भुमि अभिलेख कर्मियों ने शुरू किया पांच दिन का श्रृंखलाबध्द अनशन
१५ अक्तूबर से आमरण अनशन शुरू किया जायेगा
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उपअधीक्षक अनिल फुलझेल के तबादले की मांग पर अडे भुमि अभिलेख कर्मी
अमरावती प्रतिनिधि/दि.२ – विगत कई दिनों से भुमि अभिलेख विभाग के उपअधीक्षक अनिल फुलझेले एवं भुमि अभिलेख कार्यालय के कर्मचारियों के बीच जबर्दस्त तनातनी चल रही है और उपअधीक्षक अनिल फुलझेले पर असभ्य व अपमानजनक बर्ताव करने का आरोप लगाते हुए भुमि अभिलेख कार्यालय के सभी कर्मचारी काम बंद आंदोलन कर रहे है.
दोनों पक्षों के अपने-अपने स्थान पर अडे रहने की वजह से यह समस्या जस की तस बनी हुई है. वहीं दूसरी ओर गांधी जयंती का औचित्य साधते हुए भुमि अभिलेख विभाग के कर्मचारियों ने अपने कार्यालय के समक्ष पांच दिनों तक श्रृंखलाबध्द अनशन करने का निर्णय लिया है. जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए रोजाना चार-चार कर्मचारी उपोषण में शामिल होंगे. वहीं भुमि अभिलेख कर्मचारियों द्वारा घोषणा की गई है कि, यदि इसके बावजूद भी उपअधीक्षक अनिल फुलझेले (Deputy Superintendent Anil Fulzele) के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है और उनका विदर्भ क्षेत्र से बाहर तबादला नहीं किया जाता है तो आगामी १५ अक्तूबर से अन्यायग्रस्त कर्मचारियों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए आमरण अनशन करना शुरू किया जायेगा. आंदोलनकारी कर्मचारियों द्वारा आरोप लगाया गया है कि, इससे पहले नागपुर में पदस्थ रहने के दौरान भी उपअधीक्षक अनिल फुलझेले के खिलाफ कर्मचारियों की कई शिकायतें प्रशासन को प्राप्त हुई थी. लेकिन उनके खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय उन्हें पदोन्नति पर अमरावती भेजा गया और अमरावती आने के बाद उपअधिक्षक अनिल फुलझेले के हौसले और भी अधिक बुलंद हो गये तथा उन्होंने यहां पर भी कर्मचारियों के साथ असभ्य बर्ताव करना शुरू किया. इसकी शिकायत देने के बावजूद भी प्रशासन द्वारा अनिल फुलझेले के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही, बल्कि फुलझेले के खिलाफ आंदोलन करनेवाले कर्मचारियों की आवाज को दबाया जा रहा है. ऐसे में विदर्भ भुमि अभिलेख कर्मचारी संगठन (अमरावती/नागपुर) द्वारा गांधी जयंतीवाले दिन से श्रृंखलाबध्द अनशन करने का निर्णय लिया गया और आंदोलन के पहले दिन भुमि अभिलेख कर्मी वी. एम. पंडित, प्रशांत बिजवे, सुनील कलमकर तथा वाय. एम. शिरभाते अनशन पर बैठक है. इसके साथ ही अब रोजाना चार-चार कर्मचारी आगामी पांच दिनों तक श्रृंखलाबध्द अनशन करेंगे और यदि इसके बावजूद भी उप अधीक्षक फुलझेले के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया गया तो १५ अक्तूबर से भुमि अभिलेख कर्मियों द्वारा आमरण अनशन करना शुरू किया जायेगा. ऐसी चेतावनी आंदोलनकारी कर्मचारियों द्वारा दी गई है.