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भारत बंद : अमरावती जिला ठप्प रहा

  •  फसल मंडी सहित सभी व्यापारी क्षेत्र रहे बंद

  • किसान आंदोलन के समर्थन में निकाली गयी भव्य रैली

  •  नागपुर हाईवे पर शिवसेना ने किया रास्ता रोको

  •  3 बजे तक दिखा बंद का असर, पश्चात मार्केट खुले

अमरावती/प्रतिनिधि दि.८   – केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों को वापिस लिये जाने की मांग को लेकर इस समय देश की राजधानी दिल्ली में किसानों द्वारा विगत 12 दिनों से आंदोलन किया जा रहा है. इस किसान आंदोलन को समर्थन देने हेतु देश के प्रमुख विपक्षी दलों तथा किसान संगठनोें व ट्रेड यूनियनों द्वारा मंगलवार 8 दिसंबर को भारत बंद का आवाहन किया गया था. जिसे अमरावती शहर सहित जिले में व्यापक व उत्स्फूर्त प्रतिसाद मिला. जिसके तहत जिले की सभी फसल मंडियों सहित व्यापारिक क्षेत्र मंगलवार की सुबह से दोपहर तक पूरी तरह से बंद रहे. साथ ही इस दौरान जिले में जगह-जगह पर किसान आंदोलन को समर्थन देने हेतु भव्य रैलियां भी निकाली गयी. साथ ही कई स्थानों पर रास्ता रोको आंदोलन भी किया गया.
बता दें कि, राज्य की महाविकास आघाडी में शामिल घटक दलों द्वारा इस भारत बंद आंदोलन हेतु अपना समर्थन घोषित किया गया था. साथ ही सभी से मंगलवार की सुबह 9 बजे शहर के मुख्य चौराहे राजकमल चौक पर उपस्थित रहने का आवाहन किया गया था. जिसके चलते राजकमल चौक पर सुबह से ही कांग्रेस, राकांपा व शिवसेना के नेताओं व पदाधिकारियों की जबर्दस्त भीड उमडनी शुरू हो गयी. और देखते ही देखते यहां पर सरकार विरोधी नारेबाजी गूंजायमान होने लगी. यहां पर आम आदमी पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, वंचित बहुजन आघाडी, प्रहार जनशक्ति पार्टी, स्वाभिमानी शेतकरी संगठन, संभाजी ब्रिगेड, अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिती, आयटक, सीटू, सत्यशोधक शेतकरी सभा, शेतकरी कामगार पक्ष, बलिराजा शेतकरी संगठन, विद्रोही सांस्कृतिक आंदोलन, संविधान मोर्चा, मूल निवासी मुक्ती मोर्चा, आदिवासी फासे पारधी विकास संगठन, भटके विमुक्त युथ फ्रंट, भटका जोशी दोनाली आदि संगठनों के भी पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे. यहां पर उपस्थित सभी लोगों ने दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को अपना समर्थन देते हुए केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों का निषेध किया गया.
राजकमल चौक पर हुए प्रदर्शन में स्थानीय विधायक सुलभा खोडके, जिप अध्यक्ष बबलू देशमुख, पूर्व सांसद अनंत गुढे, शहर कांग्रेस अध्यक्ष किशोर बोरकर, शिवसेना महानगर प्रमुख सुनील खराटे, राकांपा के शहराध्यक्ष राजेंद्र महल्ले, पूर्व महापौर विलास इंगोले, मनपा के नेता प्रतिपक्ष बबलू शेखावत, शिवसेना जिला प्रमुख सुनील खराटे, मनपा गुट नेता भारत चौधरी, राकांपा के वरिष्ठ नेता गणेश खारकर, युवक कांग्रेस शहराध्यक्ष निलेश गुहे, पार्षद सलीम बेग, पूर्व विधायक ज्ञानेश्वर धाने पाटिल व प्रदीप वडनेरे, जिला वाहतुक सेना अध्यक्ष प्रकाश तेटू सहित संकेत कुलट, आकाश हिवसे व हरिभाउ मोहोड एवं महाविकास आघाडी में शामिल सभी दलों के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओें का समावेश रहा. पश्चात सभी लोग यहां से एक रैली की शक्ल में आगे बढे. यह रैली राजकमल चौक से निकलकर गांधी चौक, जवाहर गेट, इतवारा बाजार, चित्रा चौक, जयस्तंभ चौक व मालवीय चौक होते हुए इर्विन चौक परिसर पहुंची. जहां पर डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए इस रैली का समापन किया गया. इस दौरान शहर के व्यापारिक क्षेत्र में जितनी भी दुकाने खुली हुई थी, उन सभी दूकानदारों से रैली में शामिल लोगोें ने अपनी-अपनी दूकानें बंद करने हेतु कहा. इसके तहत कई स्थानों पर दूकानों को जबरन भी बंद कराया गया.

 

रहाटगांव में युवा सेना ने किया रास्ता रोको

किसान आंदोलन को समर्थन देने हेतु शिवसेना की युवा ईकाई युवा सेना द्वारा अमरावती-नागपुर हाईवे पर रहाटगांव के पास रास्ता रोको आंदोलन किया गया. जिसकी वजह से इस महामार्ग पर काफी देर तक वाहनोें की आवाजाही प्रभावित हुई और सडक के दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गयी. यहां पर युवा सैनिकों द्वारा सडक के बीचों-बीच बैठकर जमकर सरकार विरोधी नारेबाजी की गई. साथ ही यहां से गूजरनेवाले हर एक वाहन को रोकने का प्रयास किया गया. पश्चात गाडगेनगर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को रास्ते से हटाया और यहां पर एक बार फिर यातायात को सुचारू किया गया.

 

 सभी व्यापारिक क्षेत्रों में रहा सन्नाटा, प्रतिष्ठानों पर लटके रहे ताले

मंगलवार को आहूत किये गये भारत बंद की वजह से मंगलवार की सुबह अमरावती शहर के अधिकांश व्यापारिक क्षेत्रों की दूकानें खुली ही नहीं और शहर के सभी बाजारों में दोपहर बाद तक सन्नाटा देखा गया. इसके तहत तखतमल ईस्टेट, जवाहर रोड, इतवारा बाजार, अंबादेवी रोड, जोशी मार्केट, श्याम चौक मार्केट, बापट चौक, गांधी चौक, कॉटन मार्केट, सक्करसाथ, सराफा बाजार, जयस्तंभ चौक जैसे सभी व्यापारिक क्षेत्र भारत बंद के दौरान पूरी तरह से बंद रहे. साथ ही अमरावती कृषि उत्पन्न बाजार समिती सहित जिले की सभी फसल मंडियां भी किसान आंदोलन को समर्थन देने हेतु पूरी तरह से बंद रहे.

 

एमआईएम ने दिया पठान चौक पर धरना

ऑल इंडिया मजलिसे इफ्तेहादूल मुस्लिमीन की अमरावती शाखा ने किसान विरोधी कृषि कानूनों का विरोध करते हुए भारत बंद को अपना समर्थन घोषित किया. साथ ही एमआईएम के शहर अध्यक्ष सलाउद्दीन खान ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ पठान चौक पर धरना दिया. इस समय एमआईएम कार्यकर्ताओं ने सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए नये कृषि कानूनों को वापिस लेने की मांग की. इस समय शहर के ख्यातनाम विधिज्ञ एड. शोएब खान सहित पूर्व पार्षद गुड्डू हमीद ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए उपस्थितों को कृषि कानूनों के संदर्भ में मार्गदर्शन किया.

टीपू सुलतान सेना ने निकाला बैलगाडी मोर्चा

कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन का समर्थन करने हेतु टीपू सुलतान सेना द्वारा भी भारत बंद आंदोलन में सहभाग लिया गया. साथ ही बैलगाडी मोर्चा निकालते हुए उन बैलगाडियों पर किसानों के तौर पर सजे छोटे-छोटे बच्चों को बिठाया गया. यह बैलगाडी मोर्चा पूरे परिसर में आकर्षण का जबर्दस्त केंद्र रहा. इस दौरान टीपू सुलतान सेना के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने सरकार विरोधी नारेबाजी करने के साथ ही काले कृषि कानूनों का निषेध भी किया. साथ ही तीनों कृषि कानूनों को वापिस लिये जाने की मांग की.

 

किसानों को व्यापारियों के हाथों बेच रही सरकार

जनसभा अध्यक्ष मुन्ना राठोड ने इस किसान आंदोलन में अपने कार्यकर्ताओं के साथ हिस्सा लेते हुए भारत बंद को अपना समर्थन दिया. साथ ही आरोप लगाया कि, नये कृषि कानूनों की आड लेकर केंद्र सरकार किसानों को पूरी तरह से निजी उद्योगपतियों व पूंजीपतियों के रहमोकरम पर छोडना चाह रही है. यदि ऐसा होता है तो देश के किसान पूरी तरह से बर्बाद हो जायेंगे. ऐसे में यह जरूरी है कि, इन कृषि कानूनों को जब तक वापिस नहीं लिया जाता, तब तक इनका विरोध जारी रहना चाहिए.

 

ऑटोचालकों ने भी लिया बंद में हिस्सा

विदर्भ ऑटो चालक फेडरेशन तथा अमरावती जिला ऑटो यूनियन चालक-मालक संगठन द्वारा भी किसानोें को समर्थन देने हेतु आहूत भारत बंद आंदोलन में शिरकत की गई और राजकमल चौक पर धरना प्रदर्शन किया गया. इस समय संगठन के अध्यक्ष नितीन मोहोड सहित यूनियन के पदाधिकारी व कार्यकर्ता बडी संख्या में उपस्थित थे.

किसान आंदोलन को प्राथमिक शिक्षा समिती ने दिया समर्थन

महाराष्ट्र राज्य प्राथमिक शिक्षा समिती ने 8 दिसंबर 2020 को आहूत भारत बंद को अपना समर्थन घोषित करते हुए दिल्ली सहित देशभर में चल रहे किसान आंदोलन का समर्थन किया है. भारत बंद में सक्रिय सहभाग लेते हुए शिक्षक समिती के प्रदेश अध्यक्ष उदय शिंदे, प्रदेश सचिव विजय कोंबे, शिक्षक नेता शिवाजी साखरे, उपाध्यक्ष राजन कोरगांवकर, कार्याध्यक्ष राजेंद्र नवले, कोषाध्यक्ष केदू देशमाने, संगठक सयाजी पाटिल, कार्यालयीन सचिव शिवाजी दुशिंग, संपर्क प्रमुख राजेंद्र खेडकर, प्रवक्ता आबा शिंपी, प्रसिध्दी प्रमुख राजेश सावरकर, ऑडिटर राजेंद्र पाटिल, नपा-मनपा आघाडी प्रमुख सुधाकर सावंत, महिला आघाडी प्रमुख वर्षा केनवडे आदि ने मांग की है कि, सरकार ने किसानों के खिलाफ रहनेवाले कृषि कानूनों को तुरंत प्रभाव से वापिस लेना चाहिए.

 

 

शहर में चप्पे-चप्पे पर रहा कडा पुलिस बंदोबस्त

किसान आंदोलन को समर्थन देने हेतु आहूत किये गये भारत बंद के दौरान कानून व व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने हेतु अमरावती शहर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था और शहर के सभी प्रमुख चौक-चौराहों सहित चप्पे-चप्पे पर कडा पुलिस बंदोबस्त तैनात रहा. मंगलवार की सुबह राजकमल चौक से निकाले गये मोर्चे के चारों ओर पुलिस का घेरा तैनात रखा गया था और यह मोर्चा जिन-जिन इलाकों से होकर गुजरा, वहां पर भी पूरी मुस्तैदी व चौकसी बरती गयी. अमरावती शहर में लगाये गये पुलिस बंदोबस्त में 2 डिसीपी, 3 एसीपी, 15 पीआई, 23 पीएसआई के साथ 799 पुलिस कर्मचारियों को तैनात किया गया था. इसके अलावा इस बंदोबस्त में क्यूआरटी के 2 व एसआरपीएफ के 3 पथकोें सहित 425 होमगार्ड को भी ग्राउंड ड्यूटी पर लगाया था.

किस थाना क्षेत्र में कितने फीसद बंद

खोलापुरी गेट  –  95 फीसद
बडनेरा  –          90 फीसद
राजापेठ –          85 फीसद
नागपुरी गेट –     85 फीसद
नांदगांव पेठ –     80 फीसद
भातकुली –          80 फीसद
वलगांव –            80 फीसद
फ्रेजरपुरा –          80 फीसद
सिटी कोतवाली –   80 फीसद
गाडगे नगर –       75 फीसद

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