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पुलिया के उपर पानी रहने के बावजूद बस लेकर आगे बढा
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दो यात्रियों को तुरंत सकुशल बचाया गया
यवतमाल/प्रतिनिधि दि.28 – यवतमाल जिले में उमरखेड से करीब दो किमी की दूरी पर स्थित दहागांव नाला की पुलिया के उपर से पानी बहता रहने के बावजूद एक एसटी बस चालक ने अपनी बस को पुलिया पार करने की नियत से आगे बढाया. किंतु पानी का बहाव इतना अधिक तेज था कि, पुलिया के बीचोंबीच पहुंचने के बाद यह बस नाले की बाढ में जाकर पलट गयी और डूब गई. जिसके चलते इस हादसे में तीन लोगों की मौत हुई है. वहीं दो लोगों को जैसे-तैसे सुरक्षित बचाया गया. साथ ही खुद को बचाकर बस की टप पर आकर बैठे यात्रियों को बचाने हेतु रेस्क्यू पथक द्वारा राहत व बचाव कार्य शुरू किया गया.
बता दें कि, इस समय गुलाब चक्रावात की वजह से समूचे राज्य में मूसलाधार बारिश हो रही है. जिसके तहत विदर्भ एवं मराठवाडा क्षेत्र में भी झमाझम पानी बरस रहा है और सभी नदी-नालों में जबर्दस्त उफान आया हुआ है. इसी दौरान नागपुर डिपो की बस क्रमांक एमएच 14/बीटी 5018 नांदेड से निकलकर पुसद होते हुए नागपुर जाने के लिए निकली थी. यह बस उमरखेड से दो किमी की दूरी पर स्थित दहागांव नाला के पुलिया के पास पहुंची, तो उस समय इस नाले में बाढ आयी हुई थी और पुलिया के उपर से पानी बह रहा था. साथ ही यहां पर नाले के दोनों ओर बाढ का पानी देखने हेतु नागरिकों की अच्छीखासी भीड भी लगी हुई थी. किंतु इन तमाम बातों को दरकिनार करते हुए बस ड्राईवर ने पुलिया पार करने की नियत से अपनी बस को आगे बढाया. इस समय मौके पर मौजूद लोगों की भीड ने चीख-पुकार करते हुए बस चालक को रोकने और सावधान करने का भी प्रयास किया. जिसे अनसूना व अनदेखा करते हुए बस चालक अपनी बस को लेकर आगे बढा. किंतु ओवरफ्लो पुलिया के बीच में पहुंचते ही बस चालक का संतुलन अपने बस से छूट गया और चारों ओर पानी ही पानी रहने के चलते सडक का अंदाजा चूक जाने की वजह से बस पुलिया को पार कर नाले के पानी में पलट गयी और पूरी तरह से डूब गई. इस बस में वाहन चालक व वाहक के अलावा करीब चार-पांच यात्री सवार थे. जिनमें से तीन की मौके पर ही डूबकर मौत हो गई. वहीं अन्य लोगों ने जैसे-तैसे बस से बाहर आते हुए बस की छत पर आसरा लिया. साथ ही दो लोगों ने पास ही लटक रही पेडों की टहनियों पर चढकर अपनी जान बचायी. चूंकि मौके पर पहले से काफी अधिक भीड जमा थी. जिसमें से कुछ लोग बाढ के दृश्य का वीडियो भी बना रहे थे. ऐसे में बस के ओवरफ्लो पुलिया पर आगे बढने तथा नाले के पानी में डूब जाने का दृश्य भी कई लोगों के मोबाईल कैमरों में दर्ज हो गया. साथ ही इस हादसे की जानकारी तुरंत ही जिला प्रशासन को भी दी गई. इसके बाद तहसीलदार आनंद देउलगांवकर व उमरखेड के थानेदार अमोल मालवे तुरंत दल-बल सहित मौके पर पहुंचे. जहां पर राहत व बचाव कार्य शुरू किया गया. समाचार लिखे जाने तक तीन यात्रियोें के शव बरामद कर लिये गये थे. साथ ही घटना से अवगत होने के बाद क्षेत्र के विधायक नामदेव ससाने भी मौके पर पहुंच चुके थे. इससे पहले बस के नाले में उलटते ही मौके पर मौजूद कई युवकोें ने बाढ के पानी में छलांग लगाते हुए बस में फंसे लोगों को बचाने का काम भी शुरू कर दिया था. किंतु तब तक तीन लोगोें की मौत हो चुकी थी.