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विदर्भ के ग्रामीण क्षेत्रों में बंद को उत्स्फूर्त प्रतिसाद

शहरों में अंशत: कामकाज रहा शुरू

अमरावती/प्रतिनिधि/दि.८ – केंद्र सरकार द्वारा बनाये गये कृषि कानूनों के निषेधार्थ दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को समर्थन देने हेतु मंगलवार 8 दिसंबर को आहूत किये गये भारत बंद को विदर्भ में संमिश्र प्रतिसाद मिला. इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में तो बंद का काफी व्यापक असर दिखाई दिया. लेकिन शहरी क्षेत्रों में अंशत: कामकाज जारी रहा.
जहां एक ओर अमरावती शहर सहित जिले में सुबह से अपरान्ह 3 बजे तक सभी व्यापारिक क्षेत्र लगभग पूरी तरह से बंद रहे और दोपहर बाद कामकाज पहले की तरह सुचारू होता नजर आया. वहीं दूसरी ओर नागपुर शहर में यातायात अंशत: शुरू रहा और विपक्षी पार्टियों द्वारा मोर्चा निकाले जाने के बाद बाजार क्षेत्र भी खुल गये.
वहीं दूसरी ओर यवतमाल जिले के आर्णी व रालेगांव तहसील में छिटपूट अपवादों को छोडकर सर्वत्र सन्नाटा व्याप्त है. यहां पर सरकारी बस सेवा तो जारी रही, लेकिन प्रवासी बेहद अत्यल्प रहे. कलंब तहसील में जहां बंद का कोई असर नहीं दिखा, वहीं महागांव तहसील में बंद शत-प्रतिशत सफल रहा. इसके अलावा गोंदिया व गडचिरोली में बंद शानदार ढंग से सफल रहा. जहां पर ऑटोरिक्षा सहित सभी तरह के वाहन सडकोें पर नहीं उतरे. साथ ही बाजारपेठ भी पूरी तरह से बंद रहे.

बुलडाणा में हुआ रेल रोकने का प्रयास

उधर बुलडाणा में बंद के दौरान स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के सैंकडों कार्यकर्ता मलकापूर रेलवे स्टेशन पर पहुंचे तथा रेलवे पटरी पर उतरकर नारेबाजी करने लगे. यहां पर हंगामा बढता देख जीआरपीएफ व स्थानीय प्रशासन की टीम तुरंत ही मौके पर पहुंची और सभी को समझा-बुझाकर रेलवे पटरी से हटाया गया. यह प्रदर्शन करीब आधे घंटे तक चला. हालांकि इस दौरान कोई अप्रिय घटना नहीं हुई.

राज्य में जगह-जगह हुए प्रदर्शन

भारत बंद के दौरान राज्य में जगह-जगह पर केंद्र सरकार विरोधी धरना प्रदर्शन हुए और प्रदर्शनकारियों ने जमकर मोदी सरकार विरोधी नारेबाजी की. इसके तहत जलगांव जिले में इस बंद को जबर्दस्त प्रतिसाद मिला. यहां के जामनेर में पूरा दिन सभी दूकाने बंद रही, वहीं अमलनेर में विधायक अनिल पाटिल ने रैली निकालकर लोगों से बंद में शामिल होने का आवाहन किया.
साथ ही सानपाडा स्थित ट्रक टर्मिनल में सभी ट्रक चालकों ने अपने-अपने वाहनों को जगह पर खडे रखते हुए इस बंद को समर्थन दिया है. साथ ही ठाणे जिले के भी अनेक हिस्सों में कडा बंद दिखाई दिया है. यहां पर सभी व्यापारिक क्षेत्रों में दुकाने पूरी तरह से बंद रखी गयी. वहीं नाशिक जिले के येवला तहसील में केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर की प्रतिकात्मक शव यात्रा निकाली गयी. इसके अलावा लालबाग में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने किसान आंदोलन को समर्थन देते हुए भारत बंद में सहभाग लिया. साथ ही मानखुर्द में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने तीव्र प्रदर्शन करते हुए किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया.

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