के प्रादेशिक अधिकारी रवींद्र गुठले, आवेश शेख, संगीता आखरे, इतवारा बाजार परिसर के लिए जलसंधारण अधिकारी हेमंत निपाणे, परीक्षित गोरले, उमा चव्हाण की नियुक्ति की गई है. इसी तरह जवाहरगेट सेे सराफा परिसर हेतू उद्योग निरीक्षक जी. बी. सांगले, अनिकेत फुके, स्वाती बाजारे, गुलशन मार्केट हेतू भूजल सर्वेक्षण के वरिष्ठ भूवैज्ञानिक संजय कराड, योगेश खंडाले, प्रियंका जवलकर काम संभालेंगे. जवाहररोड परिसर के लिए सहायक नगररचना संचालक उमेश वाघाडे, भारत वाघामोडे, राजू काले, रवीनगर के लिए जिला नियोजन अधिकारी वर्षा भाकरे, सचिन गोहर, अंबादास मोहोड, गांधी चौक के लिए उद्योग निरीक्षक एन. एन. इंगलेे, संजय बांबल, सुरेश वानखडे, मालटेकडी परिसर हेतू नगररचना अधिकारी श्रीकांत पेटकर, स्वप्नील रामसे, नारायण व नवाथे चौक के लिए सिंचाई उपअभियंता द. श. दारोडे, प्रशांत सरोदे, नंदकिशोर की टीम तैनात की गई है. अमरावती के उपविभागीय अधिकारी उदयसिंह राजपूत की निगरानी में भी टीम का गठन किया गया है. जिसमें जयस्तंभ चौक हेतू सिंचाई विभाग के उपकार्यकारी अभियंता एन. एस. सावरकर, राजकुमार गोहर, विजय की टीम नियुक्त की गई है. राजकमल चौक हेतू राज्य टैक्स निरीक्षक सागर मोटघरे, अमित धिमे, कैलास गुप्ता, इर्विन चौक हेतू बिक्री टैक्स निरीक्षक रितेश पिल्ले, गोपाल यादव, राजीव नेमाणे, मालटेकडी परिसर हेतू एसटीआय राजेश राऊत, मनोज सारवान, पीयुष महल्ले व पंचवटी चौक हेतू एसटीआय मंगेश भोनखाडे, मोहम्मद नजीर, मुकेश परचाके की टीम नियुक्त की गई है.

 

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  • अपनी जिम्मेदारी समझे नागरिक

तीसरी लहर के खतरे को टालने के लिए प्रशासन को नागरिकों का सहयोग मिलना बेहद जरूरी है. दुकानों को निर्धारित समय पर शुरू करने की अनुमति देते समय नियमों का पालन किया जाए. इसके लिए दंडात्मक कार्रवाई का प्रावधान किया गया है. लेकिन दंडात्मक कार्रवाई करने का समय नहीं आने देना चाहिए. इसीलिए नागरिकों ने अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए कोरोना से निपटने के लिए प्रशासन को सहयोग करना चाहिए.
एड. यशोमति ठाकुर, पालकमंत्री

 

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  • कोरोना खतरा टला नहीं

अब भी कोरोना महामारी का खतरा टला नहीं है, इस महामारी के खिलाफ जंग चल रही है. रोजगार व व्यापार प्रभावित ना हो और जनजीवन पटरी पर लाने के लिए संचारबंदी के नियमों में आंशिक रूप से ढील दी गई है. यदि इस अवधि में फिर से कोरोना का संक्रमण बढ़ गया तो फिर से संचारबंदी लगायी जा सकती है. इसीलिए नागरिकों ने अब ज्यादा सजग रहते हुए कोरोना त्रिसूत्री का पालन करना चाहिए.
शैलेश नवाल, जिलाधिकारी

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